खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

सकलडीहा‚चंदौली। भारत के संविधान में न्यायालय को सर्वोपरि माना गया है परंतु न्यायालय से भी ऊपर कोतवाली सकलडीहा अंतर्गत डेढ़ावल चौकी पर तैनात चौकी प्रभारी है।

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समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार

प्राप्त समाचार के अनुसार सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के डेढ़ावल चौकी अंतर्गत विशुनपुरा निवासी खरपत्तू राय पुत्र जानकी ने डेढ़ावल चौकी पर तैनात चौकी प्रभारी सुरेश सिंह पर आरोप लगाते हुए समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।

पीड़ित ने बताया कि आराजी नबर 80,रकबा 0.194 हेक्टेयर सह खाते की जमीन है।यह जमीन सड़क के किनारे है। जिस पर उपजिलाधिकारी सकलडीहा के यहां वाद लम्बित है जिसमे न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश भी जारी किया गया है। इसके बावजूद भी चौकी प्रभारी द्वारा विवादित जमीन पर निर्माण कार्य कराकर रात में करकट रखबा दिया गया ।

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न्यायालय के स्टे के बावजूद चौकी इंचार्ज ने थाने में बन्द कर कराया रखवाया करकट

इस संबंध में पीड़ित मनीष राय ने बताया कि 16 मार्च को सकलडीहा उपजिलाधिकारी न्यायालय में चल रहे बटवारे के वाद में विवादित भूमि पर कोई भी नवीन कार्य नहीं कराने का आदेश निर्गत किया गया है न्यायालय के आदेश की कॉपी पीड़ित द्वारा चौकी इंचार्ज को उपलब्ध करा दी गई थी, इसके बावजूद भी हम दोनों भाइयों को सकलडीहा थाने में बंद कर रात को अवैध निर्माण कराते हुए वहां करकट रखवा दिया गया।

चौकी इंचार्ज के मनमानेपन के रवैये से सूबे की सरकार की मंशा हो रही धूल धूसरित

इतना ही नहीं परिजनों द्वारा शिकायत भी किया गया तो कुछ भी कार्यवाही नहीं किया गया। शिकायत की जानकारी होने पर
चौकी इंचार्ज द्वारा धमकी भी दी जा रही है कि ज्यादा इधर-उधर दौड़ोगे तो जेल भेज देंगे। समाधान दिवस में पीड़ित द्वारा प्रार्थना पत्र देकर जांच कराते हुए चौकी इंचार्ज पर कार्यवाही की मांग की गई है। पीड़ित द्वारा पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल को भी पीड़ित प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है। बताते चलें कि एक तरफ जहां सूबे की योगी सरकार जमीनी मामलों के समाधान को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं वहीं दूसरी तरफ चौकी प्रभारी के मनमाने रवैये से उच्चाधिकारियों के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

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