पहले तो धूप में निकलने से बचें लेकिन अगर दिन में निकलना जरूरी है तो सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. साथ ही आप टैनिंग और सनबर्न से बचने के लिए छतरी, टोपी और ठंडा पानी साथ लेके निकलें.

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मुख्य चिकित्साधिकारी ने गर्मी और लू से बचाव के लिए बताए जरूरी कदम

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

चंदौली। हीट वेब (लू) के कारण शरीर की कार्य-प्रणाली प्रभावित हो जाती है जिससे मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए इससे बचाव बहुत ही जरूरी है। थोड़ी सी सावधानी को अपना कर इससे बचाव किया जा सकता है।

हीट वेव से बचाव के लिए क्या करें–

  • 1. अधिक से अधिक पानी पिये।
  • 2. पसीना सोखनें वाले पतले व हल्के रंग के वस्त्र ही पहनें।
  • 3. धूप में जाने से बचें यदि धूप मे जाना जरूरी हो तो चश्में, छाते, टोपी व चप्पल आदि का प्रयोग करें।
  • 4. यदि आप खुले में कार्य करते है तो सिर, चेहरा, हाथ-पैरों को गिले कपड़े से ढके रहें और यदि सम्भव हो तो     छाते का प्रयोग करें।
  • 5. यात्रा करते समय अपने साथ पर्याप्त मात्रा में पीने का स्वच्छ पानी रखें।
  • 6.  ओ0आर0एस0 घर में बने हुए पेय पदार्थ जैस-लस्सी, चावल का पानी (मांड़), नीबू-पानी, छाछ आदि का प्रयोग              करें ताकि शरीर में पानी की कमी की भरपायी हो सके।
  •   7. हीट स्ट्रोक (लू) हीट रैश (घमौरियां), हीट क्रैम्प (मरोड़/ऐठन) के मुख्य लक्षणों में शरीर में कमजाकरी का होना,          चक्कर आना, सिर में तेज दर्द, उबकाई का आना, पसीना आना और कभी-कभी मूर्छा (बेहोशी) आना प्रमुख है।
  • 8. यदि मूर्छा या बिमारी का अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सकीय सलाह से उपचार लें।
  • 9. घरेलू/पालतू जानवरों को छायादार स्थानों पर रखें और उन्हे पर्याप्त मात्रा में पानी पीने को दें।
  • 10.  अपने घरों को ठंडा रखें, दरवाजें व खिड़कियों पर पर्दे लगवाना उचित होता है। सायंकाल व प्रातःकाल के            समय घरो के दरवाजे खिड़कियों को खोलकर रखें ताकि कमरे ठंडे रहें।
  • 11.  श्रमसाध्य कार्याे को ठंडे समय में करने/कराने का प्रयास करें। कार्यस्थल पर पीनें के ठंडे पानी की व्यवस्था करें। कर्मियों को सीधी सूर्य की रोशनी से बचने हेतु सावधान करें।
  • 12. पंखे, गीले कपड़े का उपयोग करें तथा स्नान करें।
  • 13. गर्भस्थ महिलाओं, छोटे शिशुओं व बड़ी उम्र के लोगो की विशेष देखभाल करें।
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हीट वेव में क्या न करें –

  • 1-बच्चों व पालतू जानवरों को खड़ी कारों/गाड़ियों में न छोड़े।
  • 2. यदि सम्भव हो तो दोपहर 11ः00 बजे से अपराह्न 04ः00 बजे के मध्य धूप में निकलने से बचे।
  • 3. गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें।
  • 4.  जब बाहर का तापमान अधिक हो तो श्रमसाध्य कार्य न करें।