संयुक्त प्रांत अवध आगरा उ.प्र.के विधान परिषद सदस्य भी रहे बाबू प्रसिद्ध नारायण सिंह

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

प्रयागराज। वर्ष 1887 मे युनाइटेड स्टेट्स उत्तर प्रदेश के प्रथम स्थापित विश्वविद्यालय प्रयागराज से वर्ष 1893 में स्नातक की डिग्री (इंग्लिश लिटरेचर, फिलासफी एवं संस्कृत) की मानद उपाधि हासिल करने वाले श्रद्धेय ठाकुर बाबु प्रसिद्ध नारायण सिंह ग्राम- कादिराबाद, परगना-महाईच तहसील-जमनिया, जिला-गाजीपुर, बंगाल प्रदेश की गौरव गाथा को जनपद चन्दौली सदैव स्मरणीय रखेगा।
वर्तमान समय में इनके परिवार के लोग सम्मानित परिवेश मे जनपद चन्दौली के नौगढ तहसील अन्तर्गत शमशेरपुर गांव में गुजर बसर कर रहे हैं।

भारत छोड़ो आंदोलन में १६अगस्त १९४२ को हुए धानापुर कांड (जिसमें थाना फूंके जाने के साथ ही 7 अंग्रेज सिपाही हताहत हुए थे ) मे प्रेरक एवं अग्रणी भूमिका बाबू प्रसिद्ध नारायण सिंह की होने पर इनके छोटे भाई राजनरायन सिंह व भतीजा गुलाब सिंह तथा एक अन्य को आजन्म कारावास तथा अन्य आरोपी को फांसी की सजा सुनाई गई थी।


जिसमें उनका घर अंग्रेजों द्रारा ढहवा दिए जाने पर परिजन लगभग 6 माह तक पेड़ की नीचे जीवन बसर किए फिर भी अंग्रेज शासकों के आगे घूटना नहीं टेका।बाबू प्रसिद्ध नारायण सिंह को जिला परिषद अध्यक्ष गाजीपुर एवं वाराणसी जनपद के चेयरमैन पद का समुचित निर्वहन करने के बाद संभावित वर्ष 1921 मे संयुक्त प्रान्त अवध आगरा उ.प्र.का विधान परिषद सदस्य भी चुना गया।

इंग्लैंड के राजा एडवर्ड फोर्थ ने राष्ट्रीय पुरस्कार व प्रसस्ति पत्र प्रदान करके किया था सम्मानित


जिन्हें इंग्लैंड के राजा एडवर्ड फोर्थ ने राष्ट्रीय पुरस्कार व प्रसस्ति पत्र प्रदान करके सम्मानित भी किया था।
उन्होंने क्षत्रीय जाति के शैक्षणिक विकास के लिए सर हीवेट क्षत्रिया कालेज (उदय प्रताप कालेज वाराणसी) व बलवंत राजपूत कालेज आगरा की नींव जनसहयोग से रखा था।जिससे भारतवर्ष के अन्य प्रदेशों की तुलना में उ.प्र.मे क्षत्रिय समाज शिक्षित व उद्मोग मे अग्रसर है।
पर्यावरण प्रेम मे अपार निष्ठा रखने वाले इनके पौत्र बलिराम सिंह उर्फ गोबिंद सिंह का वर्तमान समय में चन्दौली सोनभद्र एवं मिर्जापुर जनपद में ब्याप्त रहे माओवादी हिंसा पर अंकुश लगने में विशेष भूमिका रही है।
जिन्होंने काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर की अतिक्रमित करीब 1 लाख एकड़ आरक्षित वनभूमि पर माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे मु.सं. 2772/2 बलिराम सिंह बनाम उ.प्र.सरकार योजित कर सेना लगाकर के खाली करवाने का आदेश पारित कराया।
साथ ही जनपद सोनभद्र मे जे पी एसोसिएट लिमिटेड द्रारा लगभग हजार हेक्टेयर आरक्षित वनभूमि पर अवैध कब्जा दखल करके अपना आधिपत्य कायम करने को बेबुनियाद करार कराते हुए जे पी सीमेंट सुपर प्लांट क्लिंकर प्लांट (एडवांस टेक्नोलॉजी वाली 2 फैक्ट्री)सोनभद्र जिले के कोटा गांव के समीप की खाता संख्या 3200 से 3206 तक रकबा करीब 40 हेक्टेयर आरक्षित वनभूमि पर बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के संचालन व निर्माण को मा.सर्वोच्च न्यायालय मे मु.सं.130/2011 बलिराम सिंह बनाम जे पी एसोसिएट वगैरह दाखिल कर स्थानांतरण एन जी टी के मु.सं. 495/2015 द्रारा अतिक्रमित आरक्षित वनभूमि को अतिक्रमण मुक्त व निर्माण को अवैध घोषित करवाया।
जिसमें जे पी एसोसिएट का लगभग 6 हजार करोड़ रूपया की क्षति हुई है।
वहीं बेलस्पन पावर एनर्जी मड़िहान मिर्जापुर द्रारा ददरीं ईत्यादि गांव के किसानों को 20000 रूपये प्रति एकड़ की दर से दिए जाने का प्रलोभन देकर के लगभग 800 एकड़ संक्रमणीय भूमि व करीब 500 एकड़ आरक्षित वनभूमि पर स्थापित किए जा रहे 1320 मेगावाट पावर प्लांट को बेदखल कराया।
प्रपौत्र हिमांशु सिंह भी चन्द्रशेखर फाउंडेशन की स्थापना कर समाज सेवा में अग्रसर है।साथ ही प्रपौत्र अजवेन्द्र कश्यप उर्फ डब्लू सिंह भी जनसेवा की भावना से ओत प्रोत रहकर नौगढ ब्लाक के प्रमुख पद का निर्वहन कर चुके हैं।