इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सिंह की तहरीर पर 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी । सांस्कृतिक नगरी वाराणसी में मुहर्रम के पर्व पर शनिवार को ताजिया का जुलूस निकालने के दौरान शिया और सुन्नी आपस में भिड़ गए। पहले दोनों तरफ से जमकर नारेबाजी की गई। फिर देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया। इसमें 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। उपद्रवियों ने 12 से ज्यादा गाड़ियां तोड़ डाली हैं। पुलिस की गाड़ियों पर भी जमकर पत्थर बरसाए गए। पुलिस की भी 2 गाड़ियां टूट गई हैं।
नारेबाजी के दौरान लगे पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे
बताया जा रहा है कि इस दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए। पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन घटनास्थल पर मौजूद हैं। पुलिसकर्मियों ने हंगामा करने वालों को खदेड़ दिया है। वहीं, इस घटना के बाद शिया समुदाय के लोग धरने पर बैठ गए है। जिन्हे काफी मसक्कत के बाद हटाया जा सका।
एक दर्जन से अेधिक वाहन क्षतिग्रस्त‚घायलोंं की संख्या सैकडा पार ‚पुलिस ने भाजी लाठियां
वाराणसी के दोषीपुरा इलाके में शनिवार की शाम ताजिया जुलूस के दौरान शिया और सुन्नी भिड़ गए। कहासुनी के बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ और तोड़फोड़ की गई। पथराव में पुलिसकर्मियों सहित 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस की जीप व बाइक सहित 12 से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए गए। पथराव और तोड़फोड़ के कारण दो घंटे से ज्यादा समय तक माहौल अराजक रहा। भारी संख्या में पुलिस बल के आने के बावजूद उपद्रवी पथराव करने से बाज नहीं आए। पुलिस ने जब लाठी लेकर गलियों के भीतर तक खदेड़ना शुरू किया, तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई। इस बीच इलाके की महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग अपने घरों के भीतर दुबके नजर आए।
ताजिया निकालने के दौरान हुआ उपद्रव‚पहले कहासुनी हुई, फिर पथराव
पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने बताया कि जैतपुरा दोषीपुरा में दिन के करीब 2 बजे शिया समुदाय की ओर से ताजिया निकाला जा रहा था। इस रास्ते पर केवल शिया समुदाय को ही ताजिया निकालने की इजाजत थी। लेकिन बिना इजाजत ही सुन्नी समुदाय की ओर से उसी रास्ते पर ताजिया निकाला गया। इसका शिया समुदाय के लोग विरोध करने लगे। इसके बाद शिया और सुन्नी वर्ग के लोग आमने-सामने आ गए। उनके बीच नारेबाजी शुरू हो गई। इसके बाद पथराव भी हुआ। इस पूरे घटनाक्रम में 50 से ज्यादा लोग चोटिल हैं। उनका इलाज कराया जा रहा है।
नई परंपरा का शियाओं ने किया विरोध
जैतपुरा थाना क्षेत्र के दोषीपुरा मैदान से शिया समुदाय के लोग ताजिया सदर इमामबाड़ा लाट सरैया ले जाकर ठंडा करते हैं। शिया समुदाय के अली खान ने बताया, दोषीपुरा इलाके से परंपरागत तरीके से सुन्नी समुदाय की ओर से एक ताजिया निकलता है। शनिवार की शाम सुन्नी समुदाय के परंपरागत ताजिए के अलावा उसके पीछे अन्य इलाकों के ताजियों का जुलूस आ गया।
उन्हें समझाया कि नई परंपरा की शुरुआत न करें और ताजियों को उनके कदीमी रास्तों से ही लेकर जाएं। वो लोग नहीं माने, इसके बाद उन्होंने तलवार निकाल ली। इसके साथ ही पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पुलिस ने देर रात इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सिंह की तहरीर पर 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
भारी तायदात में फोर्स तैनात
दोनों तरफ से पथराव में कई पुलिस कर्मियों को चोटें आईं। इस बीच भीड़ ने पुलिस के वाहनों को भी निशाना बनाया। पुलिस का चार पहिया वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। बाइक को ईंट-पत्थर से कूंच डाला। आम लोगों की बाइकें भी क्षतिग्रस्त कर दी गईं। इसकी सूचना मिलते ही जैतपुरा थाने की पुलिस और पीएसी ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। सूचना पाकर 10 थानों की फोर्स, पीएसी और आरएएफ के साथ पुलिस आयुक्त घटनास्थल पर पहुंच गए। हंगामा कर रहे उपद्रवियों को वहां से खदेड़ा। दोनों पक्षों के लोगों से बात कर उन्हें शांत कराया गया। 4 बजे तक स्थिति को काबू में कर लिया गया। आगे कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए इलाके में भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है।
घायलों को अस्पताल में कराया गया भर्ती
पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने बताया कि जैतपुरा बवाल में जो लोग घायल हुए हैं, उन्हें कबीर चौरा और दूसरे अस्पतालों में इलाज के लिए भेज दिया गया है। मौजूदा समय में भारी पुलिस बल मौजूद है। इलाके में शांति व्यवस्था कायम है। मामले की जांच की जा रही है।
कार्यवाही के लिए खंगाले जा रहे सी सी टी वी फुटेज व डी वी आर
पथराव और तोड़फोड़ के बाद स्थिति सामान्य हुई तो पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसी कैमरों की फुटेज खंगाली है। डीवीआर से उपद्रव की फुटेज ली।क्षेत्र के अन्य सीसी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है। साथ ही, दोषीपुरा इलाके के जिन लोगों ने पथराव और तोड़फोड़ की रिकॉर्डिंग मोबाइल से की थी, पुलिस ने उनसे वीडियो भी लिया है। जैतपुरा थाने की पुलिस ने कहा कि सीसी कैमरों की फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग की मदद से पथराव में शामिल एक-एक आरोपी को चिह्नित कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इसके पहले भी हो चुका है कई बार बवाल
दोषीपुरा इलाके में पथराव के बाद शिया समुदाय के लोगों ने कहा कि पिछले साल भी मुहर्रम के दौरान ताजिया जुलूस को लेकर विवाद हुआ था। इससे पहले वर्ष 2017, 2012 और 2004 में विवाद हो चुका है। ताजिया जुलूस को लेकर तनातनी की स्थिति हर बार रहती थी। पुलिस दोनों पक्षों के लोगों के साथ प्रभावी तरीके से संवाद करते हुए सतर्कता के साथ निगरानी करती थी तो ऐसी नौबत नहीं आती।