हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश में चल रही वकीलों की हड़ताल समाप्त हो गई है। बृहस्पतिवार शाम योगी सरकार ने एडिशनल एसपी हापुड़ को हटाने, दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने, विभिन्न जिलों में अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमे स्पंज करने समेत पांच सूत्री मांगों पर सहमति दी ।
ASP को हटाने‚सी ई ओ व पुलिस निरीक्षक को निलम्बित करने के साथ बनी सहमति
हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश में चल रही वकीलों की हड़ताल समाप्त हो गई है। बृहस्पतिवार शाम उत्तर प्रदेश बार काउंसिल और सरकार के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में सरकार ने हापुड़ के एएसपी को हटाने, सीईओ और पुलिस निरीक्षक को निलंबित करने सहित पांच सूत्री मांगों पर सहमति दी।
U P केे मुख्य सचिव दुर्गा प्रसाद मिश्र से चली एक घंटे वार्ता के बाद हुई घोषणा‚ आज से अधिवक्ता लौटेंगे कार्य पर
उत्तर प्रदेश काउंसिल के चेयरमैन श्रीकिशोर गौड के नेतृत्व में काउंसिल के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र से लोकभवन में मुलाकात की। काउंसिल के पदाधिकारियों और शासन के अधिकारियों के बीच करीब एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत चली। काउंसिल के सह अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल ने बताया कि सरकार ने हापुड़ के एएसपी को हटाने, सीईओ और पुलिस निरीक्षक को निलंबित करने, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने के लिए कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया। सरकार ने हापुड़ प्रकरण में वकीलों पर प्रदेश भर में दर्ज मुकदमे वापस लेने और एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया। सरकार के आश्वासन के बाद काउंसिल ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की है।
गुफ्तगु में सरकार की ओर से पुलिस महानिदेशक सहित कई अन्य तो काउंसिल के उपाध्यक्ष सहित सदस्य रहे मौजूद
बातचीत में सरकार की ओर से पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, डीजी स्पेशल कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और प्रमुख सचिव विधायी जेपी सिंह मौजूद थे। वहीं काउंसिल के उपाध्यक्ष अनुराग पांडेय सहित काउंसिल के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त को हापुड़ में पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया था। उसके बाद 29 अगस्त से प्रदेश भर में वकीलों ने कार्य का बहिष्कार कर रखा था। इससे न केवल न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा था।
प्रदर्शन से रोका तो पुलिस से भिड़े वकील, हजरतगंज चौराहे पर पुलिस से तीखी नोकझोंक
हापुड़ में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर राजधानी के वकीलों ने एक बार फिर बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य भवन चौराहे से लेकर हजरतगंज चौराहे के बीच करीब दो किमी. तक वकीलों ने पुलिस व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हजरतगंज चौराहे से आगे बढ़ने से पुलिस के रोकने पर वकील उग्र हो गए। उनकी पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान धक्का-मुक्की में कुछ पुलिसवाले गिर भी गए। किसी तरह वकीलों को हजरतगंज चौराहे से वापस भेजा गया। लौटते वक्त इन्होंने मीडियाकर्मियों से अभद्रता, मारपीट की। वकीलों के प्रदर्शन को लेकर डालीगंज से लेकर हजरतगंज, हनुमान सेतु से हजरतगंज और उसके आसपास के इलाके में ट्रैफिक को अचानक डायवर्ट करना पड़ा। इससे कई रूटों पर घंटों जाम लग गया, जिससे आम लोगों को काफी परेशानी हुई।
चंदौली जनपद में भी अधिवक्ताओं का प्रदर्शन रहा चरम पर
यही नही अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर के अधिवक्ताओं में उबाल रहा। हर जगह प्रदर्शन कर पुतले फूके गये। चंदौली जिले में भी मुख्यालय सहित चकिया‚मुगलसराय व नौगढ में भी धरना प्रदर्शन के साथ शासन का पुतनादहन किया गया । जिसको लेकर सैकड़ों अधिवक्ता सुबह स्वास्थ्य भवन चौराहे के पास जमा हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। वकीलों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल पहले से तैनात था। कई जगहों पर बैरिकेडिंग भी की गई थी। कुछ देर चौराहे पर प्रदर्शन के बाद वकील नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े। सरकार का पुतला फूंका और आगे बढ़ दिए।