- निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर्स में ई-रूपी से मिल रही है सुविधा ।
- माह में चार बार आयोजित हो रहे हैं पीएमएमएमए दिवस ।
- निजी सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए दिए जा रहे ई-रूपी वाउचर ।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क•
चंदौली। गर्भवतियों के सुरक्षित प्रसव का सपना अब साकार हो चला है। एक ओर जहां उनकी जांच व उपचार के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएमएमए) दिवस अब हर माह दो की जगह चार बार आयोजित होने लगे हैं वहीं निजी सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए ई-रूपी वाउचर दिए जा रहे हैं।
PMSMA दिवस अब हर माह में 4 दिन यानि 9 व 24 के अलावा 1 व 16 को भी
डॉ आरबी शरण ने बताया कि जनपद में अधिकाधिक गर्भवतियों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से पीएमएसएमए दिवस अब हर माह एक व 16 तारीख को भी होने लगा है। पहले पीएमएसएमए दिवस का आयोजन सिर्फ नौ व 24 तारीख
को ही होता था। महीने चार दिन इसके आयोजन से अधिकाधिक गर्भवतियां लाभान्वित होंगी।
गर्भवती का अल्ट्रासाउंड कम से कम एक बार गर्भावस्था के 18-19वां सप्ताह में किया जाना अनिवार्य
अपर मुख्य चिकित्सा डॉ आरबी शरण ने बताया कि अब गर्भवती अपने घर के आसपास के सूचीबद्ध केन्द्रों में अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल सकेगी। सभी स्वास्थ्य केंद्र को अल्ट्रासाउंड की ई-वाउचर स्कीम को लेकर सूचीबद्ध निजी सेंटर की जानकारी उपलब्ध करा दी गयी है। गर्भवती का अल्ट्रासाउंड कम से कम एक बार गर्भावस्था के 18-19वां सप्ताह में किया जाना अनिवार्य है। इससे भ्रूण की सटीक प्रगति जानने में मदद मिलती है। डॉक्टर के परामर्श पर अल्ट्रासाउंड किया जाना होता है।
सरकारी योजना की कहानी मुफ्त मे हो रहा अल्ट्रासाउंड भुक्तभोगी की जुबानी
शहाबगंज ब्लॉक की सविता (24) के परिवार की आमदनी करीब 10 हजार है। सविता जब गर्भवती हुई तो पूरा परिवार बहुत खुश हुआ। बात अल्ट्रासाउंड जांच की हुई तो पता चला एक बार की जांच में 500 रुपए लगते हैं। फिर पीएमएसएमए दिवस पर पता चला कि अल्ट्रासाउंड मुफ़्त में होगा और जननी-शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (जेएससके) एवं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस के तहत ई-रूपी वाउचर के जरिए सविता का मुफ़्त अल्ट्रासाउण्ड हुआ।
पीएमएसएमए दिवस के आयोजन में आयी राजकुमारी (33 वर्ष) ने बताया कि महीने में चार रोज आयोजन होने से हमें अपना उपचार कराने में काफी सुविधा हो गयी है।
इस प्रकार से मिलेगा ई बाउचर
परामर्शदाता नीरज मनोज कुमार ने बताया कि जनपद दो सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में अल्ट्रासाउंड की सुविधा पहले से ही है। साथ ही कुल 17 अल्ट्रासाउंड सेंटर से कुल 357 गर्भवतियां लाभान्वित की जा चुकी हैं। इस योजना कि सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य केंद्र से जांच के उपरांत गर्भवती का नाम और उसका मोबाइल नंबर की सूचना भरी जाती है। इससे उसका ई-वाउचर जेनरेट होकर उसके मोबाइल नंबर पर एक लिंक चला जाता है। फिर इसी लिंक को लेकर गर्भवती जिले के किसी भी सूचीबद्ध केंद्र पर अपना अल्ट्रासाउंड करवा सकती है।
चकिया में द्रविलोक हास्पिटल व श्रे्या डायग्नोस्टिक सहित –जिले भर में इन जगहों पर मिलेगी सुविधाएं
द्रविलोक हास्पिटल-चकिया, श्रेया डायग्नोस्टिक सेंटर -चकिया‚ ओम डायग्नोस्टिक सेंटर-इस्टर्न बजार-डीडीयू, न्यू काशी अल्ट्रासाउंड सेंटर- डीडीयू, ललिता डायग्नोस्टिक सेंटर -अलीनगर, न्यू सिवांश डायग्नोस्टिक सेंटर, अभिषेक कम्पेलक्स-चंदौली, स्वामी कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर -शहाबगंज, सिद्धेश्वरम डायग्नोस्टिक सेंटर -सकलडीहां, दिव्य अल्ट्रा स्कैन सेंटर-चहनिया, रेज डायग्नोस्टिक सेंटर -गोधानमोड़, मां वैष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर -चहनिया, वन प्लस डायग्नोस्टिक सेंटर – नियमताबाद, बाबा डायग्नोस्टिक सेंटर -कैली रोड, संस्कार डायग्नोस्टिक सेंटर -बाबाकटरा जीटी रोड, नारायण डायग्नोस्टिक सेंटर -सैयदराजा। यथार्थ डायग्नोस्टिक सेंटर -सैयदराजा,समर्पण डायग्नोस्टिक सेंटर- रविनगर डीडीयू।