पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के भवानीपुर इलाके में सीबीआई अधिकारी बनकर लाखों रुपये के लूटपाट का मामला सामने आया है. पुलिस ने जांच शुरू की है। कोलकाता में फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर कुछ लोगों ने नकली CBI अफसर बनकर एक बिजनेसमैन के घर से 30 लाख रुपए कैश और ज्वेलरी लूट ली। घटना भवानीपुर इलाके की है। बिजनेसमैन सुरेश वाधवा (60 साल) ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, तब मामले का खुलासा हुआ।

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

कोलकाता। CBI अधिकारी बनकर की ठगी के मामले में पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के अलावा घर में रहने वालों से भी पूछताछ कर रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार भवानीपुर में रूपचंद मुखर्जी लेन स्थित पांच मंजिला मकान की तीसरी मंजिल पर सुरेश वाधवा और उनका परिवार रहता है।

CBI अधिकारी बनकर की ठगी ‚पुलिस स्टिकर लगीं गाड़ियों में आए आरोपी

वाधवा ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे 7-8 लोग CBI अफसर बनकर उनके घर पहुंचे और कहा कि वे रेड डालने आए हैं। ये लोग पुलिस स्टिकर लगीं तीन गाड़ियों में आए थे। जब सुरेश ने घर का दरवाजा खोला तो ये लोग खुद को ब्ठप् अफसर बताकर घर में घुस गए। वाधवा ने उनसे प्क् कार्ड दिखाने को कहा, लेकिन किसी ने भी उनकी बात का जवाब नहीं दिया।

CBI अधिकारी बनकर की ठगी‚ आठ-नौ लोग पहुंचे घर, खुद को बताया सीबीआई अधिकारी

सुरेश पेशे से खाने-पीने की चीजों और केमिकल के कारोबारी हैं. सुबह 8:30 से 8:30 बजे के बीच तीन कारों में आठ से नौ अजनबी घर के सामने आ गए. उस वक्त घर में सुरेश के अलावा पांच-छह महिला सदस्य थीं. शिकायतकर्ता ने दावा किया कि आगंतुकों ने कहा कि वे सीबीआई से आ रहे हैं। उनके पास सर्च वारंट है. फिर तलाशी के नाम पर अलमारी की चाबी ले गए। सुरेश ने पुलिस को बताया कि तलाशी के नाम पर वे घर से करीब तीस लाख रुपये की नकदी और जेवरात लेकर चले गये. एक जांच अधिकारी के मुताबिक, घटना के करीब तीन से चार घंटे बाद कारोबारी ने थाने में शिकायत की।

भवानीपुर थाने के मात्र कुछ सौ गज की दूरी पर घटी घटना

लेकिन भवानीपुर थाने से महज कुछ सौ गज की दूरी पर स्थित एक घर में घुसने की हिम्मत कैसे हुई, इस पर जांचकर्ता शुरू से ही हैरानी जता रहे हैं. लालबाजार के एक अधिकारी ने कहा, “हमें शुरुआती संदेह है कि इस घटना में परिवार के किसी जानने वाले के शामिल होने की संभावना है, क्योंकि सीबीआई बनकर घर में घुसे लोगों ने सोने और पैसे की तलाश में परिवार के सदस्यों पर कोई बल प्रयोग नहीं किया. इसके अलावा उन्हें शायद पता था कि घर में काफी कैश और ज्वेलरी है।

CBI अधिकारी बनकर की ठगी के मामले में पुलिस को शक- मामले में घर का करीबी शामिल

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि नकली CBI अफसर बनाकर आए सभी लोग ऊंची कद-काठी के थे और रेड के दौरान लाठी लिए हुए थे। पुलिस को शक है कि इस मामले में घर में रहने वाले लोगों या बिजनेसमैन वाधवा के करीबी लोगों का हाथ हो सकता है।

पुलिस ने बताया कि हम वाधवा रेजिडेंस के नौकरों और कर्मचारियों से बात कर रहे हैं। आरोपियों को पता था कि वाधवा ने घर में कैश और ज्वेलरी कहां रखी है। यह जानकारी उन्हें किसी अंदर के शख्स से ही मिली होगी। इसलिए हम उस इलाके के फुटेज भी निकाल रहे हैं जिससे उन तीन गाड़ियों की पहचान हो सके जिसमें बैठकर आरोपी आए थे।