• हवन की पूर्णाहुति के साथ गायत्री महायज्ञ का हुआ समापन
  • जिला कारागार अधीक्षक रहे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि।
  • सदर विधायक,साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवी हुए सम्मानित।
  • गायत्री शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे सूरत सिंह अमृता विदाई।

भंडारे में सैकड़ों भक्तों ने किया प्रसाद ग्रहण

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

सोनभद्र से प्रभात सिंह चंदेल की रिर्पोट

राबर्ट्सगंज, सोनभद्र। नगर स्थित रामलीला मैदान में शां‍ति कुंज हरिद्वार के तत्वावधान में चल रहे चार दिवसीय 24 कुण्डीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के अंतिम हवन के साथ पूर्णाहुति दी गई। इस अवसर पर महायज्ञ मंडप में लोगों को शिक्षा प्रदान की गई तथा भक्तों को दीक्षा प्रदान की गई।

वही महायज्ञ में मुख्य अतिथि के रूप में जिला कारागार अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव उपस्थित रहे। वही शांतिकुंज हरिद्वार से आए दल नायक मुख्य व्यास सूरत सिंह अमृते द्वारा सदर विधायक भूपेश चौबे, जिला कारागार अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव, वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर

विंध्य संस्कृति शोध समिति उत्तर प्रदेश ट्रस्ट के निदेशक /इतिहासकार दीपक कुमार केसरवानी, जिला उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेश गुप्ता,रमेश जायसवाल, उत्सव ट्रस्ट के आशीष पाठक, जिला युवक मंगल दल के अध्यक्ष सौरभ कांतपति त्रिपाठी, डॉक्टर हर्षवर्धन प्रजापति, प्रेमचंद गुप्ता,

वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी, रविंद्र केसरी, राम प्रसाद यादव, शशिकांत चौबे विकास द्विवेदी, मुनि महेश शुक्ला, प्रमोद चौबे, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विजय जैन, मुरारी गुप्ता, हाजी फरीद , राजेश त्रिवेदी, हर्षवर्धन केसरवानी सहित गायत्री परिवार में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पदाधिकारियों एवं सदस्यों को तिलक चंदन लगाकर अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह का सफल संचालन गायत्री परिवार के जिला समन्वयक राजकुमार तरुण ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से गायत्री परिवार के प्रकाश केसरी, गोविंद कुमार उमर, प्रदीप बालाजी, अरविंद कुमार सिंह, वासुदेव यादव, सरिता जायसवाल, प्रतिभा देवी, रामदुलारे विश्वकर्मा, बालमुकुंद शुक्ला, प्रदीप गुप्ता, गोपाल अग्रहरि, शुग्रीव मौर्या, लल्लन प्रसाद, अनिल कुमार, डा सी बी दूबे,लालता विश्वकर्मा, रामदेव जी, कालीदास जायसवाल, प्रदीप जयसवाल, राजेन्द्र जायसवाल,

महिला स्वयं सेवी कार्यकर्ता सरोज देवी जयसवाल, सरिता देवी, मन्जू देवी, रानी देवी, आशा देवी, ऊषा देवी, शशी देवी श्रीवास्तव, गीता देवी, शोभा देवी, अमरावती देवी, शकुन्तला देवी, प्रज्ञा सहित गायत्री परिवार के अन्य पदाधिकारी सदस्य गण एवं भक्त गण उपस्थित रहे।