Nag Panchami

खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी।
Nag Panchami 2022 नाग पंचमी का त्योहार इस बार दो अगस्त यानि कल पड़ रहा है। सावन माह (Sawan month) की नाग पंचमी (Nag Panchami) का विशेष महत्व रहा है। इस दिन विशेष रूप से बाबा भोलेनाथ के साथ नाग देवता की पूजा की जाती है। मान्यता के अनुसार इस दिन विधिवत पूजा और रूद्राभिषेक से सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। शास्त्रों की मानें तो नाग पंचमी के दिन किसी जीवित सांप नहीं बल्कि नाग देवता की प्रतिमा का पूजन करना चाहिए।

Nag Panchami पर शिव योग व सर्वार्थ सिद्धि योग का विशेष संयोग बन रहा है। शाम 06.38 बजे तक शिव योग और उसके बाद सिद्धि योग शुरू होगा।

इस बार नाग पंचमी (Nag Panchami) पर शिव योग व सर्वार्थ सिद्धि योग का विशेष संयोग बन रहा है। शाम 06.38 बजे तक शिव योग और उसके बाद सिद्धि योग शुरू होगा। शास्त्र के अनुसार इस योग में नागदेवता की पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होती है। नाग पंचमी के दिन अनंत, वासुकि, शेष, पद्म, कंबल, अश्वतर, शंखपाल, धृतराष्ट्र, तक्षक, कालिया और पिंगल इन 12 देव नागों का स्मरण करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भय तत्काल खत्म होता है। ‘ऊं कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा’ मंत्र का जाप लाभदायक माना जाता है।

Nag Panchami के दिन कुछ ऐसे मुर्हूत भी है। जिसमें पूजन करना ठीक नहीं रहेगा।

इस बार नाग पंचमी (Nag Panchami) के दिन कुछ ऐसे मुर्हूत भी है। जिसमें पूजन करना ठीक नहीं रहेगा। जिसमें अपरान्ह 3.49 से शाम 5.30 बजे तक राहुकाल, सुबह 9.05 मिनट से 10.46 मिनट तक यमगण्ड, दोपहर 12.27 से अपरान्ह 2.08 बजे तक गुलिक काल, शाम 5.29 से सुबह 5.43 मिनट (तीन अगस्त) विडाल योग और तीन अगस्त भोर 02.12 से भोर 3.52 बजे भोर तक वज्र्य योग है। जिसमें पूजन नहीं करे।