NUTRITION GARDEN लगाएं, कुपोषण को दूर भगाएँ – डीपीओ
हरी साग-सब्जी लगाने से गर्भवती और नौनिहालों को कुपोषण से मिलेगी मुक्ति
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली। जनपद से कुपोषण खत्म करने के लिए विविध प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जिले में तीन साल में 5500 NUTRITION GARDEN लगाए गए हैं। यह कहना है जिला कार्यक्रम अधिकारी जया त्रिपाठी का। वे सोमवार को पोषण संबंधी विविध गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रही थीं।
NUTRITION GARDEN के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिये भी लोगों को किया जा रहा जागरूक
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद में गर्भवती व बच्चों के लिए सुपोषित बनाने के लिए बाल विकास परियोजना में निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इस कारण जिले में पोषण वाटिका पर विशेष जोर दिया जा रहा है। पोषण वाटिका के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिये भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सामुदायिक स्तर पर हरी साग सब्जी को बढ़ावा दिया जा सके और इसका लाभ गर्भवती व बच्चों को मिल सके। उन्होंने बताया कि जिले को कुपोषण मुक्त करना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
ब्लॉक स्तर व गांव में तीन साल में 356 आंगनबाड़ी केन्द्रों व लाभार्थियों के आंगन में किया गया पौधरोपण
बरहनी ब्लॉक के सीडीपीओ राम प्रकाश मौर्या ने बताया कि ब्लॉक स्तर व गांव में तीन साल में कुल 356 आंगनबाड़ी केन्द्रों व लाभार्थियों के आंगन में पौधरोपण किया गया।पौधरोपण अभियान को प्रभावी बनाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालयों, शासकीय परिसरों में भी पौध रोपण कर समुदाय को कुपोषण से मुक्त करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
जनआंदोलन की तरह पौधरोपण का अभियान चलाकर NUTRITION GARDEN बनाने को किया जाना चाहिए प्रोत्साहित
उन्होंने कहा कि जनआंदोलन की तरह पौधरोपण का अभियान चलाकर पोषण वाटिका बनाने को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से घर के आंगन में ऐसे पौधे लगाने के लिए समुदाय को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे हरी सब्जियां, साग को नियमित आहार में शामिल किया जा सके और शत-प्रतिशत कुपोषण मुक्त किया जा सके।
गर्भवती की कहानी उसी की जुबानी
………आंगनबाड़ी दीदी घर आकर बच्चों का वजन और उसकी लंम्बाई ले जाती हैं नाप कर
निधि देवी ने बताया कि अगस्त 2021 में वह छह माह की गर्भवती थी। तब आंगनबाड़ी दीदी ने मेरे आंगन में सहजन का पेड़ लगाया गया था। उस एक पेड़ से आज चार पेड़ मेरे आंगन में हो गए। मार्च में सहजन के फूल और सहजन का सेवन किया, बहुत अच्छा लगा। ताजा पुष्टाहार सब्जी घर में ही मिल गया। आंगनबाड़ी दीदी घर आकर बच्चों का वजन और उसकी लम्बाई नाप कर ले जाती हैं। घर के आंगन में पौधरोपण के महत्व, हरी साग सब्जी व नींबू आदि पौधों की उपयोगिता की जानकारी भी देती रही हैं।