Kanya Sumangala Yojana

मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की राशि आई काम

खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क

चंदौली | Kanya Sumangala Yojana : बच्चियों को सेहतमंद बनाने के साथ ही शिक्षा की राह आसान बनाने के लिए शुरू की गयी मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना बहुत से परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है | ऐसा कहना है शाहबगंज ब्लाक की अनीता का | वह बताती हैं कि 11 माह पहले उनकी बेटी अदिति का जन्म चिकित्सालय में हुआ, उसी समय उसका पंजीकरण मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत हो गया था | एक महीने बाद 2000 रुपये बैंक खाते में आ गए, जिससे उन्होंने अपने खानपान का पूरा ख्याल रखा ताकि बेटी को अच्छी तरह से स्तनपान करा सकें | अब बेटी के एक साल की पूरी होने और सभी जरूरी टीकाकरण कराने के बाद एक हजार रुपये फिर मिलेंगे जिससे वह बेटी को स्तनपान कराने के साथ ही पौष्टिक आहार प्रदान कर सकेंगी | इसके साथ ही आगे समय समय पर उसकी पढ़ाई के लिए भी पैसे मिलेंगे, जिससे उसकी आगे की राह आसान बन सकेगी | ऐसा ही कहना है इसी ब्लाक की रेणु का जिनके खाते में पांच हजार रुपये आये जिससे परिवार वालों के न चाहने पर भी उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया और अब आगे की पढाई के लिए भी अग्रसर हैं |


ज्ञात हो कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना” को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने कमजोर वर्ग के परिवार मेंजन्म लेने वाली बेटियों की उचित देखरेख एवं उनकी पढ़ाई के खर्च में मदद का निर्णय लेते हुए
दो साल पहले “कन्या सुमंगला योजना” की शुरुआत की थी | योजना में बेटी के जन्म के समय
दो हजार रुपये, एक साल बाद एक हजार रुपये, कक्षा – एक में दाखिला लेने पर दो हजार रुपये, कक्षा छह में
दाखिला लेने पर दो हजार रुपये, कक्षा नौ में दाखिला लेने पर तीन हजार रुपये और स्नातक में दाखिला
लेने पर पांच हजार रुपये मिलते हैं | इस तरह छह चरणों में 15 हजार रुपये की आर्थिक
मदद की जाती है |

बेटी के जन्म के समय दो हजार रुपये | एक साल पर टीकाकरण पूरा होने पर 8385 बच्चियों को एक हजार रुपये | कक्षा एक में दाखिला लेने पर 3442 बच्चों को दो हजार रुपये | कक्षा छह में दाखिला लेने 1397 बच्चियों को दो हजार रुपये दिये गए | कक्षा नौ में दाखिला लेने वाली 771 बेटियों को तीन हजार रुपये दिये गए | इसके साथ ही स्नातक में दाखिला लेनी वाली 572 बेटियों को पांच हजार रुपये दिये गए-जिला प्रोबेशन अधिकारी (डीपीओ ) प्रभात कुमार

जिले में “कन्या सुमंगला योजना” में करीब 20401 लाभार्थियों को लाभ दिया जा चुका है | इसमें 5834 बच्चियों को जन्म के हैं |
डीपीओ कहते हैं कि जागरुता की कमी के कारण अभी भी कई लोग इस योजना का लाभ नहीं ले पा रहें है | ऐसे लोग योजना से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए जिला प्रोबेशन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं | योजना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान जारी है | तहसील व ब्लॉक मुख्यालयों पर विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं |
डीपीओ ने बताया की इस योजना में पंजीकरण करने के लिए कुछ मानकों का पालन जरूरी है |

“कन्या सुमंगला योजना” का लाभ पाने के मानक

“कन्या सुमंगला योजना” का लाभ पाने के लिए लाभार्थी को उत्तर प्रदेश का मूल

निवासी होना जरूरी है। उसके पास स्थायी प्रमाणपत्र, आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र

होना चाहिए। उसकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से अधिक न हो।

परिवार की अधिकतम दो बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकेगा।

परिवार में अधिकतम दो बच्चे होने चाहिए।

यदि किसी महिला को पहली बालिका व द्वितीय प्रसव से दो जुड़वा बालिकाएं होती हैं तो ऐसी

स्थिति में तीनों बालिकाओं को योजना लाभ मिलेगा ।