Gang rape, heinous murder by kidnapping Dalit sisters

भारी विरोध के बाद हुआ दलित बहनों का अंतिम संस्कार

आधा दर्जन दुष्कर्मी पुलिस की गिरफ्त में

एस एसटी आयोग ने दलित बहनों के हत्या के मैटर को लिया सज्ञान

15 घंटों के अन्दर पुलिस ने किया घटना का पर्दाफास

खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
लखीमपुर।
लखीमपुर खीरी के निघासन में दो सगी बहनों के साथ बुधवार को हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में गुरुवार देर शाम दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजन को उनकी तीन मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया गया है। सुबह मामला मीडिया में आने के बाद इस पर दिनभर राजनीति गर्माती रही। इस मामले के सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों बहनों संग पहले सामूहिक दुष्कर्म किया गया, इसके बाद उनकी रस्सी से गला दबाकर हत्या की गई। फिर उनके शवों को पेड़ से लटका दिया गया।बड़ी बहन का शव ऊपर, जबकि छोटी बहन का शव नीचे लटका था। छोटी बहन के घुटने जमीन पर टिके थे। बड़ी बहन हाईस्कूल और छोटी आठवीं में पढ़ती थी।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के निघासन क्षेत्र में अगवा कर दो सगी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के केस में पुलिस ने गुरुवार को छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें से एक आरोपित की गिरफ्तारी मुठभेड़ के बाद हुई, जिसके पैर में गोली लगी है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पहले लड़कियों को गला दबाकर मारा गया, फिर शव को पेड़ पर लटका दिया गया। पुलिस के मुताबिक यह जघन्य वारदात बुधवार शाम चार से पांच के बीच की है। हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने करीब 15 घंटे में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आइये जानते हैं इन 15 घंटों में पुलिस कैसे इस वारदात का राजफाश किया।
वही दो बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म तथा हत्या के मामले का एससी एसटी आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, डीजीपी, जिलाधिकारी लखीमपुर खीरी तथा एसपी लखीमपुर से रिपोर्ट मांगी है।

घर वालों का आरोप लगाया कि जुनैद, सुहैल और हफीजुल रहमान के साथ पीड़ित लड़कियों के घर पहुंचा। आरोपी लड़कियों को बहला फुसला कर ले गया। वहीं पुलिस के अनुसार बुधवार शाम चार बजे से पांच बजे के करीब किशोरियों को कोई अगवा करके लेकर नहीं गया था, बल्कि वह दोनों स्वयं किसी छोटू नामक आरोपित के साथ गई थीं, जिसके बाद उनके साथ अनहोनी हो गई। तकरीबन 5 बजे घर से लगभग एक किमी दूर एक खेत में लड़कियों के शव पेड़ से लटके मिले। उसके बाद भीड़ लगनी शुरू हो गई। इधर, आरोपी गांव से निकल चुके थे।

बुधवार शाम 5.50 बजे किशोरियों के शव खेत में पेड़ से लटके मिले

ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को नीचे उतारा गया। इसके बाद जब पुलिस पंचनामा की कार्रवाई करने लगी, तो ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया। पुलिस के मुताबिक, इस रोड जाम में छोटू कहीं नहीं दिखा। इधर, मामला बिगड़ता चला जा रहा था।

बुधवार शाम 7 बजे से 9 बजे तक चला हंगामा

घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाल समेत पुलिसकर्मी और तमाम प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया कर्मी मौके पर पहुंच गए। शाम सात बजे ग्रामीणों और पुलिस के बीच कहासुनी प्रारॅॅम्भ हो गई। पुलिस ने किसी प्रकार एंबुलेंस से शवों को लखीमपुर भेजा । इसके कुछ देर बाद ग्रामीण निघासन पहुंचे और कस्बे के सदर चैराहे को जाम कर दिया। एसपी संजीव सुमन चैराहे पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन मामले का हल नहीं निकल पाया। रात 9 बजे तक जाम लगा रहा और लोग हंगामा करते रहे।
ग्रामीणों के हंगामें के बीच लड़कियों की मां ने पहली बार गांव के छोटू पर बेटियों को मरवाने का आरोप अफसरों के सामने जड़ा। इसके बाद फिर से पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते ग्रामीण फिर चैराहे पहुंचे और मां को सड़क पर लिटाकर एक बार फिर से जाम लगा दिया। इस बीच रात 10.30 बजे पुलिस ने छोटू को घर से पकड़ लिया। छोटू घर पर आराम से लेटा हुआ था। पुलिस ने जब छोटू से कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो छोटू ने सारी बात उगल दी। छोटू ने ही आरापी जुनैद और सुहैल के नंबर पुलिस को उपलब्ध कराए।


रात तकरीबन 10 बजे आईजी लक्ष्मी सिंह निघासन चैराहे पर पहुंचीं और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया और इसके बाद घटनास्थल के लिए रवाना हो गईं। इस बीच सभी आरोपी अपने .अपने घर पहुंच चुके थे। पुलिस के अनुसार, ये सभी आरोपी रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब में फरार होने की योजना बनाकर घर गए थे। सभी को रात को 12 बजे गांव के बाहर मिलना था।
रात 12.30 बजे सुहैल, हफीजुलर्रहमान और करीमुद्दीन दबोचे गए । पांचों आरोपी रात में गांव के बाहर मिलने की योजना बनाकर निकले थे। सुहैल अपनी बाइक से सबसे पहले गांव के बाहर पहुंचा, फिर हफीजुलर्रहमान और करीमुद्दीन आ गए। ये लोग गांव छोड़ने के लिए अपने दोनों साथियों का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच करीब 12.30 बजे पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने रात को ही आरिफ को भी पकड़ लिया। इधर, आईजी के समझाने के बाद ग्रामीण परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचे। मां की तरफ से एसपी संजीव सुमन को तहरीर दी गई।

