चतुरीपुर में बृहद गौ संरक्षण केंद्र के निर्माण कार्य की PROGRESS अत्यंत SLOW पाई गई
खबरी नेशनल न्यूज नैटवर्क
चंदौली।जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में गोवंश आश्रय स्थलो पर पर्याप्त व्यवस्था के संबंध में जिला स्तरीय अनुश्रवण की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक के दौरान पशुओं के लिए हरा चारा उत्पादन हेतु चिन्हित भूमि में ब्लाक स्तर से किये गए निर्माण, ट्रेंचिंग, फेंसिंग व चारा बुवाई आदि की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने चिन्हित समस्त 36 जगहों पर निर्देशानुसार ट्रेंचिंग, फेंसिंग एवं हरे चारे की बुआई अविलम्ब करा दिये जाने के निर्देश खंड विकास अधिकारियों को दिए। उन्होंने अभी तक उपरोक्त कार्य नहीं कराने वाले खंड विकास अधिकारियों को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए।
चिन्हित 36 जगहों पर निर्देशानुसार ट्रेंचिंग, फेंसिंग एवं हरे चारे की बुआई अविलम्ब करा दिये जाने के निर्देश
कहा कि चिन्हित जमीनों पर निराश्रित पशुओं के लिए हरे चारे की बुवाई अवश्य करा लिया जाए। इसके अतिरिक्त आवश्यकतानुसार और भी जमीनों को चिन्हित कर फौरन हरे चारे की बुवाई कराने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिए।
समीक्षा के दौरान ग्राम पंचायत चतुरीपुर में बृहद गौ संरक्षण केंद्र के निर्माण कार्य की PROGRESS अत्यंत SLOW पाई गई जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्था को NOTICE जारी करने के निर्देश दिए। सहभागिता योजना के अंतर्गत दिए गए गोवंशो का सत्यापन रिपोर्ट कराकर प्रत्येक माह की 10 तारीख तक प्रत्येक दशा में भुगतान हेतु बिल प्रेषित किए जाने के कड़े निर्देश संबंधित खंड विकास अधिकारियों को दिया। उन्होंने निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों का सत्यापन नोडल अधिकारियों द्वारा प्रत्येक माह में दो बार अवश्य कराए जाने हेतु निर्देश दिए। निर्देशित करते हुए कहा कि गोवंश आश्रय स्थलों में पर्याप्त शेड, भूसा घर, बाउंड्री वाल, चरही, प्रकाश, पेयजल, पर्याप्त साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित रहे।
किसी भी प्रकार की शिथिलता कत्तई न बरती जाय – जिलाधिकारी
गोवंश आश्रय स्थलों में निर्माणाधीन कार्यों को तेजी से पूर्ण करा लिया जाए इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता कत्तई न बरती जाए। उन्होंने बीमार पशुओं के समुचित इलाज एवं देखभाल के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जनपद में निराश्रित, पशुओं को पकड़े जाने के लिए कैटल-कैचर की खरीद शीघ्र कराए जाने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि महत्वपूर्ण विभागों,कार्यक्रमो यथा स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायत, सप्लाई, पशु पालन आदि के अधिकारियों के साथ तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में सप्ताह में एक बार बैठक अवश्य की जाय जिससे तहसील स्तर पर इन प्रमुख विभागों के समस्याओं का निस्तारण हो सके। समीक्षा के दौरान सकलडीहा एवं चहनिया के प्रभारी पशु चिकित्सा अधिकारियों की लचर कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी , अजीतेंद्र नारायण, मुख्य चिकित्साधिकारी, उपजिलाधिकारी सकलडीहा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, तहसीलदार गण,खण्ड विकास अधिकारीगण सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।