अनिल द्विवेदी
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली। जनपद के नरवन क्षेत्र के तंत्र विद्या के सम्राट कहे जाने वाले श्री श्री 1008 उदासीन कुलभूषण दर्शन मुनि नागा बाबा का आज सुबह वाराणसी के गायघाट स्थित आश्रम में उनके जिवन का अंतिम सांस लिया।बताया जाता है कि श्री नागा बाबा विगत कुछ महीनों से अस्वस्थ चले रहे थे। श्री नागा बाबा कि उम्र तकरीबन 90 वर्ष के आसपास बताया गया है । उनके निधन के विषय में बताया गया कि सुबह उन्होने अपने जीवन का अंतिम सांस लिया। जानकारी होते ही बाबा के अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई।
किशोरावस्था में ही घर और परिवार का त्याग कर दिया था
नागा बाबा मूल रूप से बरहनी ब्लाक के नरवन क्षेत्र के कसवड़ गांव के रहने वाले थे, तथा वे किशोरावस्था में ही घर और परिवार का त्याग कर दिया था और साधना के लिए वाराणसी, तथा विलासपुर छत्तीसगढ़ में अपने आश्रम का निर्माण कराने के बाद अपना श्रेत्र बनाकर धर्म का प्रचार किया ।वही कमौली में कठिन साधना करने के बाद तंत्र विद्या की प्रशिद्धि हासिल किया। नरवन क्षेत्र कसवढ मे अपना आश्रम,व इंटर कॉलेज तथा स्नातक महाविद्यालय के साथ बहुत सारे मंदिर भी बनवाये। नागा बाबा प्रमुख रूप से वाराणसी के गाय घाट स्थित आश्रम में ही रहते थे और और वही से विभिन्न प्रांतों में जाकर धर्म का करते रहे। आज सुबह उन्होंने अपने जिवन का अंतिम सांस लिया।उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए गाय घाट आश्रम पर रखने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।वही बता दे कि इनकी शाखा क्षत्तीसगढ़ के रायपुर बिलासपुर और अम्बिका पुर मे भी इनके अनुयाई रहते हैं। बताया जाता है कि इनकेउत्तराधिकारी श्री श्री 1008 चन्द्रमौली खड़ेश्वरी महराज जी बनेगे।