इंटरनेट सेवा बंद होने से छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई भी बंद रही। माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद जिले की कानून व्यवस्था को नियंत्रण में रखने के लिए जिला प्रशासन ने रविवार सुबह से इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी। जो बमुश्किल 41 घंटे बाद बहाल की गई।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद किसी गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर बंद की गई इंटरनेट सेवा 41 घंटे बाद बहाल कर दी गई सोमवार के बाद 12:45 पर इंटरनेट सेवा दोबारा शुरू हो गई । इंटरनेट बंद करने के दौरान 2 दिन ऑनलाइन डिजिटल भुगतान पूरी तरह से ठप रहा। डिजिटल भुगतान बंद होने से सोमवार को सुबह से शाम तक अफरा-तफरी मची रही । कारोबारी माल इधर से उधर नहीं भेज पाए । अस्पतालों में ऑनलाइन पेमेंट नहीं हो पाया। कार्ड से भुगतान की शॉपिंग मशीनें खिलौना बन कर रह गई । इंटरनेट सेवा बंद होने के दूसरे दिन का लेनदेन प्रभावित हुआ । ऑनलाइन पढ़ाई भी बाध्तधित रही। बता दें कि माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद जिले की कानून व्यवस्था को नियंत्रण में रखने के लिए जिला प्रशासन ने रविवार सुबह से इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी सेवा बंद होने का व्यापक प्रभाव दिखाई देने लगा ।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के दूसरे दिन भी इनंटरनेट सेवा बंद होने से जन जीवन प्रभावित रहा। लोगों की परेशानी कई गुना बढ़ गई। एक तरफ जहां डिजिटल भुगतान पर निर्भर रहने वालों को दिक्कतें हुईं, वहीं कारोबारियों को इन दो दिनों में सात सौ करोड़ रुपये से अधिक की चोट लगी है। ऑनलाइन ओला की बुकिंग, ओवन, रैपिडो, जोमैटो, स्विगी, पिज्जा हट जैसी कंपनियों में तो ग्राहकों का अकाल पड़ गया।
बदले दौर में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन अधिकतर लोगों की आदत में शामिल
बदले दौर में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन अधिकतर लोगों की आदत में शामिल हो गया है। फिर पान की दुकान से लेकर मॉल तक में भीम एप, पेटीएम, फोन पे व अन्य एप के माध्यम से भुगतान किया जाता रहा है। शनिवार की देर रात अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद इंटरनेट सेवा एहतियात के तौर पर बंद किए जाने से पहले दिन ऑनलाइन कारोबार पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा।
पहले दिन करीब तीन सौ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ।लेकिन, सोमवार को दूसरे दिन भी नेट सेवा बंद होने के कारण समस्या कई गुना बढ़ गई।इस दिन लगभग 400 करोड़ रुपये के कारोबार का नुकसान उठाना पड़ा। ऑन लाइन लेनदेन, बुकिंग, बिलिंग सहित कई सेवाएं ठप रहीं। शहर के सभी साइबर कैफे पर ताला लटकता रहा। स्विगी व जोमैटो के जरिए ऑन लाइन थालियों की बुकिंग रविवार सुबह से ही बंद हो गई।
पिज्जा हट और डॉमिनोज में ग्राहकों का रहा आकाल
इन कंपनियों में प्रतिदिन करीब 1200 आर्डर आते हैं। वहीं, पिज्जा हट और डॉमिनोज में ग्राहकों का आकाल रहा। प्रयागराज में ओला और ओवन की तकरीबन 1000 कारें हैं। जिनके एक दिन की कमाई लगभग 40 से 50 लाख रुपये है। वहीं, दो दिन की नेट बंदी से इन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। दूसरी तरफ गल्ला तिलहन व्यापार को 40 करोड़, कम्प्यूटर व इलेक्ट्रॉनिक सामानों के कारोबार को 200 करोड़ व मोबाइल, रिचार्ज व एसेसिरीज बेचने वाले व्यापारियों को लगभग एक करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
पहले दिन करीब तीन सौ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ।लेकिन, सोमवार को दूसरे दिन भी नेट सेवा बंद होने के कारण समस्या कई गुना बढ़ गई।इस दिन लगभग 400 करोड़ रुपये के कारोबार का नुकसान उठाना पड़ा। ऑन लाइन लेनदेन, बुकिंग, बिलिंग सहित कई सेवाएं ठप रहीं। शहर के सभी साइबर कैफे पर ताला लटकता रहा। स्विगी व जोमैटो के जरिए ऑन लाइन थालियों की बुकिंग रविवार सुबह से ही बंद हो गई।
रिचार्ज व एसेसिरीज बेचने वाले व्यापारियों को लगभग एक करोड़ रुपये का हुआ घाटा
इन कंपनियों में प्रतिदिन करीब 1200 आर्डर आते हैं। वहीं, पिज्जा हट और डॉमिनोज में ग्राहकों का आकाल रहा। प्रयागराज में ओला और ओवन की तकरीबन 1000 कारें हैं। जिनके एक दिन की कमाई लगभग 40 से 50 लाख रुपये है। वहीं, दो दिन की नेट बंदी से इन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। दूसरी तरफ गल्ला तिलहन व्यापार को 40 करोड़, कम्प्यूटर व इलेक्ट्रॉनिक सामानों के कारोबार को 200 करोड़ व मोबाइल, रिचार्ज व एसेसिरीज बेचने वाले व्यापारियों को लगभग एक करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
सवारी को तरसी ओला व ओवन
ऑन लाइन बुकिंग ठप होने से ओला और ओवन वाहन के मालिकों ने अपनी गाड़ी को फुटकर व लोकल सवारी ढ़ोने में लगा दिया। पिछले दो दिनों से बनारस, लखनऊ, कानपुर चलने वाली आम टैक्सी की तरह यह गाड़ियां चल रही हैं।
आरटीओ में काम ठप
संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय पर सोमवार को कोई काम नहीं हो सका। आरटीओ कार्यालय का सारा काम ऑनलाइन होता है। वहीं इंटरनेट सेवा बंद होने से वाहन फिटनेस, लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस, परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस, स्कूटनी, रजिस्ट्रेशन, वाहन ट्रांसफर सहित कई अन्य काम नहीं हो सके। जिसके कारण दूर दराज से आने वाले लोगों को निराश होकर घर लौटना पड़ा।