खबरी नेशनल न्यूज़ नेटवर्क
चकिया, चंदौली। शासन स्तर से बेसहारा, वृद्ध और दिव्यांग लोगों के सशक्तिकरण की दिशा में पेंशन देने की व्यवस्था है। पेंशन की राशि भले ही बहुत ज्यादा न होता हो, लेकिन निराश्रित और गरीब लोगों के लिए यह जीवन गुजारने का एक साधन होता है। पेंशन की धनराशि उनके लिए काफी मददगार होती है। चकिया नगर पंचायत पिछले चार सालों से विधवा, वृद्धा और दिव्यांग पेंशन की फाइलें पेडिंग पड़ी हुई है। तहसील प्रशासन की शिथिलता का यह आलम है कि इन फाइलों के बोझ तले गरीब-बेसहारा लोगों की उम्मीदें भी दफन होती जा रही है।
तहसील प्रशासन की शिथिलता का यह आलम है कि इन फाइलों के बोझ तले गरीब-बेसहारा लोगों की उम्मीदें भी दफन होती जा रही है।
चकिया तहसील में बीते चार सालों से दिव्यांग, विधवा और वृद्धा पेंशन की लगभग 500-600 फाइलें पेडिंग पड़ी हुई हैं। तहसील प्रशासन जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद इसे उच्चाधिकारियों को भेजने की बजाय दबाये हुए बैठा है। जिसके कारण पात्र लोगों को पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वार्ड नंबर 9 सभासद वैभव मिश्रा इस संबंध में तहसील दिवस में शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
वार्ड नंबर 9 सभासद वैभव मिश्रा इस संबंध में तहसील दिवस में शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
उन्होंने बताया कि केवल उनके वार्ड के ही लगभग 40 फार्म तहसील में पेडिंग है। तहसील में जाकर इसकी जानकारी ली गई तो पता चला केवल 21 फार्म ही एसडीएम की ओर से सत्यापित किय गये हैं। शेष फार्म उसी प्रकार पड़े हुए है, जबकि इस संबंध में कई बार शिकायत भी की गई। कहा कि तहसील प्रशासन की शिथिलता के कारण सैकड़ों लोग पेंशन का लाभ पाने से वंचित हैं।