खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। हाईवे पर जगह-जगह होटल-ढाबा व कंपनियों के प्लांट के सामने बेतरतीब ढंग से खड़े ट्रकों के चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। दो पहिया व चार पहिया वाहन सवार असमय इन वाहनों में टकराकर काल के गाल में समा जा रहे हैं।
काशी दर्शन के लिए आ रहे परिवार की कार डिवाइडर से टकराने के बाद हाईवे पर खड़े कंटेनर में जा घुसी। इस दर्दनाक हादसे में मां-बेटी दामाद सहित तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं दो बच्चों समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह भीषण सड़क हादसा वाराणसी-प्रयागराज हाईवे NH2 पर मिर्जामुराद क्षेत्र में रविवार को हुआ।
पूरा पंडित परिवार हुआ हादसे का शिकार
कल्लीपुर-खजुरी चट्टी (साधु कुटिया) के पास रविवार की दोपहर साढ़े बारह बजे हाईवे पर खड़े कंटेनर (ट्रक) के पिछले हिस्से में तेज रफ्तार कार जा टकराई। हादसे में कार सवार 62 वर्षीय सुधा द्विवेदी व उनकी बेटी 45 वर्षीय ज्योति मिश्रा समेत अधिवक्ता दामाद 35 वर्षीय पवन प्रकाश शुक्ला की मौत हो गई। वहीं अधिवक्ता के दो मासूम पुत्र छह वर्षीय आहान (6) व चार वर्षीय विहान व पत्नी 30 वर्षीय नेहा शुक्ला समेत रिश्तेदार अनुपम मिश्रा व पूजा मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद कंटेनर को छोड़ चालक भाग निकला। पवन हाईकोर्ट में अधिवक्ता थे
प्रयागराज जिले के राजापुर थाना क्षेत्र के उचवागड़ी निवासी अधिवक्ता पवन प्रकाश शुक्ला (33), अपनी पत्नी नेहा (30), बेटे अहान (5) व विहान (3) के साथ कार से दर्शन-पूजन के लिए निकले थे। कार में पवन प्रकाश शुक्ला के परिवार के अलावा उनकी सास प्रयागराज जिले के फूलपुर थाना के रामगढ़ कोठारी की रहने वाली ज्योति मिश्रा (48), उनका बेटा अनुपम मिश्र (30) व बहू पूजा मिश्रा (25) और उनकी मां चांदोपारा गांव की रहने वाली सुधा द्विवेदी (63) भी सवार थीं।
मात्र एक महीने पहले हुई थी शादी
अनुपम व पूजा की बीते दस मई को शादी हुई थी। उसी शादी की खुशी के उपलक्ष्य में दर्शन का प्रोग्राम बना। मीरजापुर के बाद काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए जा रहे थे कि तभी मिर्जामुराद कस्बा से एक किमी आगे बढ़ने पर कल्लीपुर-खजुरी चट्टी के पास टाटा मोटर एजेंसी के सामने कार अनियंत्रित होकर खड़े कंटेनर (एनएल 01 एन 6606) के पिछले हिस्से में घुसकर बगल में बने लोहे के डिवाइडर से टकरा गई।
कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए व एयरबैग तक खुल गया। घायलों की चीख पुकार से कोहराम मच गया। ग्रामीणों की मदद से घायलों को बाहर निकाल गंभीर रूप से घायल सुधा, ज्योति व पवन को सरकारी एंबुलेंस से बीएचयू ट्रामा सेंटर भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
विन्ध्याचल से वाराणसी विश्वनाथ जी जाते समय चालक को नींद की झपकी और घुस गई कार कंटेनर में फिर ………………….
सभी लोगों ने विंध्याचल में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद कार से बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए वाराणसी निकले। आशंका जताई गई है कि कार चला रहे अनुपम मिश्र को खजुरी में नेशनल हाईवे पर झपकी आई। इसी के साथ उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई और फिर सड़क किनारे खड़े कंटेनर के पीछे जा घुसी।
स्थानीय लोगों की सूचना पर आई मिर्जामुराद थाने की पुलिस ने गंभीर रूप से घायल सुधा द्विवेदी, उनकी बेटी ज्योति और पवन प्रकाश शुक्ला को एंबुलेंस से बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा। मगर, रास्ते में ही तीनों की मौत हो गई। वहीं, हादसे में घायल दो बच्चों सहित पांच लोगों को उपचार के लिए समीप के नर्सिंग होम में ले जाया गया। मिर्जामुराद थाना प्रभारी आनंद कुमार चौरसिया ने बताया कि हादसे के संबंध में परिजनों को जानकारी दे दी गई थी। कंटेनर को कब्जे में लेकर तीन लोगों का शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
नेशनल हाइवे का क्षेत्र बना एक्सीडेंटल जोन
स्थानीय लोगों ने बताया कि खजुरी में नेशनल हाईवे पर जिस स्थान पर हादसा हुआ है, वह दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र बन गया है। रविवार को जहां कार दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसी के समीप एक चारपहिया वाहन की कंपनी का सर्विस सेंटर है।
इसके चलते सर्विस लेन पर 24 घंटे वाहन खड़े रहते हैं और जाम लगा रहता है। वहीं, जिन वाहनों को सर्विस लेन पर जगह नहीं मिल पाती है वह नेशनल हाईवे पर खड़े हो जाते हैं। इसके चलते रोजाना जाम लगने के साथ ही दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
बेटे से पिता व पत्नी के सर से उठा पति का साया‚ बेटे की अर्थी पिता के कंघे पर जायेगी
प्रयागराज के राजापुर थानाअर्न्तगत उचवागढी गाँव निवासी गौरी शंकर शुक्ला के मृतक पवन कुमार शुक्ला बडे बेटे थे । पेशे से अधिवक्ता थे हाईकोर्ट में प्रेक्टिश करते थे । वही शुक्ला ने बताया कि मेरे बेटे की शादी सात वर्ष पूर्व प्रयागराज जिले के फूलपुर थानाअर्न्तगत राजगढ कोठारी निवासी अशोक मिश्रा की बेटैी ज्येाति मिश्रा से हुई थी। जिनको आहान व विहान नामक दो बच्चे रहे जिसमें से बेटे की अर्थी पिता के कंघे पर जायेगी तो वही पिता का साया दोनों मासूम बेटो व पति का साया पत्नी के सर से उठ गया। वही पत्नी नेहा मिश्रा के साथ ही आहान व विहान भी जिन्द्गगी और मौत से जूझ रहे है।