- चंद्रप्रभा रेंजर के ढुलमुल रवैये से बेखौफ खनन माफियाओं की सक्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही
- क्षेत्र के गणेशपुर,कोठी घाट, हथिनिया, ललमनिया,नेवाजगंज (भदहवा), और डूगडूगवा सहित शिकारगंज क्षेत्र की कई छोटी-बड़ी पहाड़ियों में अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा
- पत्थर खनन माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाए चंद्रप्रभा रेंज के अधिकारी उनको दे रहे सह
आशु पंडित की रिपोर्ट
खबरी पोस्टनेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया‚चंदौली। शासन की सख्ती के बावजूद वन विभाग की मिलीभगत से प्रतिबंधित पहाड़ियों में अवैध खनन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है| रात के अंधेरे में सक्रिय खनन माफिया ग्रामीण क्षेत्रों में ओने पौने दामों पर पत्थरों की तस्करी कर रहे हैं| कार्रवाई के नाम पर कोरम पूर्ति का दम भर रहे चंद्रप्रभा रेंजर के ढुलमुल रवैये से बेखौफ खनन माफियाओं की सक्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है|
वर्षों पूर्व से जनपद की पहाड़ियों में पत्थर खनन को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित
वर्षों पूर्व से जनपद की पहाड़ियों में पत्थर खनन को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है| बावजूद इसके चकिया क्षेत्र के गणेशपुर,कोठी घाट, हथिनिया, ललमनिया,नेवाजगंज (भदहवा), और डूगडूगवा सहित शिकारगंज क्षेत्र की कई छोटी-बड़ी पहाड़ियों में अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है| रात के अंधेरे में दर्जनों ट्रैक्टर अवैध बोल्डर, पटिया ,गिट्टी लाद कर ग्रामीण क्षेत्रों में गिराते देखे जा सकते हैं|
बढ़ रहे खनन से वन संपदाओं का हो रहा ह्रास
शिकारगंज क्षेत्र में पत्थर खनन के फैले साम्राज्य से खनन माफिया रातो रात मालामाल हो रहे हैं| लगातार बढ़ रहे खनन से वन संपदाओं का ह्रास होता जा रहा है| पत्थर खनन माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाए चंद्रप्रभा रेंज के अधिकारी उनको सह दे रहे हैं | खनन में संलिप्त ट्रैक्टर और माल की ढ़ुलाई कर रहे तस्करों को पकड़ने का दावा किया जाता है जिन्हें बाद में मिलीभगत करके छोड़ दिया जाता है।
क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बताया कि पहाड़ियों से पत्थर खनन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो वह दिन दूर नहीं जब पहाड़ियों का नामोनिशान तक मिट जाएगा|
क्या कहते हैं अधिकारी-
काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर वाराणसी के नवागत डीएफओ रणवीर मिश्रा ने कहा कि वन विभाग लगातार प्रतिबंधित पहाड़ियों पर चल रहे खनन पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चला रहा है| उन्होंने कहा कि पर्याप्त पुलिस बल का सहयोग मिले तो करवाई करने में आसानी होगी|