- जनकल्याण में मानवाधिकार की भूमिका विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी पर हुई चर्चा
- ज्यादातर लोगों को अपने अधिकार के विषय में पता ही नहीं -राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रवंशी
- मानव अधिकार को आम जनमानस की रक्षा हेतु एक अचूक हथियार – CRPF कमांडेंट
- मानवाधिकार प्राप्ति में जाति, लिंग, धर्म, भाषा, रंग तथा राष्ट्रीयता बाधक नहीं- डॉ परशुराम सिंह
- पर्यावरण को बचाने का लिया गया संकल्प
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया, चंदौली । नगर पंचायत चकिया के एक निजी लान मे भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन जिलाा ईकाई चंदौली का कार्यक्रम संपन्न हुआ । जिसमें मानवाधिकारों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर मंथन हुआ। कार्यक्रम के दौरान जिले ‚ प्रदेश व देश से आए प्रतिनिधियों ने गांधी दर्शन और उनके सिद्धांतों को सार्वभौमिक बताया साथ ही मानव अधिकारों के संरक्षण और उन्नयन को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। जिसमें भारतीय मानवाधिकार के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग चंद्रवंशी सहित मानवाधिकार से जुड़े हुए तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।
मानवाधिकार पर कानून तो है लेकिन अभी तक ज्यादातर लोग इससे अनभिज्ञ -राष्ट्रीय अध्यक्ष
मानव अधिकार की रक्षा व आम जनमानस में विस्तृत प्रचार प्रसार हेतु कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने अपने इस विचार व्यक्त किए वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मानव अधिकार से जुड़े हुए मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करते हुए आम लोगों को उनके मूल अधिकार और कर्तव्य से वाकिफ कराया गया ।इसके साथ ही उन्होने कहा कि कहा कि मानवाधिकार आयोग का काम अनुशंषा करना है, उसकी पालना के लिए कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी बिठाने चाहिए। आयोग मीडिया के साथ शिकायत और स्व प्रेरित प्रसंज्ञान लेता है और कार्रवाई की अनुशंषा करता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रवंशी जी ने कहा कि सब मामलों में सही है, लेकिन अक्सर पुलिस प्रताड़ना के मामले में सुनवाई नहीं हो पा रही है। वही उन्होने कहा कि सामान्य रूप से मानवाधिकारों को देखा जाए तो मानव जीवन में भोजन पाने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, बाल शोषण, उत्पीड़न पर अंकुश, महिलाओं के लिए घरेलू हिंसा से सुरक्षा, उसके शारीरिक शोषण पर अंकुश, प्रवास का अधिकार, धार्मिक हिंसा से रक्षा आदि को लेकर बहुत सारे कानून बनाए गए हैं जिन्हें मानवाधिकार की श्रेणी में रखा गया है।
मानवाधिकार आम जनमानस की रक्षा हेतु एक अचूक हथियार-CRPF कमांडेंट
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद सीआरपीएफ के कमांडेंट श्याम सुंदर ने मानव अधिकार को आम जनमानस की रक्षा हेतु एक अचूक हथियार बताया। उन्होने कहा कि मानवाधिकार मनुष्य के वे मूलभूत सार्वभौमिक अधिकार हैं जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि किसी भी दूसरे कारक के आधार पर वंचित नहीं किया जा सकता। सभी व्यक्तियों को गरिमा और अधिकारों के मामले में जन्मजात स्वतंत्रता और समानता प्राप्त है।
मानवाधिकार प्राप्ति में जाति, लिंग, धर्म, भाषा, रंग तथा राष्ट्रीयता बाधक नहीं- डॉ परशुराम सिंह
