वायु प्रदूषण(Air Pollution) रोकथाम के लिए जन सामुदायिक सहयोग बेहद महत्वपूर्ण – सीएमओ
खबरी पोस्ट चंदौली, 12 सितम्बर 2022 | जनपद में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सात सितंबर से 10 सितंबर तक नेशनल प्रोग्राम फॉर क्लाइमेट चेंज एंड ह्यूमन हेल्थ के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस जागरूकता अभियान चलाया गया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वाई के राय ने दी। सीएमओ ने बताया कि इस अभियान के दौरान वायु प्रदूषण के कारण एवं उससे होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग धुआं रहित ईंधन का प्रयोग अधिकाधिक वृक्षारोपण करें तथा पत्तियां पराली प्लास्टिक पटाखे कूड़ा इत्यादि को न जलाएं। वायु प्रदूषण रोकथाम के लिए जन सामुदायिक सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हेमंत कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण से होने वाली कोई भी स्वास्थ्य समस्या कम समय में असर नहीं करती।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हेमंत कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण से होने वाली कोई भी स्वास्थ्य समस्या कम समय में असर नहीं करती। वायु प्रदूषण का लोगों के स्वास्थ्य पर लंबे समय में प्रभाव पड़ता है| यह एक धीमे जहर की तरह है और शरीर में धीरे-धीरे बढ़ता है| यदि वायु प्रदूषण का प्रभाव का पता चलते ही तत्काल शुरुआती चरण में ही इससे निपट सकते है। यह एक न दिखने वाले दुश्मन की तरह है, बिना किसी को खबर दिए शरीर को नुकसान पहुंचाता रहता है।
जिला पब्लिक हेल्थ विशेषज्ञ एवं कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ कल्पना सिंह ने कहा कि तीन दिवसीय वायु प्रदूषण जागरूकता अभियान शहरी एवं ब्लॉक स्तरीय लगभग स्कूल एवं इंटर कॉलेज व पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की उपस्थिति में चलाया गया।
जिला पब्लिक हेल्थ विशेषज्ञ एवं कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ कल्पना सिंह ने कहा कि तीन दिवसीय वायु प्रदूषण जागरूकता अभियान शहरी एवं ब्लॉक स्तरीय लगभग स्कूल एवं इंटर कॉलेज व पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की उपस्थिति में चलाया गया।
डॉ कल्पना सिंह ने बताया कि वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारी जैसे – टीबी, अस्थमा, कैंसर, हृदय रोग और त्वचा की एलर्जी एवं फेफड़ों में संक्रमण, आंखों में जलन सांस लेने में परेशानी चलने पर थकावट अथवा सीने में दर्द आदि खतरनाक जानलेवा बीमारियां हो जाती है |
इस दौरान लगभग पाँच हजार से ज्यादा स्कूली बच्चों ,स्टाफ कर्मियों एवं आमजन को वायु प्रदूषण से होने वाली स्वास्थ्य सबंधी बीमारियों के प्रति जागरूक किया गया |
डॉ कल्पना सिंह ने बताया कि वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारी जैसे – टीबी, अस्थमा, कैंसर, हृदय रोग और त्वचा की एलर्जी एवं फेफड़ों में संक्रमण, आंखों में जलन सांस लेने में परेशानी चलने पर थकावट अथवा सीने में दर्द आदि खतरनाक जानलेवा बीमारियां हो जाती है | साथ ही नवजात शिशुओं में भी विकास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। प्रदूषित वायु गुणवत्ता बच्चों में स्वास्थ्य समस्याओं का एक प्रमुख कारण है| बढ़ती हुई जनसंख्या, औद्योगिकरण वाहनों, हवाई जहाज आदि ने इस मुद्दे को गंभीर पर्यावरण का विषय बना दिया है|
बचाव – इसके लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना। सामूहिक प्रयासों के द्वारा वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है| मास्क पहनकर बाहर निकलें। भाप लें। प्राणायाम करें | बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें |
बचाव – इसके लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना। सामूहिक प्रयासों के द्वारा वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है| मास्क पहनकर बाहर निकलें। भाप लें। प्राणायाम करें | बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें |
इस अभियान में डॉ नीतीश कुमार, अजय कुमार, डॉ अभिषेक, कुसुम मिश्रा, सचिन एवं गोविंद शामिल हुये|