राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस के अवसर पर राजकीय इंटर कालेज परिसर में गोष्ठी का आयोजन

खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
नौगढ़,चन्दौली।
राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस के अवसर पर गुरुवार को राजकीय इंटर कालेज परिसर में गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए उपजिलाधिकारी डा.अतुल गुप्ता ने कहा कि महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया बहुत ही गरीब परिवार से मिलान करने के बावजूद कभी भी धैर्य को कमजोर नहीं होने देने के साथ ही हिम्मत के बलबूते अग्रसर होते रहे।
जिसका प्रतिफल सामने है कि वर्ष 1968 से देश उनके जन्मदिवस 15 सितंबर को इंजीनियर डे के रूप में मना रहा है।जिन्होंने संसाधनों के अभाव में भी सिविल इंजीनियर बनकर के नागार्जुन सागर डैम सहित बड़े बड़े बांधों की परिकल्पना करके साकार रूप देने मे अपने अर्जित ज्ञान का उपयोग किया।
जिससे सिंचाई सुविधा बढने के साथ ही ऊर्जा मे काफी वृद्धि हुई।बिजली की पर्याप्त उपलब्धता होने पर अनेकों विद्मुत चालित संयत्रों के निर्माण व संचालन में इंजिनियरों की बहुतायत संख्या हुई।जिससे उन्हें पावर आंफ गार्ड की उपाधि मिली।

कुछ भी बन बस कायर मत बन रहेगी हर दम यही भावना

बताया कि कुछ भी बन बस कायर मत बन शिक्षणार्थियो मे सदैव यह भावना बनी रहनी चाहिए।जिससे मन मस्तिष्क में निष्काम की बातो का समावेश न होकर मेहनत व लगन से शिक्षार्जन करने की प्रवृत्ति कायम रहेगी।
कहा कि संपत्ति का बंटवारा तो किया जा सकता है लेकिन ज्ञान ही एक ऐसी पूंजी है।जिसे न तो कोई बांट सकता और न ही छीन सकता है।इसे जितना खर्च किया जाय उतनी ही बढती है।
बच्चे देश के भविष्य हैं जो कि शिक्षा के ही बदौलत ही शिक्षक इंजीनियर डाक्टर अधिकारी व राजनेता समाज सेवक ईत्यादि बनेंगे।जिन्हें महापुरुषों की जीवनी को आत्मसात करके अभिभावकों की प्रेरणा पाकर गुरूजनों से कराए जाने वाले ज्ञानार्जन का अनुसरण मन लगाकर के दृढ संकल्पित होकर करना चाहिए। वही उन्होने कहा की खबरी ने एक खबर पिछले दिनों प्रकाशित की थी कि दुनिया में हर चौथा इंजीनियर भारतीय । जिसे आज इस दिवस पर चरितार्थ होते देखा जा सकता है। आप इसे ब्यर्थ न जाने दे। धैर्य व लगन के बारे में कहानियों के माध्यम से जागरूक होने संबंधी विचारों को भी साझा किया।
विशिष्ट अतिथि भाजपा मंडल अध्यक्ष भगवान दास अग्रहरी ने कहा कि शिक्षा के मंदिर मे समय समय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के उद्देश्य को समझना ही विद्मार्थियो का मूल उद्देश्य होना चाहिए।

मेहनत व लगन से ही प्रतिभा मे आएगा निखार

परिस्थितियां किसी के विकास को रोक नहीं सकती।बस लक्ष्य का निर्धारण कर धैर्यवान व संस्कारित होना चाहिए।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य आलोक कुमार यादव शिक्षक कृष्ण बर्मा प्रमोद तिवारी अवनीश श्रीवास्तव प्रदीप कुमार शुक्ला विजय कुमार पाठक संतोष कुमार यादव प्रदीप कुमार गंगासागर उपाध्याय योगेश प्रताप सतीश कुमार यादव संतोष यादव मनोज कुमार यादव सुनील कुमार गुप्ता मौजूद रहे।

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