- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं अनुस्रवण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न
- 31 अक्टूबर तक पेंडेंसी खत्म न करने पर होगी कड़ी कार्यवाही:जिलाधिकारी
- अटेंडेंस बढ़ाने के लिए हर ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी चलाएं विशेष अभियान अन्यथा होगी कड़ी कार्यवाही:जिलाधिकारी
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली। जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे की अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं अनुस्रवण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।बैठक में ऑपरेशन कायाकल्प,शिक्षण सामग्री, शिक्षण योजना,हेल्थ इश्यू, इंस्पेक्शन विजिट कंप्लायंस,टॉयलेट, ड्रिंकिंग वॉटर आदि पर बिंदुवार चर्चा की गई।
नौगढ़ ब्लाक के ए डी ओ को प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ सैलरी रोकने का निर्देश
बैठक के दौरान कड़े तेवर दिखाते हुए जिलाधिकारी ने नौगढ़ में टॉयलेट के संबंध में सर्वाधिक पेंडेंसी होने पर नौगढ़ ब्लॉक के एडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ सैलरी रोकने का निर्देश दिए।
जो कार्य पंचायत से नहीं हो सकता उसे नरेगा से पूर्ण कराया जाय
ड्रिंकिंग वॉटर के संबंध में बरहनी,धानापुर,नौगढ़ ब्लॉक में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने कड़ी नाराजगी जाहिर की।उन्होंने कहा कि जो कार्य पंचायत से नहीं हो सकता उसे नरेगा से पूर्ण कराया जाय।उन्होंने कहा कि पैसे का बहाना बनाकर किसी कीमत पर कार्य रोका न जाय।
सभी कार्यों के लिए 31 अक्टूबर की डेड लाइन निर्धारित
जिलाधिकारी ने सभी कार्यों के लिए 31 अक्टूबर की डेड लाइन देते हुए संबंधित अधिकारियों को दो टूक कहा कि सभी पेंडेंसी अक्टूबर माह तक अवश्य पूर्ण कर लें अन्यथा प्रसाद पाने के लिए तैयार रहें।उन्होंने टायलीकरण के कार्य में भी तेजी लाए जाने के निर्देश दिए।
सभी ब्लॉकों में विशेष अभियान चला कर उपस्थिति बढ़ाने का प्रयास
जिलाधिकारी ने अटेंडेंस कम होने पर नाराजगी जताते हुए हर ब्लॉक में इसके लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉकों में विशेष अभियान चला कर उपस्थिति बढ़ाने के प्रयास किए जाएं।इसके लिए अभिभावकों से संपर्क कर उन्हे समझाया जाए।चहनिया ब्लॉक में सबसे कम अटेंडेंस होने पर उन्होंने कहा कि किसी भी ब्लॉक में 60% से कम उपस्थिति होने पर संयुक्त रूप से जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
प्रतिमाह पांच विद्यालयों का निरीक्षण कर उसे प्रेरणा ऐप पर दर्ज कराने का निर्देश
इंस्पेक्शन विजिट कंप्लायंस का अनुपालन न होने पर उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को प्रतिमाह पांच विद्यालयों का निरीक्षण कर उसे प्रेरणा ऐप पर दर्ज कराने का निर्देश दिया।इसके साथ ही शिक्षण सामग्री का पूर्ण उपयोग न करने एवं शिक्षण योजना का अनुपालन न होने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए इसमें अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए।