उदयगामी भगवान भास्कर को व्रतियों ने दिया अर्घ
सेामवार की अलसुबह दुधिया रौशन से जगमग हो उठे घाट व सरोवर
जिलाधिकारी ईशा दुहन ने भोर होने के साथ ही पहुॅची छठ पूजा स्थल जाना हाल
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
ब्यूरो चन्दौली।जनपद में पूरे हर्षोल्लास के साथ छठ का महापर्व सकुशल संपन्न हुआ। उगता हुआ सूरज आपके जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और खुशियां फैलाएं की शुभकामना जिलाधिकारी ईशा दुहन ने दिया।
छठ व्रतियों को कोई समस्या ना हो इसका पूरा ध्यान रखते हुए शासन के मंशानुरूप जिलाधिकारी ईशा दुहन एवं पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल द्वारा सूर्योदय से पहले ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के मानसरोवर तथा दामोदरदास पोखरा में छठ व्रतियों को कोई कोई परेशानी ना हो इसके लिए पूर्व से तैयार व्यवस्था को देखने के लिए सूर्योदय से पहले ही गई।
उन्होंने व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया। इसी के क्रम में जनपद में समस्त अमृत मानसरोवरों तथा तालाबों और जहां कहीं पर भी छठ पूजन चल रहा है उसको सकुशल संपन्न कराने के निर्देश जिले के समस्त उपजिलाधिकारी,तहसीलदार तथा पुलिस प्रशासन के लोगों को दिया।
जनपद के विभिन्न सरोवरों, तालाब व पोखरों के घाट पर व्रती महिलाएं मन में परिवार कल्याण की मुराद लिए घंटों कमर भर ठंडे जल में खड़ी नजर आई। चकिया काली जी के पोखरे पर लम्बे इंतजार के बाद जैसे ही आसमान में लालिमा छायी व्रती महिलाओं ने भगवान भास्कर को पूरी आस्था व श्रद्धा के साथ अघ्र्य दिया और उनसे सुख-समृद्धि व परिवार के सदस्यों के दीर्घायु होने की कामना की।
हजारों की भीड़ से खचाखच भरे सरोवरों व तालाब के घाट दुधिया रौशनी में सोमवार की अलसुबह ही जगमग हो उठे
इसके साथ ही चार दिवसीय डाला छठ के कठिन व्रत का पारण भी किया। इस दौरान हजारों की भीड़ से खचाखच भरे सरोवरों व तालाब के घाट दुधिया रौशनी में सोमवार की अलसुबह ही जगमग हो उठे थे।
प्रत्यक्ष देव कहे जाने वाले भगवान भास्कर की उपासना का महापर्व डाला छठ सोमवार को पूरी श्रद्धा व आस्था के साथ सम्पन्न हुआ। अलसुबह तीन बजे के बाद व्रती महिलाओं व श्रद्धालुओं के सरोवर के तट पर आने का सिलसिला शुरू हो गया।
महिलाओं के समूह में पुरूष व घर के सदस्य सिर पर सूप, दौरी, फल-फूल व पूजन सामग्री लेकर आगे-आगे चल रहे थे। वहीं महिलाएं समूह में छठी माता के गीत गाते हुए घाट पर पहुंची और गन्ने को पानी में रखने के बाद स्वयं कमर भर पानी में खड़े होकर हाथ में अगरबत्ती लिए सूर्य के उदय होने की इंतजार करने लगी।
वहीं दूसरी ओर साथी महिलाएं घाट पर बैठकर छठी माता के गीत गुनगुनाती रहीं। इसी कड़ी में जिला मुख्यालय पर भी डाला छठ पर्व की धूम रही। प्राचीन काली माता मंदिर प्रांगण व सावजी के पोखरे पर अलसुबह पर श्रद्धालुओं व व्रती महिलाओं के आने तांता शुरू हो गया था।
सरोवर के पानी में खड़े होकर सूर्योदय का इंतजार करती रही
सूर्योदय तक दोनों सरोवरों के तट पर हजारों की संख्या में भीड़ जमा हो चुकी थी। महिलाएं सरोवर के पानी में खड़े होकर सूर्योदय का इंतजार करती थी। इस दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्र के जरिए छठी माता के गीतों का लगातार प्रसारण हो रहा था। सूर्य की किरणें स्फूटित होने के बाद जल में खड़ी महिलाओं ने भगवान भास्कर को अघ्र्य प्रदान कर व्रत का पारण किया और साथ ही परिवार कल्याण के लिए मंगल कामना भी की।
व्रती महिलाओं व उसके साथ आए परिजनों के सेवार्थ विभिन्न सामाजिक संस्थाओं जिसमें से प्रमुख रूप से चकिया मां काली जी के पोखरे पर मां काली सेवा समिति व युगान्धर सेवा समिति का योगदान प्रसंशनीय रहा। बताते चले कि प्रतिष्ठानों द्वारा सहयोग के लिए टेंट लगाया गया था, जहां अघ्र्य देने के लिए शुद्ध गाय का दूध उपलब्ध कराया जा रहा था। इसके अतिरिक्त चाय व काफी के स्टाल भी लगाए गए थे। सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाली पुलिस केातवाल के नेतृत्व में घाट पर सक्रिय दिखी।