खुले आसमान के नीचे सैकड़ों मजदूरों का परिवार ठंड और कोहरे में रात बिताने को मजबूर

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

चंदौली। जहा योगी सरकार का फरमान है कि ठंड और कोहरे में कोई भी व्यक्ति बाहर सोया नहीं मिलना चाहिए। प्रशासन की ओर से खासकर गरीबों को ठंड से बचाने के लिए तमाम इंतजाम करने के दावे किए जा रहे हैं। मगर नगर के मान सरोवर तालाब के पास रेलवे की निर्माणाधीन पटरी पर खुले आसमान के नीचे सैकड़ों मजदूरों का परिवार ठंड और कोहरे में रात बिताने को मजबूर हैं। इनके लिए पटरी की नुकीली गिट्टियां ही बिस्तर और आसमान कंबल है।
जहा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी दौरे पर कहा कि ठंड में कोई भी व्यक्ति बाहर सोया नहीं मिलना चाहिए। नही तो खैर नही । पर विडंबना यह कि नगर के जीटीआर ब्रिज के नीचे और मानसरोवर तालाब के पास आज भी हाड़ कंपाती ठंड और कोहरे में खुले आसमान के नीचे सैकड़ों मजदूरों का परिवार रहने को मजबूर हैं।

नवजात बच्चों से लेकर, युवक, महिलाएं और बुजुर्ग सभी रेलवे की निर्माणाधिन पटरी पर ठंड और कोहरे में गिट्टियों पर बिस्तर लगाकर सोने को मजबूर

नवजात बच्चों से लेकर, युवक, महिलाएं और बुजुर्ग सभी रेलवे की निर्माणाधिन पटरी पर नुकीली गिट्टियों पर बिस्तर लगाकर सोने को मजबूर हैं। पटरी पर रात गुजारने वाले करीब डेढ़ सौ लोगों के अलाव के लिए काफी कम लकड़ियां गिरती हैं। जिससे अलाव नहीं गरीब अपना चूल्हा जलाते हैं और पूरी रात ठंठ में ठिठुरकर बिताते हैं।

सुनिए मजदूरों की ब्यथा ठंड और कोहरे में उन्ही की जुबान से

.ठंड और कोहरे में अलाव के लिए एक ही जगह लकड़ी गिरती है। वो भी इतनी कम कि एक घंटे भी नहीं चल पाती। ज्यादातर लोग उसे खाना पकाने के लिए ले जाते हैं। -शेरू कुमार, मजदूर
.ठंड और कोहरे में पालिका की गाड़ी थोड़ी लकड़ी गिराती है उससे खाना बन जाता है। बच्चे जो दिनभर इधर-उधर से कागज आदि लेकर आते हैं उसके ही जलाकर रात गुजारते हैं।-हरिश्चंद्र, मजदूर
.ठंड और कोहरे में मजदूरी करके परिवार का पेट पालते हैं। इतना पैसा नहीं कि छत की व्यवस्था की जाए। यह जगह खाली दिखी। अब चाहे सर्दी, बरसात या गर्मी हो, जब तक हैं यहीं रहना है।-रामकली देवी
.ठंड और कोहरे में पेट की मजबूरी में यहां हमलोग रहते हैं। सुविधाएं नहीं हैं। दूर से पानी लेकर आना पड़ता है। गिट्टियों पर ही कुछ बिछाकर सो जाते हैं। ओस से बचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।-किरन
वही नगर पालिका के ई ओ कृष्णचंद्र,बताते है कि मानसरोव तालाब के पास पटरी पर सो रहे मजदूरों मैैंने मुलाकात की। उनसे नगर के रैन बसेरे में रहने को कहा पर वे मानते नहीं। फिलहाल वहां तीन जगहों पर अलाव जलवाया गया है।