खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ । खबरी की खबर चौकाने वाली है। प्रदेश में चमचमाते मकान में रहने वाले और बढ़िया कार में चलने वाले भी OLD AGE पेंशन ले रहे थे। जांच में अपात्र पाए गए ऐसे 10 हजार लोगों से अधिक के रिकवरी का फैसला किया गया है। धनराशि वापस न करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है।

बता दे कि OLD AGE पेंशन के लाभ लेने के लिए शहर में परिवार की आय 56460 रुपये और देहात में 46080 रुपये सालाना से अधिक नहीं होनी चाहिए।
जांच के दौरान पाया गया कि ऐसे वृद्ध भी योजना का लाभ ले रहे हैं, जिनके ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों में बढ़िया पक्के मकान बने हैं। उनके पास चार पहिया वाहन भी है। तमाम वृद्ध ऐसे मिले, जिनके पुत्र सरकारी नौकरियों में हैं। इसके अलावा सबसें बड़ी चौकाने वाली बात यह सामने आई कि लाभार्थियों की सूची में शामिल 2.5 लाख ऐसे भी बृध्द है जिनकी मौत हो चुकी है। आखिर इनके पेंशन का लाभ कौन ले रहा है। यह भी जांच का विषय है। सरकार उसका भी पता लगाने के लिए कृत संकल्पित है। और गलत तरीके से लाभ ले रहे ब्यक्तियों से वसूली भी लाजमी है।

रकम वापस न करने वालों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई


जांच में यह भी पाया गया कि बड़े-बड़े मकानों में रहने वाले और अच्छी कार में चलने वाले जो समृध्द की श्रेणी में आते है वे भी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बुजुर्गों की तरह सरकार से वृद्धावस्था पेंशन का लाभ ले रहे हैं। यह तथ्य सामने आया है समाज कल्याण विभाग के द्वारा जांच कराई रिपोर्ट में। विभाग ने लाभार्थियों का सत्यापन कराया तो पता चला कि 10 हजार से अधिक अपात्र इसका लाभ ले रहे थे। इन सभी से रिकवरी की जाएगी। साथ ही रकम वापस न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि हर साल योजना का लाभ लेने वाले औसतन इतने वृद्धों की मौत हो ही जाती है। इनके खाते बंद करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
समाज कल्याण निदेशक राकेश कुमार का कहना है कि अपात्रों से धनराशि की रिकवरी की जाएगी। अगर वे इस राशि को नहीं लौटाते हैं तो नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जायेगी। मृतकों और अपात्रों के स्थान पर उतने ही नए लाभार्थियों का भी शीघ्र चयन किया जायेगा।