जानें CHAKIA के दुर्गा पूजा समितियों का इतिहास

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

चकिया‚चंदौली। चकिया नगर में स्थापित दुर्गापूजा समितियों के बारे में जब खबरी पोस्ट ने जानकारी इकट्ठी करनी चाही और जानना चाहा कि नगर में कब से दुर्गा पूजा मनाया जा रहा है तो खबरी पोस्ट के कार्यालय पर आये हुए सर्वप्रथम दुर्गापूजा के संस्थापक सदस्य रामचन्दर प्रसाद जायसवाल व बद्री प्रसाद केशरी ने बताया कि – सर्वप्रथम एक दुर्गापूजा समिति बनाई गई जिसमें नगर के सभी लोग शामिल होकर दुर्गा पूजा मनाया करते थे। वह भी महाराजा काशी नरेश द्वारा क्षेत्र के लोगो व अधिवक्ताओं को लिए दान में दी गई जिसका नाम था लाइब्रेरी। वर्तमान में उसे आदित्य पुस्तकालय के नाम से जाना जाता है।जिसका संचालन वार एसोसिएशन चकिया के पदाधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है।

सर्व प्रथम लाइब्रेरी जो वर्तमान में श्री आदित्य पुस्तकालय है से प्रारम्भ हुआ सफर

इसी लाईब्रेरी में सर्वप्रथम दुर्गापूजा सन् 1974 ई० में प्रारम्भ हुई । इसके संस्थापक सदस्यों में नरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव‚ रामचन्दर प्रसाद जायसवाल‚स्व० नन्दलाल गुप्तʺ निराला‘ ‚स्व०अरविन्द कुमार ‚रामगोपाल प्रसाद जायसवाल‚राजेन्द्र कसौधन‚बद्री प्रसाद केशरी पत्रकार ‚ बसन्त लाल जायसवाल आदि लोग रहे। लाइब्रेरी में प्रथम पूजा के दौरान आग लगने की घटना के बाद यह पूजा महाराजा किला के गेट के अन्दर होने लगी। महाराजा काशीनरेश के एतराज के बाद समिति व महाराजा के बीच वार्ता के बाद यह सहमति बनी कि यह पूजा गेट को छोड कर थोडा आगे सन 1976 से करने की बात की गई। जिसपर समिति ने एक कोठी बाँस एक कबूतरखाना एवं 251/-नगद पूजा में सहयोग देने की बात पर सहमति बनने के बाद वर्ष 1976 से गेट के बाहर ही पूजा हाे रहा है। जो अब तक अनवरत रूप से चल रहा है। सिर्फ कोरोना काल में पूजा पर ब्रेक लगा।

वर्ष 1986 तक मात्र चार समितियां ही मना रही थी दुर्गापूजनोत्सव

महाराजा किला के बाद वर्ष 1978 में झंडा के पास श्री श्री नवज्योति दुर्गा पूजा की दूसरी कमेटी बनी। जो कि वह भी लगातार पूजा करवाये जा रही है। उसके चार वर्षो बाद यानि सन् 1982 में तीसरी समिति मुहम्म्दाबाद में बन्दना दुर्गा पूजा समिति के रूप में स्थापित हुई। इसके साथ ही अनवरत रूप से समितियेां के बढने का सिलसिला लगा रहा। चौथी दुर्गा पूजा के रूप में श्री श्री दुर्गा पूजा समिति सहदुल्लापुर के नाम से सन् 1986 में स्थापित की गई। इन समितियों के द्वारा अनवरत रूप से दुर्गा पूजा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ दशहरे पर काली जी के पोखरे पर रावण का पुतला दहन व भरत मिलान कराया जाता रहा है जिसके प्रारम्भ करने में स्व०राघवेन्द्र प्रताप शुक्ला का विशेष योगदान रहा।

कोरोना काल में बन्द रहा दुर्गापूजा

सिर्फ कोरोना काल में ही सभी पूजा का कार्य स्थगित रहा। इन चार समितियों के बाद श्री श्री बालज्योति दुर्गा पूजा समिति मुहम्मदाबाद ‚ श्री श्री बाल युवा दुर्गा पूजा समिति पुरानी सब्जी मंडी के पास ‚ श्री श्री बाल सहयोग दुर्गा पूजा समति डा० वी पी सिंह चौराहा‚ श्री श्री दुर्गापूजा समिति लोहटिया मार्केट पूर्वी बाजार नाम की पूजा कमेटियां भी अस्तीत्व में आई । इसके अलावा आस पास के बाजारों एवं कस्बों में दुर्गा पूजा का कार्यक्रम किया जाता रहा है। जैसे मंगरौर‚बरहुआ‚सैदुपूर ‚सरैया‚इलिया‚शहाबगंज‚सिकन्दरपुर‚आदि जगहों पर भी दुर्गा पूजा का आयोजन होता रहा है और हो रहा है।

बन्दना दुर्गा पूजा मे चलती– फिरती प्रतिमाएं व शहीद धर्मदेव का द्वार रहा आकर्षण का केन्द्र

लगतार कई बार से बन्दना दुर्गा पूजा समिति मोहम्मदाबाद नहर के पास में लगाई जा रही चलती फिरती प्रतिमाएं आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। इस बार भी अन्दर पॉच मिनट का एनिमेशन चलाया आ रहा है जिसमें महिसासुर का बध करते माता रानी को दिखाया जा रहा हेै। वही मुहम्मदाबाद के उस पर स्थापित श्री श्री बाल ज्याेति दुगा पूजा समिति के गेट को शहीद धर्मबीर को इंगित करते हुए देश के प्रहरी के लिए समर्पित हाेते दिखाया गया है। जो कि पूरे दर्शनार्थियों के लिए आकर्षण का केन्द्र हुआ है। इसके साथ ही उसके अन्दर एकदम गुफा का वातावरण प्रदर्शित करते हुए माँ वैष्णों देवी का पिंडी दर्शन व गणेश प्रतिमा ‚दुर्गा प्रतिमा विशेष आकर्षण का केन्द्र बना रहा। इसके साथ ही लोहटिया में भी गेट बाबा भोलेनाथ को भी समर्पित रहा।

वही बता दे कि दुर्गा पूजा पर मेला तीन दिनाें तक लगा रहता है। जिसमें भारी संख्या में आस पास के ग्रामीणों के साथ ही साथ स्थानीय लोग भी पूजा पंडालों में माँ की प्रतिमा को देखने आते जाते है। जिसके लिए पुलिस बल का ब्यापक बन्दोबस्त किया जाता रहा है। वही कई समितियों के द्वारा सहायता शिविर का भी आयोजन किया जाता रहा है। जिसके क्रम में इस बार ब्यापार मंडल की तरफ से गाँधी पार्क में सहायता शिविर का अयोजन किया गया है। वही आदित्य पुस्तकालय के पास भी अजय किरानाा स्टोर के तरफ से प्रसाद वितरण् कार्य किया जा रहा है।