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सरकार ने पूर्वी कमान के प्रमुख रहे लेफ्टिनेंट जनरल चौहान (रिटायर्ड) को देश का नया चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किया है। वह मूल रूप से वह मूल रूप से उत्‍तराखंड के पौड़ी जनपद के ग्राम गवाणा, पट्टी चलनस्यू ब्लॉक खिर्सू के रहने वाले हैं। 18 मई, 1961 को जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में कमीशन दिया गया था। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़गवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। मेजर जनरल रैंक में उन्होंने उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी।भारतीय सेना के DGMO रह चुके हैं।

सरकार ने तीन स्टार सैन्य अधिकारी को पहली बार बनाया सीडीएस जनरल रावत के बाद लेफ्टिनेंट जनरल चौहान देश के दूसरे CDS होंगे

लेफ्टिनेंट जनरल चौहान CDS के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों के विभाग के सचिव भी होंगे। पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत की हेलीकाप्टर दुर्घटना में निधन के बाद बीते करीब 10 माह से यह पद खाली था।

CDS अनिल चौहान का जीवन परिचय (CDS Anil Chauhan Biography)

नामअनिल चौहान कराओके
जन्म दिनांक18 मई 1961 (उत्तराखंड)
सेवाभारतीय सेना में
पददेश के द्वितीय CDS अधिकारी
उम्र61 वर्ष
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पत्नी का नामअनुपमा चौहान
जाती (धर्म) (Caste)राजपूत (हिन्दू धर्म)
बच्चे1 बेटी
बेटी का नामप्रज्ञा चौहान
CDS ANIL CHAUHAN

जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों का उन्हें व्यापक अनुभव

जनरल रावत के बाद लेफ्टिनेंट जनरल चौहान देश के दूसरे सीडीएस होंगे। नए सीडीएस का कार्यकाल उनके पद भार संभालने से लेकर सरकार के अगले आदेश तक होगा। सेना में करीब 40 साल तक विशिष्ट सेवाएं देने के बाद सेवानिवृत्त हुए लेफ्टिनेंट जनरल चौहान अपने करियर में कई कमांड सहित अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों का उन्हें व्यापक अनुभव है।

लेफ्टिनेंट जनरल चौहान सैन्‍य अकादमी देहरादून के छात्र

इन्हीं नए नियमों के तहत लेफ्टिनेंट जनरल चौहान को नया सीडीएस नियुक्त किया गया है। 18 मई, 1961 को जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में कमीशन दिया गया था। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़गवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। मेजर जनरल रैंक में उन्होंने उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी।

पात्रता मानदंड में एक और अहम बदलाव यह किया गया है कि हाल ही में रिटायर सेना प्रमुख और उप प्रमुख भी इस पद के लिए पात्र होंगे हालांकि इसके लिए आयुसीमा 62 वर्ष निर्धारित है.  देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ, जनरल बिपिन रावत की पिछले साल दिसंबर में तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्‍टर दुर्घटनाग्रस्‍त  से हुई मौत के बाद नियमों में यह बदलाव सामने आए हैं.  इस हेलीकॉप्‍टर में जनरल बिपिन रावत की पत्‍नी और कुछ आला सैन्‍य अधिकारियों को भी जान गंवानी पड़ी थी. इसके बाद से भारत का सीडीएस पद रिक्‍त है. जनरल बिपिन रावत को सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने के बाद देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ (CDS) नियुक्‍त किया गया था.इन्हीं नए नियमों के तहत जनरल चौहान को नया सीडीएस नियुक्त किया गया है।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) क्या है?

देश की रक्षा का ख्याल रखना एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में देना चाहिए जो सही समय पर उचित निर्णय लेकर देश की रक्षा को सदैव बनाए रखें। चीफ ऑफ डिफेंस वह व्यक्ति होता है जो प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के पद पर आसीन व्यक्तियों की महत्वपूर्ण रक्षा और रणनीतिक मुद्दों से जुड़े सभी फैसलों पर अपने विचार विमर्श भी प्रकट करने का पूरा हक रखता है।

वह प्रधानमंत्री का एक ऐसा सलाहकार होता है जो परमाणु मुद्दों पर भी अपनी राय सरकार को दे सकता है। उसका मुख्य कारण यह होता है कि वह देश में मौजूद तीनों प्रकार की सेनाओं के बीच प्रशिक्षण खरीद परिवहन जैसे सभी कार्यों पर कड़ी निगरानी रख सके, और उनके लिए एक मजबूत दीर्घकालिक योजना का समन्वय कर सके।

CDS अनिल चौहान के मुख्य काम।

  • भारत में मौजूद रक्षा संसाधनों को बेहतर बनाने के लिए और उनका पुनर्गठन करने के लिए मुख्य भूमिका निभाते हुए चीफ ऑफ डिफेंस नजर आएंगे।
  • यदि तीनों सेनाओं के बीच किसी भी प्रकार का कोई विवाद हो जाता है तो उसको समझाने का एवं कर्तव्य भी सीडीएस के पास ही होगा।
  • देश की तीनों अंगों की महत्वपूर्ण सेनाओं को प्रशिक्षित करना उनको ट्रांसपोर्ट सर्विसेस प्रदान करना भी सीडीएस का मुख्य काम होगा।
  • सेना में मौजूद किस अधिकारी का ट्रांसफर कहां होगा और कब होगा इस बात की सभी प्रकार की जिम्मेदारी और निर्धारण भी सीडीएस के पास ही होगा।
  • CDS के प्रमुख कामों में उसे यह काम सौंपा जाएगा कि वह भारत में मौजूद सभी प्रकार की रक्षा समिति के लिए एक सलाहकार के रूप में काम करे।
  • भारत एक न्यूक्लियर वेपन से संपन्न देश है, ऐसे में CDS न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी के लिए सैन्य सलाहकार के तौर पर भी काम करता है, इस कमांड का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है।
  • CDS का काम अनुमानित बजट के आधार पर तीनों सेवाओं की लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ कैपिटल एक्विजिशन की जरूरतों को सुव्यवस्थित करने में मदद करना है।