मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राकृतिक आपदा से 34 लोगों की हुई मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को तत्काल सहायता राशि वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटों में बिजली गिरने से 17 डूबने से 12 तथा अत्यधिक बारिश से 5 लोगों की जान गई है।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौसम का कहर इस कदर बरप रहा है कि लोगों की मौत की खबरे सामने आ रही है. भारी बारिश से 5 तो वहीं पानी में डूबने से 12 की जान गई और बिजली गिरने से 17 लोगों के झुलसने की खबरे है। राहत आयुक्त के अनुसार प्रदेश में बीते 24 घंटों में आकाशीय विद्युत बिजली गिरने से 17, पानी में डूबने से 12 तथा अतिवृष्टि से 5 लोगों की मौत हुई है। बागपत, इटावा, उन्नाव, आगरा व बलिया में आकाशीय बिजली गिरने से एक-एक, जालौन, कानपुर देहात, कन्नौज व गाजीपुर में दो-दो और मैनपुरी में चार लोगों की मौत हुई है। पानी में डूबने से संत कबीर नगर में एक, बदायूं में दो, बरेली में चार और रायबरेली में पांच लोगों की मौत हुई है। अतिवृष्टि से एटा, कन्नौज व कौशाम्बी में एक-एक, और मुजफ्फरनगर में दो लोगों की मौत हुई है।
आकाशीय बिजली का कहर
अगर बात करें आकाशीय बिजली गिरने से अलग अलग जिलों से तो यह संख्या कुछ इस तरह है कि-
बागपत, इटावा, उन्नाव, आगरा और बलिया में एक-एक जालौन, कानपुर देहात, कन्नौज और गाजीपुर में दो-दो मैनपुरी में गई जान की संख्या चार है।
CM ने जताया शोक ‚कहा सहायता राशि तत्काल उपलब्ध कराई जाय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने, पानी में डूबने तथा अतिवृष्टि से हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को तत्काल सहायता राशि वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटों में बिजली गिरने से 17, डूबने से 12 तथा अत्यधिक बारिश से पांच लोगों की जान गई है।
आसमानी बिजली की चपेट में आकर आठ बच्चे झुलसे, दो की हालत गंभीर
रायबरेली में कोतवाली क्षेत्र के चंदूलाल का पुरवा मजरे अंबारा पश्चिम गांव में रविवार की शाम मवेशी चराने गए बच्चे आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलस गए। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। गांव निवासी अनिल (17) पुत्र रामलाल, प्रदीप (15) पुत्र इंदल व सौरभ (8) पुत्र भारत गांव से बाहर नसीरपुर गांव स्थित भट्टे के निकट मवेशी चराने गए थे। जबकि गांव के ही सचिन (15) पुत्र रजोल, प्रीति (16) व आरती (18) पुत्री रामलाल, सरवन (17) पुत्र रामबहादुर, मिथुन (16) पुत्र भगवानदीन पास के खेत मे धान की रोपाई कर रहे थे। तभी बूंदाबांदी की बीच तेज कड़कड़ाहट के साथ आसमानी बिजली की चपेट में आकर आठों बच्चे झुलस गए। आनन-फानन में सभी बच्चों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां अनिल व प्रदीप की हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।