ग्रामीण महिलाएं भी छोटे परिवार के प्रति हुई सजग
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली । जिले में नव दंपतियों व पूर्ण कर चुके परिवारों को खोज– खोजकर ‘छोटा परिवार-सुखी परिवार’ संदेश को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाया जाए। इसके लिए जिले व ग्रामीण स्तर पर आशा की मदद ली जाए। यह कहना है अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस के सिंह का।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और परिवार कल्याण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए परिवार नियोजन की सभी सुविधाओं को मुहैया करने के निर्देश दिये गए हैं।
सात माह में ही जिलें में 1519 महिलाओं व 4 पुरुषों ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की
परिवार नियोजन विशेषज्ञ राजेश कुमार राय ने कहा कि परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है। इस कारण महज सात माह में ही जिलें में 1519 महिलाओं व 4 पुरुषों ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की है। परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही उनसे सहयोग प्राप्त कर ‘नसबन्दी कार्यक्रम’ को सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों को अपनाने के प्रति जागरूक करने व केन्द्रों पर परिवार नियोजन की हर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए हैं। साथ ही आशा कार्यकर्ता व एएनएम घर-घर जाकर दंपति से सम्पर्क स्थापित करती हैं। उनका पंजीकरण करने के साथ ही उन्हें केन्द्र पर लाकर सुविधा उपलब्ध कराती हैं।
पीपीआईयूसीडी 2768,आईयूसीडी 1992, अंतरा 4234, छाया 7237, माला 25462, कंडोम 193504 प्रसव पश्चात कॉपर-टी 2218 की सुविधा
अप्रैल 2022 से आज तक 1519 महिलाएं और चार पुरुषों को नसबंदी की सेवा प्रदान की गई है। साथ ही पीपीआईयूसीडी 2768,आईयूसीडी 1992, अंतरा 4234, छाया 7237, माला 25462, कंडोम 193504 प्रसव पश्चात कॉपर-टी 2218 की सुविधा भी प्रदान की गई।
नसबंदी की कहानी लाभार्थी कुंजन की जबानी‚बिल्कुल फिट नो प्राब्लम
लाभार्थी ब्लॉक धानापुर से कुंजन कुमारी ने बताया कि मेरे पति का किराने की दुकान है। मेरे दो बच्चे हैं। बेटा चौथी कक्षा में है और बेटी तीन साल की है। अब और बच्चे नहीं चाहतीं थी। नसबंदी के लिए पति से बात की और 12 सितंबर 2022 को घर के नजदीक ही केंद्र पर साथ गई। नसबंदी के दो घंटे के बाद घर आ गई। आज मैं बिलकुल ठीक हूं। कोई दिक्कत नहीं है।
परिवार नियोजन को सफल बनाने के लिए ब्लॉक में 205 आशा व 21 एएनएम घर-घर जाकर दंपति से कर रही सम्पर्क स्थापित
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धानापुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.जे पी गुप्ता ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ब्लॉक में 205 आशा व 21 एएनएम घर-घर जाकर दंपति से सम्पर्क स्थापित करती हैं |उनके द्वारा लाये गए लाभार्थी को उनके पसंद के अनुसार आयोजित होने वाले नसबंदी के विशेष कार्यक्रम में सुविधा उपलब्ध कराती हैं|
इस आयोजन के लिए प्राथमिक स्तर पर आशा व एएनएम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है |महिला व पुरूषों की सहभागिता बढ़ाने के लिए प्रचार प्रसार कर उन्हें जागरूक किया जा रहा हैं | डॉ जेपी गुप्ता ने बताया कि अप्रैल 2022 से अब तक 95 महिलाएं नसबंदी की सेवा प्रदान की गई है |
इसके साथ ही पीपीआईयूसीडी 622,अंतरा 642,छाया 875,माला 2058,कंडोम 11238,प्रसव पश्चात कॉपर-टी 172 की सुविधा दी गयी | एक से अधिक बच्चों वाले दम्पति को परिवार नियोजन के साधन अपनाना चाहिए|
पुरुष नसबंदी को अपनाने से किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नही
पुरुष नसबंदी को अपनाने से किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नही आती है | यदि दो बच्चे हैं तो वह नसबन्दी करवाने के लिए आशा व एएनएम से संवाद स्थापित कर नियोजन से संबधित जानकारी लेकर केंद्र पर नि:शुल्क सेवा ले सकते हैं|
पुरुष लाभार्थियों को 3000 रुपये व नसबंदी कराने वाली महिला लाभार्थियों को 2000 रुपये की दी जाती है प्रतिपूर्ति
प्रतिपूर्ति राशि-नसबंदी वाले पुरुष लाभार्थियों को 3000 रुपये व नसबंदी कराने वाली महिला लाभार्थियों को 2000 रुपये की प्रतिपूर्ति राशि दी जाती है | साथ ही प्रसव पश्चात कॉपर-टी लगवाने पर लाभार्थी को 300 और आशा को 150 रूपये | अंतरा इंजेक्शन के लाभार्थियों को 100 रुपये दिया जाता है | आशा कार्यकर्ता को पुरुष नसबंदी पर 400 रुपये व महिला नसबंदी पर 300 रुपये और अंतरा इंजेक्शन पर 100 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती हैं|