खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी।
BHU में शैक्षणिक रूप से उत्कृष्ट करने वाले विद्यार्थियों को एनी बेसेंट फेलोशिप (Annie Besant Fellowship) दी जायेगी। फेलोशिप का उद्देश्य विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर (PG) के बाद सीधे पीएचडी (PHD) के लिए प्रोत्साहित करना है। इन्स्टिट्यूशन आॅफ एमिनेंस, बीएचयू, के तहत आरंभ इस फेलोशिप के तहत चयनित विद्यार्थियों को बिना कोई समय गंवाए स्नातकोत्तर के बाद सीधे पीएचडी में प्रवेश मिल सकेगा। इसके साथ साथ वे अन्य पीएचडी शोधार्थियों के मुकाबले अपना शोध (Research) भी जल्दी पूरा कर पाएंगे।

इन्स्टिट्यूशन आॅफ एमिनेंस, BHU, के तहत आरंभ इस फेलोशिप के तहत चयनित विद्यार्थियों को बिना कोई समय गंवाए स्नातकोत्तर के बाद सीधे पीएचडी में प्रवेश मिल सकेगा।

BHU पीजी के अंतिम वर्ष के विद्यार्थी इस फेलोशिप () में आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों को न्यूनतम 8.5 सीपीजीए स्कोर के साथ शीर्ष पांच पर्सेंटाइल में होना चाहिए। चूंकि इस स्कालरशिप के लिए चयन अंतिम परीक्षा के आयोजन से पहले किया जाएगा, इसलिये चयनित विद्यार्थियों को अंतिम परीक्षाओं में उपरोक्त न्यूनतम रैंक और सीजीपीए प्राप्त करना होगा। चयनित विद्यार्थियों को चार वर्ष के भीतर अपना शोध कार्य पूरा करना होगा। चयनित अभ्यर्थियों को उनके पीएचडी पाठ्यक्रम के दौरान सीएसआईआरध्यूजीसी के समान आकस्मिक व्यय (कंटिजेंसी) सहित जेआरएफ भी प्रदान किया जायेगा।

BHU चयनित विद्यार्थियों को अंतिम परीक्षाओं में उपरोक्त न्यूनतम रैंक और सीजीपीए प्राप्त करना होगा।

फेलोशिप में चयनित छात्र यदि एक वर्ष के भीतर NET, JRF, UGC, CSIR की परीक्षा पास करता है तो उसे प्रोत्साहन स्वरूप प्रति माह पांच हजार रुपये प्राप्त होंगे। BHU छात्र नेट, जीआरएफ नहीं है तो उसे मौजूदा दर पर स्कॉलरशिप प्राप्त होगा। अपेक्षा की जायेगी कि वह एक वर्ष में जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण कर लें। एक वर्ष में ऐसा नहीं होगा स्कॉलरशिप की राशि आधी हो जायेगी।

BHU विद्यार्थी को किसी भी स्तर पर पीएमआरएफ प्राप्त होती है, तो विश्वविद्यालय टॉप-अप अध्येतावृत्ति प्रदान नहीं करेगा।

वहीं विद्यार्थी को किसी भी स्तर पर पीएमआरएफ प्राप्त होती है, तो BHU टॉप-अप अध्येतावृत्ति प्रदान नहीं करेगा। योजना के क्रियान्वयन के लिए चार सदस्यीय टीम गठित है। जिसमें संयोजक प्रो. राकेश रमन, प्रो. राकेश पाण्डेय, प्रो. संगीता पंडित, और प्रो. अजय कुमार शामिल हैं। फेलोशिप के लिए आवेदन प्रक्रिया आरंभ हो गई है। जिसकी अंतिम तिथि पांच अगस्त निर्धारित है। सितंबर तक चयनित विद्यार्थियों की घोषणा की जायेगी।