गुरुवार सुबह 8 बजे जुनैद मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार

छोटू समेत चार आरोपी गिरफ्तार होने के बाद पुलिस मुख्य आरोपी जुनैद की तलाश में जुट गई। उसका मोबाइल भी सर्विंलांस पर था, सुबह करीब 4 बजे के आस पास उसकी लोकेशन गांव के ही खेतों में मिली। पुलिस ने घेराबंदी कर ली। पुलिस के सामने आते ही जुनैद ने गोली चलाने की धमकी दी। पुलिस ने भी गोली चलाई जो उसके पैर में लगी। वह गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

गुरुवार सुबह 9 बजे हुआ पूरी वारदात का खुलासा

एसपी संजीव सुमन ने प्रेस कांफ्रेंस करके घटना का खुलासा किया। छह आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। एसपी संजीव सुमन ने बताया कि बुधवार को निघासन में दो सगी बहनों के शव पेड़ से लटके मिले थे। जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें जुनैद, सुहैल, हफीजुर्रहमान, छोटे उर्फ आरिफ, करीमुद्दीन, व छोटू गौतम हैं। आरोपितों में छोटू उसी गांव का है, जबकि अन्य पांच लालपुर गांव के रहने वाले हैं।

गुरुवार सुबह 10 बजे शवों को डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम

गुरुवार सुबह 10 बजे दोनों बहने के शवों को डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे। परिवार के सिपुर्द किए गए। वारदात की खबर सामने आने के बाद विपक्षी दल सक्रिय हो गए और पोस्टमार्टम हाउस से लेकर गांव तक उनकी हलचल पूरे दिन रही। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पहले लड़कियों को गला दबाकर मारा गया, फिर शव को पेड़ पर लटका दिया गया।

गुरुवार शाम 5.45 बजे हुआ शवों का अंतिम संस्कार

पोस्टमार्टम के बाद घरवालों ने दोनों किशोरियों के अंतिम संस्कार करने से तब तक इन्कार कर दिया जब तक उनकी मांगें पूरी न हो जाएं। उनकी मांग थी कि परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद, एक आवास और एक सरकारी नौकरी दी जाए, जिस पर घंटों तक प्रशासन परिवार को समझाता रहा। आखिरकार देर शाम प्रशासन को सफलता मिली। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि परिवार को आश्वस्त किया गया है कि उनकी वाजिब मांगें मानी जाएंगी। शासन को अवगत करा दिया गया है और परिवार ने स्वेच्छा से अंतिम संस्कार कर दिया है।

सरकार ऐसा कदम उठाएगी कि उनकी आने वाली पीढियों की आत्मा भी कांप उठेगी: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखीमपुर कांड मामले में कहा कि अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या में जुनैद, सोहेल, हाफिजुल, करीमुद्दीन और आरिफ शामिल थे। पहले लड़कियों की गला दबाकर हत्या की गई और फिर उन्हें फांसी पर लटका दिया गया। ऐसा कदम उठाएगी कि उनकी आने वाली पीढियों की आत्मा भी कांप उठेगी। परिवार जाएगाय -ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लखीमपुर की घटना दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मैं विपक्ष से उम्मीद करता हूं, चाहे अखिलेश यादव हों, प्रियंका गांधी हों या मायावती हों, वे मामला का राजनीतिकरण करने के बजाय परिवार को सांत्वना दें। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखीमपुर कांड मामले में कहा कि अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या में जुनैद, सोहेल, हाफिजुल, करीमुद्दीन और आरिफ शामिल थे। पहले लड़कियों की गला दबाकर हत्या की गई और फिर उन्हें फांसी पर लटका दिया गया। ऐसा कदम उठाएगी कि उनकी आने वाली पीढियों की आत्मा भी कांप उठेगी। परिवार जाएगाय -ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लखीमपुर की घटना दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मैं विपक्ष से उम्मीद करता हूं, चाहे अखिलेश यादव हों, प्रियंका गांधी हों या मायावती हों, वे मामला का राजनीतिकरण करने के बजाय परिवार को सांत्वना दें। कानून का राज कायम है।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखीमपुर कांड मामले में कहा कि अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या में जुनैद, सोहेल, हाफिजुल, करीमुद्दीन और आरिफ शामिल थे। पहले लड़कियों की गला दबाकर हत्या की गई और फिर उन्हें फांसी पर लटका दिया गया। ऐसा कदम उठाएगी कि उनकी आने वाली पीढियों की आत्मा भी कांप उठेगी। परिवार जाएगाय -ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लखीमपुर की घटना दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मैं विपक्ष से उम्मीद करता हूं, चाहे अखिलेश यादव हों, प्रियंका गांधी हों या मायावती हों, वे मामला का राजनीतिकरण करने के बजाय परिवार को सांत्वना दें। कानून का राज कायम है।

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