काशी के तुलसी घाट पर आज नागनथैया की लीला होगी। गंगा में बाढ़ के कारण पारंपरिक लीला स्थल डूबा हुआ है और घाट के ऊपर ही लीला का मंचन होगा।

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

वाराणसी । काशी को सांस्कृतिक राजधानी ऐसे ही नही कहा जाता है। यहाँ पर घाटों के साथ ही विविध रूपों में अनेकता में एकता को समेटे हुए कार्कक्रमों की भरमार रहती है। पिछलेे दो वर्षो से कोरोना महामारी ने सारे प्रोग्रामों पर लगाम सा लगा दिया था ।

एक बार फिर से काशी अपने नैसर्गिक रूप मेें हमें देखने को मिलेगी। शिव की नगरी काशी के मेले भी निराले हैं। नटवर नागर की लीला के लिए सुरसरि कुछ पलों के लिए यमुना में तब्दील हो जाएंगी। काशी वासी गोकुल के ग्वाले और बच्चे बाल गोपाल बन जाएंगे। शनिवार को तुलसी घाट पर काशी के लक्खा मेले में शुमार नागनथैया की लीला होगी। गंगा में बाढ़ के कारण पारंपरिक लीला स्थल डूबा हुआ है और घाट के ऊपर ही लीला का मंचन होगा।

शुक्रवार को तुलसीघाट पर नागनथैया की लीला के मंचन की तैयारियों को देर रात तक अंतिम रूप दिया गया। दोपहर बाद पहुंचे पीपे पर लीला का मंच गंगा की बीच धारा में सजाया गया। वहीं, कालिया नाग का स्वरूप भी तैयार किया गया। शनिवार भोर में संकटमोचन मंदिर से कदंब की डाल काटकर लीला स्थल पर लाई जाएगी। 

तुलसीघाट पर नाग नथैया की लीला

महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र ने बताया कि 1992 के बाद यह दूसरा मौका होगा जब अस्सी घाट के रास्ते की बजाय तुलसी घाट की सड़क से ही लीला स्थल तक कदंब की डाल जाएगी। वहीं, लीला स्थल में भी थोड़ा बदलाव होगा और लीला का मंचन ऊपर ही किया जाएगा। रामायणी वाले स्थान पर कंदुक क्रीड़ा और बाल कृष्ण के यमुना में कूदने का मंचन होगा।

नाग नथैया लीला में होगा सुरक्षा का तगड़ा इंतजाम

तुलसी घाट पर होने वाली नाग नथैया की लीला में इस बार सुरक्षा व्यवस्था का तगड़ा इंतजाम रहेगा। पूरे मेला क्षेत्र को तीन जोन में बांटा गया है। पहला जोन गंगा को बनाया गया है। दूसरा जोन लीला स्थल को बनाया गया है और तीसरा जोन सड़क को बनाया गया है।

भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती

इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए सात इंस्पेक्टर, 40 पुरुष दरोगा, 20 महिला दरोगा, 160 पुरुष आरक्षी व 80 महिला आरक्षी समेत पीएसी के साथ जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम रहेगी। पूरे मेला क्षेत्र के लिए अलग से कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। दोपहर दो बजे से घाट की तरफ जाने वाले रास्तों पर वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।