खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
कमालपुर, चन्दौली।
सोमवार की मध्य रात्रि के बाद आई बरसात Heavy rain से किसानों के खिल उठे चेहरे। जुलाई महीने का अन्तिम सप्ताह चल रहा है। ऐसे में बरसात न होने से किसानों के चेहरे की मुस्कान गायब हो गई थी। खेतों में जहां धूल उड़ रहे थे तो बरसात न होने से खरीफ की फसलों की भी बुवाई नहीं हो पा रही थी। जुलाई के महीने में भी मई का एहसास हो रहा था। अब तक रहर, बाजरा, उर्द, मूंग, जई आदि तमाम फसल अच्छी तरह उग आती थी। जिससे सिवान हरा भरा हो जाता था। वहीं पशुओं को हरा चारा भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो जाता था।

बरसात होने के लिए किये गये थे तमाम तरह के धार्मिक अनुष्ठान

बरसात हो इसके लिए तमाम तरह के धार्मिक अनुष्ठान भी किए गए। मौसम वैज्ञानिकों ने कई बार भविष्यवाणिया भी की पर नतीजा सिफर रहा। अचानक सोमवार की रात 2.30बजे जोरदार बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। झमाझम बारिश ने खेतों की मेढ़ों के उपर तक पानी ला दिया। सुबह खेत की जुताई करने के लिए ट्रैक्टर नहीं मिल रहे थे तो धान की रोपाई करने के लिए रोपनी का अकाल पड़ गया। एक ही साथ सभी को रोपण व जुताई के लिए ट्रैक्टर की आवश्यकता पड़ गई। खैर खेतों में चैतरफा जुताई व रोपाई का कार्य शुरू हो गया। किसानों ने रोपाई शुरु होने से राहत की सांस ली।