Ayushman Golden Card

गाेल्डेन कार्ड होने पर भी वाराणसी में बीरभानपुर निवासी दीपू मुसहर (30) का इलाज नही हो सका। उसके पास आयुष्मान कार्ड Ayushman Card तो था लेकिन निजी अस्पतालों ने इलाज करने से मना कर दिया।जब कि उनके यहाँ आयुस्मान से इलाज का बोर्ड लगा हुआ था। परिजन उसे लेकर चक्कर काटते रहे लेकिन जब कहीं नहीं भर्ती हुआ तो घर लेकर चले आए

खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी ।
Ayushman Golden Card : सरकार कहती है कि अगर आपके पास आयुष्मान कार्ड है तो निः शुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी। यह तो नियम है लेकिन हकीकत में लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है कि नही इसका पता सरकार को भी नही है। जिसका ज्वलंत उदाहरण मंगलवार को सड़क दुर्घटना में घायल बीरभानपुर निवासी दीपू मुसहर (30) के पास आयुष्मान कार्ड तो था लेकिन निजी अस्पतालों ने इलाज करने से मना कर दिया। परिजन उसे लेकर चक्कर काटते रहे लेकिन जब कहीं नहीं भर्ती हुआ तो घर लेकर चले आए।आयुष्मान कार्ड को ही गोल्डेन कार्ड भी कहा जाता है।

दीपू मुसहर की मां लक्षना ने बताया कि उसके बेटे का 15 सितंबर की रात में राजातालाब ओवर ब्रिज के नीचे एक्सीडेंट हो गया था। दुर्घटना में उसे हाथ पैर के साथ चेहरे पर चोटें आई थी। जबड़े में अधिक चोट लगने के कारण वह न तो बोल पा रहा है और ना ही खाना खा पा रहा है। दीपू की मां के अनुसार सोमवार को भी वह अखरी बाईपास स्थित एक निजी चिकित्सालय में ले गई थी उन्होंने उसे भर्ती करने से मना कर दिया।



Benefit of Ayushman Golden Card

कैसे – कैसे लाभ करता है आयुष्मान गोल्डेन कार्ड

1- आयुष्मान योजना देश में गरीबों को मुफ्त में बीमा कवरेज मुहैया कराती है।

2- दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकार खर्च पर चलने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है

3- 5 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस कवर मिलता है प्रत्येक लाभार्थी परिवार को सालाना

4- 250 से ज्यादा बीमारियां शामिल हैं इसमें कैंसर और दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों सहित

बाईपास पंडितपुर स्थित एक मेडिकल कॉलेज ने भी आयुष्मान कार्ड दिखाने के बाद भी उसे एडमिट नहीं किया। लिहाजा वह देर शाम बारिश में भीगते हुए घर वापस गई। उसकी माॅं का कहना था कि उसके पास आयुष्मान कार्ड है उसका इलाज होना चाहिए। कुछ अस्पताल वालों ने पहले पैसा जमा करने को कहा। दीपू और उसके घर वाले परेशान हैं कि चार दिन से भोजन न कर पाने तथा इलाज न होने की स्थिति में उसकी हालत कहीं और न खराब हो जाए।

इस बारे में जब सी एम ओ डॉ. संदीप चैधरी से बात की गई तो उन्होने कहा कि आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए निःशुल्क इलाज की व्यवस्था है। इस मामले में संबंधित मरीज को क्यों नहीं इलाज मिला, इसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही यह भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी कि कार्ड धारकों को लाभ मिल सके।