खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी।
सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय Sampurnanand Sanskrit University ने मंगलवार को संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान के साथ अपना अनुबंध एक साल बढ़ा दिया है। पाण्डुलिपियों के संरक्षण के लिए कार्य कर रही संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान विश्वविद्यालय में एक साल और कार्य करेगी।

दरअसल विश्वविद्यालय के साथ हुए अनुबंध के तहत संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान को इन्फोसिस फाउण्डेशन से पाण्डुलिपियों के संरक्षण के लिए 50 लाख रुपये प्राप्त हुए थे। जिसमें अब तक 33 लाख 16 हजार 264 रुपये खर्च हो चुके हैं। शेष 16 लाख 83 हजार 736 रुपये को भी पाण्डुलिपियों के संरक्षण के लिए खर्च करने के लिए कार्यावधि बढ़ाया गया है। इसी को लेकर विवि ने संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान के साथ अपने अनुबंध बढ़ाया है। अनुबंध पर कुलपति प्रो . हरेराम त्रिपाठी, कुलसचिव केशलाल के साथ संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठान के निदेशक प्रो. चॉद किरण सलूजा व कार्यपालक लक्ष्मी नरसिम्हा ने हस्ताक्षर किया।

निदेशक प्रो. सलूजा ने कहा कि भारत के प्रमुख उद्योगपतियों को ‘सीएसआर फण्ड’ के द्वारा इसके संरक्षण की अपील की जायेगी। इसके अलावा इन्फोसिस से भी 50 लाख की धनराशि और प्राप्त करने के लिए प्रयास किया जायेगा। कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि पाण्डुलिपियों के संरक्षण के लिए विवि अपने स्तर से भी उद्योगपतियों, उच्च संस्थाओं और सामर्थ्यवान लोगों से सहयोग के लिए प्रयासरत है। कुलसचिव केशलाल के अनुसार विश्वविद्यालय ने अनुबंध की अवधि विस्तारित की है। जिससे पाण्डुलिपियों के संरक्षण का पूरा हो सके।