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अटल टिंकरिंग लैब, जो कि अटल इनोवेशन मिशन का हिस्सा है, एक अद्वितीय पहल है जिसमें सरकारी स्कूलो में नीति आयोग की सहायता से वर्कस्पेस बनाए जाते हैं ताकि स्कूली छात्रों में नवीनीकरण और उद्यमिता के भाव को उजागर किया जा सके।

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

वाराणसी।नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के तहत विद्यालयों में इसकी स्थापना होगी। वाराणसी में 14 विद्यालयों का चयन किया गया है, जिसमें चार विद्यालयों को लैब के लिए 12-12 लाख रुपये का अनुदान मिल चुका है।जिले के माध्यमिक विद्यालयों से अब वैज्ञानिक तैयार होंगे। विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना होगी। लैब में विद्यार्थियों को नई खोज करने का मौका मिलेगा।
विज्ञान के प्रति रुचि रखने और नवाचार करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अटल टिकरिंग लैब के माध्यम से 20 लाख रुपये का अनुदान पांच वर्षों में मिलता है। पहली किस्त के रूप में 12 लाख रुपये दिए जाते हैं। फिर चार साल तक प्रतिवर्ष दो-दो लाख रुपये आते हैं।

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लैब में छठवीं से लेकर बारहवीं तक विद्यार्थी अपने विचारों को करेंगे साकार

अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना के पीछे विद्यार्थियों में इनोवेशन, क्रिएटिविटी व वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है। नवीनीकरण के गुण सीखाना, व्यक्तिगत कार्यों से विचारों को और बेहतर बनाने के साथ 21वीं सदी के अनुरूप विद्यार्थियों में रचनात्मक, गहन विचार, डिजाइन रचना, समाजिक, अंतर सांस्कृतिक सहयोग व नेतृत्व क्षमता विकसित करना है। 1000 से 1500 वर्ग फुट में बनने वाली लैब में छठवीं से लेकर बारहवीं तक विद्यार्थी अपने विचारों को साकार करेंगे।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व रोबोटिक्स के नए तकनीकों से भी छात्रों को कराया जाएगा रूबरूगिरीश सिंह, डीआईओएस

लैब के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व रोबोटिक्स के नए तकनीकों से भी छात्रों को रूबरू कराया जाएगा। विद्यार्थी सेंसिंग, रोबोटिक मेथड जैसी तमाम जानकारियां हासिल कर सकेंगे।

वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग द्वारा विद्यालयों में अटल टिकरिंग लैब की स्थापना की जा रही है। 14 स्कूलों का चयन किया गया है, कुछ स्कूलों में काम शुरु हो चुका है। 

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