गैर भा ज पा सरकारों में ईज ऑफ डूइंग क्राइम था और हमारी सरकारों में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस

खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क

लखनऊ। प्रदेश की LAW AND ORDER या तो पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह के शासन में सबसे बेहतर थी या तो अब योगी शासन में है। दोनों के शासनकाल की LAW AND ORDER की चर्चा सिर्फ प्रदेश में ही नहीं दूसरे राज्यों में भी होती है। गैर भा ज पा सरकारों में ईज ऑफ डूइंग क्राइम था और हमारी सरकारों में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस है।


यह बातें रविवार को देश के रक्षामंत्री व राजधानी के सांसद राजनाथ सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की प्रतिमा अनावरण के मौके पर लखनऊ नगर निगम के त्रिलोकनाथ सभागार में कही। इस मौके पर रक्षामंत्री ने स्वर्गीय कल्याण सिंह से अपने आत्मीय संबंधों की चर्चा कर बताया कि कल्याण सिंह से मेरे संबंध बड़े प्रगाढ़ थे। उन्होंने अपने संबोधन में भी स्वर्गीय कल्याण सिंह को बड़ा भाई ही कहा और उनका नाम नहीं लिया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में भी स्वर्गीय कल्याण सिंह को बड़ा भाई ही कहा और उनका नाम नहीं लिया

पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की प्रतिमा नगर निगम मुख्यालय के सामने स्थित झंडी पार्क में बनी भूमिगत पार्किंग के सामने लगाई गई है। जिसका अनावरण रविवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया। प्रतिमा अनावरण के बाद उन्होंने नगर निगम मुख्यालय के प्रथम तल पर स्थित त्रिलोक नाथ सभागार में अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने आए लोगों को सम्बोधित किया। उनका पूरा संबोधन स्वर्गीय कल्याण सिंह से रिश्तों को लेकर ही रहा। उन्होंने यह भी बताया कि स्वर्गीय कल्याण सिंह पान-सुपारी के शौकीन थे और इसी कारण वह भी इसे खाना सीख गए। राजनाथ सिंह ने देर रात तक उनके (स्वर्गीय कल्याण सिंह) साथ ताश खेलने का भी जिक्र किया। कहा कि अक्सर वह उनको अपने साथ राज्य में दौरों पर भी ले जाया करते थे। जब वह प्रदेश में शिक्षा मंत्री थे तो मत भिन्नता के कारण दो बार कैबिनेट में नकल कानून पास नहीं हुआ तो वह अकेले में स्वर्गीय कल्याण सिंह से मिले और कानून के बारे में बताया जिसके बाद कल्याण सिंह ने कहा कि अब जो पहली कैबिनेट बैठक होगी उसमें नकल कानून पास होगा और वैसा ही हुआ।

रक्षामंत्री ने कहा कि प्रदेश में युवाओं के भविष्य को सुधारने की दिशा में यह उस समय का सबसे महत्वपूर्ण कदम था। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय कल्याण सिंह का सड़क से लेकर शिखर तक का सफर सबके लिए प्रेरक है। प्रतिमा लगाने को लेकर उन्होंने महापौर संयुक्ता भाटिया और नगर निगम प्रशासन की तारीफ की और यह उम्मीद भी की कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह की जयंती व पुण्य तिथि पर माल्यार्पण भी हर बार किया जाएगा।

इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह के द्वारा प्रदेश के विकास और राम मंदिर के लिए किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उनकी प्रतिमा स्थापना के लिए वह प्रतिबद्घ थीं और उसे उन्होंने पूरा किया। जिस तरह कठिन परिश्रम और बेहतर शासन से उन्होंने प्रदेश को आगे बढ़ाया अब उसकी सीख उनकी प्रतिमा को देख सब लेंगे। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने कार्यक्रम के अंत में रक्षामंत्री का आभार जताया।

राम मंदिर को लेकर क्लयाण सिंह के योगदान को बताने की जरूरत नहीं

रक्षामंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह का राम मंदिर को लेकर कितना योगदान है यह बताने की जरूरत नहीं है। जब अयोध्या में ढांचा गिरने की सूचना आई थी तब वह मुख्यमंत्री आवास में लुंगी और बंडी पहनकर बैठे थे। ढांचा गिरने की जानकारी आने पर मैं (राजनाथ सिंह) मिलने पहुंचा तो उन्होंने कहा कि अब सरकार गिरने वाली है। राम मंदिर के लिए ऐसी 100 सरकारों को ठोकर मार सकता हूं। वहीं, कल्याण सिंह के पोते मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि उनके बाबा अंतिम सांस तक राम मंदिर से जुड़े रहे। राम मंदिर का उनका सपना साकार हो रहा है।

प्रदेश और राम मंदिर को समर्पित रहा उनका जीवन
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह का पूरा जीवन प्रदेश और राम मंदिर के लिए समर्पित रहा। उन्होंने यह भी कहा कि राजधानी के विकास के लिए रक्षा मंत्री व सांसद राजनाथ सिंह ने बहुत काम किया। सड़कों के साथ गलियों के विकास का भी ध्यान रखा। जाम दूर करने के लिए पुल बनवाए। छह और नए पुलों का बनना प्रस्तावित हैं। उसका पत्र सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी के पास है। इससे पहले नगर निगम के कर्मचारी नेताओं ने रक्षामंत्री का स्वागत फूल मालाओं से किया।