गांजा व पशु तस्करों के विरुद्ध अभियान चलाकर काफी कम समयावधि मे बड़ी कार्यवाही कर उच्चाधिकारियों से गुडवर्क का खिताब पाने वाले थानाध्यक्ष अतुल प्रजापति के कार्यप्रणाली में शायद क्षेत्र के विभिन्न मार्गों पर धड़ल्ले से फर्राटा भर रहे डग्गामार मालवाहकों मे सवारियों को भूंसे की तरह भरकर ढोया जाना कोई अपराध नहीं प्रतीत होता। तभी तो नौसीखिए चालक परिचालक मनमानी पर है उतारू
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
नौगढ, चन्दौली। बताया जाता है कि करीब 2 महीने के कार्यकाल में ही थानाध्यक्ष अतुल प्रजापति ने यह दर्शा दिया कि पूर्व में भी थाना क्षेत्र नौगढ अन्तर्गत अवैध कारोबार काफी फल फूल रहा था।जिसपर थाने के जिम्मेदारान काफी कम अंकुश लगा पा रहे थे।काफी कम समय में ही थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर के 1 कुंतल से अधिक अवैध गांजा की बरामदगी करने के साथ सैकड़ों बेजुबानों को पशु बधशाला ले जाए जाने से रोककर संलिप्त तस्करों को सलाखों के पीछे जाने को विवश कर देने वाले थानाध्यक्ष की नजरें ईनायत तो आए दिन ओवरलोड वाहनों की ओर तो होना जारी है।
जिससे बालू गिट्टी व वनतूलसिया का भूंसा वाहनों पर लादकर क्षेत्र के मार्गों पर चलने मे पुलिस के खौंफ से चालकों का पसीना छूट जा रहा है।
निर्बाध गति से सवारियों को ढोने मे संचालित डग्गामार वाहनों के अधिकांश चालक भी अप्रशिक्षित
नौगढ से चकिया नौगढ से मद्धुपुर नौगढ से (वैनी) खलियारी नौगढ से गहिला नौगढ से बरवाडीह ईत्यादि मार्गों पर निर्बाध गति से सवारियों को ढोने मे संचालित डग्गामार वाहनों के अधिकांश चालक भी अप्रशिक्षित हैं।
यातायात नियमों की जानकारी से अनभिज्ञ चालक वाहनों में क्षमता से अधिक सवारियों को बेतरतीब बैठाकर तथा वाहन के पीछे लगे पायदान एवं अगल बगल खडा़कर एवं लगेज कैरियर के उपर लादकर धड़ल्ले से पहाड़ी मार्गों पर फर्राटा भर रहे हैं।
मुख्यालय सृजन के 2.5 दशक ब्यतीत हो जाने के बाद भी अभी तक सबसे पिछड़े हुए क्षेत्र में परिवहन निगम की बसों का जिला मुख्यालय से संचालन नही
वहीं जिला मुख्यालय चन्दौली का सृजन हुए 2.5 दशक से अधिक का समय ब्यतीत हो जाने के बाद भी अभी तक जनपद के दूरस्थ व सबसे पिछड़े हुए क्षेत्र मे उ.प्र.रा.स.परिवहन निगम की बसों का जिला मुख्यालय से संचालन नहीं किया गया।
मात्र 2 जेन्यूरम बसें पं.दीनदयाल उपाध्याय नगर से नौगढ बाजार तक असमय व अनियमित चलती हैं।
क्षेत्रवासियों की मजबूरी डग्गामार वाहन पर सफर है जरूरी
जिससे क्षेत्रवासियों को जिला मुख्यालय चन्दौली पूर्व तहसील मुख्यालय चकिया व पड़ोसी जनपद सोनभद्र मिर्जापुर एवं गैर राज्य बिहार के लिए आवागमन करने में मजबूरन डग्गामार वाहनों पर सवार होकर जान हथेली पर लेकर के आवागमन करना विवशता है।जिसका किराया के रूप में भारी भरकम रकम की अदायगी भी करना लाजिमी है।
मनमाने किराये की वसूली को लेकर परिचालकों एवं सवारियों के बीच झगड़ा झंझट होना आम बात
आए दिन मुंहमांगी किराया राशि को लेकर चालकों/परिचालकों एवं सवारियों के बीच झगड़ा झंझट होना आम बात हो गई है।
उपसंभागीय परिवहन अधिकारी चन्दौली का इन मार्गों पर कभी भी औचक निरीक्षण नहीं होने से अभिलेखों मे निष्प्रयोजित वाहनो का संचालन इन मार्गों पर बे रोक टोक किया जा रहा है।
जबकि जांच मे अधिकांश वाहनों का पंजीयन बीमा स्वस्थता प्रमाण पत्र एवं चालकों का लाईसेंस ईत्यादि आवश्यक कागजात नदारत मिलना स्वाभाविक है।