ऐसा माना जाता है कि कुश्ती की शुरुआत 16वीं शताब्दी में हुई। जब उस समय उत्तरी भारत पर मुगलों का कब्जा था। जब मुगलों का आगमन हुआ तब भारतीय उपमहाद्वीप में पहले से ही अलग-अलग रूपों में कुश्ती का अभ्यास किया जा रहा था। विशेष रूप से मल्ल युद्ध शैली का, जिसका कम से कम 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व से शुरू होने का अनुमान है। वही चकिया नगर में चकिया दंगल कमेटी के जनक पिता कहलाए जाने वाले स्वर्गीय धर्मपाल प्रसाद गुप्ता के बगैर इस बार नाग पंचमी पर होगा दंगल का मुकाबला।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया‚चंदौली।नवज्योति दंगल द्वारा आयोजित सोमवार को नाग पंचमी के पावन पर्व पर हर वर्ष की भाति इस बार भी माँ काली जी के पोखरे पर दिन में 2:00 बजे से दंगल होना हर साल के भांति इस साल भी तंय है । दंगल में चकिया के तीनों ब्लाक खंड के मिनी पहलवानों एवं चन्दौली जिला के बड़े पहलवान भी शिरकत करते रहे है।
वही बता दे कि यहाँ पर 81 हजार रूपये मूल्य वर्ग तक की कुश्ती लडी गई है। वही नगर पंचायत में सुबह से ही दौड‚साइकिल रेस‚धीमी साइकिल रेल ऊची कूँद ‚ लम्बी कूद जैसी प्रतियोगिताएं होती रही है। जो इस बार भी होने की सम्भावना प्रबल है। यही नही हर वर्ष चकिया में तथा आस पास के गाँवों में भी कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता रहा है।