वक्ताओं में वृक्ष बंधु विश्व बंधु ‚आदर्श जन चेतना के संरक्षक ‚बेटी बचाओं बेटी पढाओं के ब्रांड एम्बेस्डर ‚सनातन धर्म रक्षा व राष्ट्र सृजन अभियान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ परशुराम सिंह बताया कि चंदौली में मानवाधिकार को लेकर भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन सजग प्रहरी के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होने कहा कि मानव अधिकार मानव के विशेष अस्तित्व के कारण उनसे संबंधित है इसलिए ये जन्म से ही प्राप्त हैं और इसकी प्राप्ति में जाति, लिंग, धर्म, भाषा, रंग तथा राष्ट्रीयता बाधक नहीं होती। मानव अधिकार को मूलाधिकार आधारभूत अधिकार अंतरनिहित अधिकार तथा नैसर्गिक अधिकार भी कहा जाता है।
राष्ट्रीय संगोष्ठी में खुलकर आये विचार‚ कई प्रतिभागियों ने अपने – अपने विचाराें को किया साझा
कार्यक्रम के दौरान सचिव आयुष पाठक जिला प्रभारी मिथिलेश पांडे ,शिक्षिका रीता पांडे ,भूमि विकास बैंक के डायरेक्टर राजेंद्र प्रसाद जायसवाल ,चकिया रेंजर विनोद पांडे, सहित कई वक्ताओं ने मानवाधिकार के संबंध में अपने अपने विचार व्यक्त किए तथा लोगों को जागरूक करते हुए अपने अधिकारों के इस्तेमाल की बात कही।
आमजन को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए किया गया प्रेरित
बता दें कि भारतीय मानवाधिकार आयोग मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 के बाद से लगातार आम जनमानस के कल्याण व उनके अधिकारों को दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । वक्ताओं ने प्रकाश डालते हुए कहा कि मानवाधिकार जिस के संबंध में विशाल कार्यक्रम कर आम लोगों को मानवाधिकार एसोसिएशन का सहयोग लेकर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए प्रेरित किया गया है ।
सृजन सेवा समिति मूसा खाड़ के बच्चों द्वारा लयात्मक योग और देशभक्ति गीत ने लगाया कार्यक्रम में चार चाँद
सृजन सेवा समिति मुसाखांड द्वारा प्रशिक्षित बच्चों के द्वारा कार्यक्रम में भव्य स्वागत परेड द्वारा अतिथियों का किया गया। जिसमें हार्दिक यादव,सक्षम कुमार, पियूष कुमार,आदर्श कुमार,सागर कुमार ,शुशील कुमार ने भाग लिया ।
वही लयात्मक योग का विशिष्ट प्रदर्शन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा जिसमें अंकुर यादव,सागर कुमार,सृजन बंधु,शुशील कुमार ,पियूष कुमार, रिशु कुमार,संकेत कुमार, व सत्यम कुमार ने भाग लिया ।
बच्चों द्वारा लयात्मक योग की प्रस्तुति पर दर्शक दिर्घा में मौजूद सारे देख्सकर सुनकर दर्शक भावविभोर हो उठे। यही नही उन बच्चो द्वारा वही लोकगीत कलाकार श्याम नारायण यादव द्वारा लोकगीत के माध्यम से देश भक्ति व मानवाधिकार से जुड़े हुए मुद्दों को बड़े रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया जिसकी कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने सराहना की ।
जनपद के भारतीय मानवधिकार एसोसिएशन के कार्यकताओं को किया गया आई कार्ड वितरीत
वही पर राष्ट्रीय संगठन ससिव रवि प्रकाश व प्रदेश संगठन सचिव आयुश पांडेय द्वारा जनपद के कार्यकर्ताओं को आई कार्ड का वितरण किया गया। और उन्हे अपनी -अपनी जिम्मेदारियों से वाकिफ कराया गया। वही कार्यक्रम में अतिविशिष्ट कार्य करने वाले चालीस लाेगो को सम्मानित भी किया गया।
इन -इन लोगो की रही गरिमामई उपस्थिति
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग चंद्रवंशी प्रदेश सचिव आयुष पाठक जिला प्रभारी मिथिलेश पांडे वृक्ष बंधु डॉ परशुराम सिंह भूमि विकास बैंक के डायरेक्टर राजेंद्र प्रसाद जायसवाल शिक्षिका रीता पांडे रेंजर चकिया विनोद कुमार पांडे वन अधिकारी रामाशीष सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र चकिया के कमांडेंट श्याम सुंदर ,वरिष्ठ पत्रकार एडवोकेट केसी श्रीवास्तव ,अनिल द्विवेदी ,रामजस चौबे, तरुण भार्गव , ,आदि सहित सैकड़ों की संख्या में आम जनमानस मौजूद रहे ।