रामयश चौबे की रिर्पोट
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया ‚चंदौली।घर आ रहा था बडे अरमान लेकर कि जा रहा हूॅ अपनी पत्नी व बच्चों व परिजनाे से मिलूँगा‚ विछडे हुए काफी दिन हो गये लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी हसरत की हसरत ही बनी रह जायेगी।और परिजनों को अनाथ बना डालेगा। मामला चकिया कोतवाली क्षेत्र के सिकन्दरपुर के रहने वाले कुबेर उर्फ उपेंद्र दास पुत्र पंच नारायण दास का है जो महाराष्ट्र मे किसी फैक्ट्री में काम करता था महाराष्ट्र से अपने घर आते समय पंडित दिन दयाल उपाध्याय नगर (मुगलसराय) से गांव के ही टेंपो में सोमवार को सवार होकर आ रहा था कि लगभग 10.30 बजे के समय चितौडी गांव के पास अचानक गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई जिसमे उपेंदर गिरि दास के शिर में भारी चोट लगने पर मुंह से ब्लड (खून) निकलने लगा। आनन फानन में लोगो के सहयोग से जिला संयुक्त चिकित्सालय चकिया लाया गया। जहा पर डाक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम हेतु जिला चिकित्सालय भेज दिया।
घटना से परिजनों में पसरा मातम‚ बच्चे हुए अनाथ
उपेंदर गिरी उर्फ कुबेरदास गाड़ी पलटने के हादसे से दर्दनाक मौत से पत्नी वीना एवम छोटे छोटे तीन लड़के अनाथ हो गये।पहले से ही गरीबी झेल रहे थे उनके सभी परिवार के लोग एक वही मजदूरी बाहर मे कर के अपने परिवार का भरण पोषण करता था। अब हुए सब बेसहाराआखिर कौन होगा इनका खेवनहार। यह एक प्रश्नचिन्ह लग सा लगता दिख रहा है। उपेंदर दास के माता पिता व पत्नी लड़के सहित सबके सब का रो रो के हो रहा है बुरा हाल ।