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रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, दिन 6:रात 9 बजे नए मंदिर पहुंचेंगे रामलला विराजमान; देशभर में जश्न शुरू, दिल्ली-राजस्थान-बंगाल में पटाखे फोड़े गए

अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का रविवार 21 जनवरी को छठा दिन है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गईं। अब 23 जनवरी तक सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा में बुलाए गए मेहमानों को ही पास दिखाकर एंट्री मिलेगी।

वहीं, आज शाम को रामलला की पुरानी प्रतिमा (रामलला विराजमान, जिनकी पूजा हो रही है) को राम मंदिर ले जाया जाएगा। रामलला के साथ उनके तीनों भाई, हनुमान और शालिग्राम भी रहेंगे।

हाइलाइट्स

  • 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुबह 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ बजाई जाएगी। विभिन्न राज्यों से आए कलाकार 50 से ज्यादा वाद्ययंत्र बजाएंगे। यह कार्यक्रम 2 घंटे चलेगा।
  • एक्ट्रेस कंगना रणोट, संगीतकार अनु मलिक अयोध्या पहुंचे, कल 7 हजार से ज्यादा हस्तियों का प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जमावड़ा रहेगा।
  • राम मंदिर केस से जुड़े 30 पक्षकार आज अयोध्या पहुंचेंगे ।
  • राम मंदिर से जुड़े केस में 30 पक्षकार आज रात एक चार्टर प्लेन से अयोध्या पहुंचेंगे। कल प्राण प्रतिष्ठा में हिस्सा लेंगे।

प्राण-प्रतिष्ठा का 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त 

शुभ मुहूर्त दिन के 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक का रहेगा। यानि प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त केवल 84 सेकंड का है। पूजा-विधि के जजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। यह अनुष्ठान काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ और आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य संपन्न कराएंगे। इस दौरान 150 से अधिक परंपराओं के संत-धर्माचार्य और 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तटवासी, द्वीपवासी, जनजातीय परंपराओं की भी उपस्थिति होगी।

प्राण प्रतिष्ठा की विधि 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे शुरू होगी

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया है कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्यूनतम विधि-अनुष्ठान रखे गए हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की विधि 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे शुरू होगी। दोपहर एक बजे प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हो जाएगा।

भारत समेत दुनिया की नजरें प्राण प्रतिष्ठा की ऐतिहासिक घड़ी पर टिकी

अयोध्या में रामलला के आगमन की घड़ी नजदीक है। सोमवार (22 जनवरी) को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पूरी नगरी को आध्यात्मिक रंग देकर सजाया गया है। पूरे मंदिर परिसर की छटा देखती ही बनती है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकप्रिय क्रिकेटर, मशहूर हस्तियां, उद्योगपति, संत और विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों न्योता मिला है। अब भारत समेत दुनिया की नजरें प्राण प्रतिष्ठा की ऐतिहासिक घड़ी पर टिकी हुई हैं।

आइये जानते हैं कि 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम क्या है? विधि-अनुष्ठान कितने बजे से शुरू होंगे? मेहमान कब आएंगे? मुख्य कार्यक्रम कब होगा? 

प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम क्या है?
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्यूनतम विधि-अनुष्ठान रखे गए हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रातः काल 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ का भव्य वादन होगा। विभिन्न राज्यों से 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र लगभग दो घंटे तक इस शुभ घटना का साक्षी बनेंगे।

10:30 बजे तक मेहमानों को करना होगा प्रवेश 
उधर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों का आगमन शुरू हो जाएगा। मेहमानों को 10:30 बजे तक रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करना होगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने बताया कि उसके द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के जरिए ही प्रवेश संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुक प्रवेश नहीं कर पाएंगे। प्रवेशिका पर बने क्यूआर कोड के मिलान के बाद ही परिसर के प्रवेश मिलेगा। ट्रस्ट ने सोशल मीडिया पर प्रवेशिका का एक प्रारूप भी साझा किया है।

प्राण प्रतिष्ठा पूरा होने के बाद संबोधन 
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम दोपहर एक बजे तक पूरा हो जाएगा। सभी पूजा-विधि समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत संदेश देंगे। वहीं श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास आशीर्वाद देंगे।

चार घंटे अयोध्या में रहेंगे पीएम मोदी

पीएम मोदी सोमवार को चार घंटे अयोध्या में रहेंगे। सुबह 10:25 बजे अयोध्या एयरपोर्ट और 10:55 पर राम जन्मभूमि पहुंचेंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के बाद एक बजे प्रस्थान कर सभा को संबोधित करेंगे। 2:10 पर कुबेर टीला के दर्शन कर दिल्ली लौट जाएंगे

शाम में होगा दीप प्रज्वलन 
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्ण होने के उपरांत ‘राम ज्योति’ प्रज्ज्वलित कर दीपावली मनाई जाएगी। शाम को अयोध्या 10 लाख दीपों से जगमगाएगी। इसके साथ ही मकानों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और पौराणिक स्थलों पर ‘राम ज्योति’ प्रज्ज्वलित की जाएगी। अयोध्या सरयू नदी के तटों की मिट्टी से बने दीपों से रोशन होगी। रामलला, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, गुप्तारघाट, सरयू तट, लता मंगेशकर चौक, मणिराम दास छावनी समेत 100 मंदिरों, प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।

नेपाल का जनकपुर मंदिर भी रोशनी से जगमगा उठा

नेपाल का जनकपुर मंदिर भी रोशनी से जगमगा उठा। 22 जनवरी को जनकपुर के जानकी मंदिर में सवा लाख दीए जलाए जाएंगे। माता सीता के मायके से अयोध्या के लिए तीन हजार से ज्यादा उपहार भी भेजे गए हैं।

अयोध्या के खुरचन पेड़ा से लगता है रामलला को भोग

अयोध्या में राजभवन के सामने चंद्रा स्वीट्स की दुकान में फेमस खुरचन पेड़ा मिलता है। यह पेड़ा रामलला को भी पसंद है। सालों से दुकान से रामलला के लिए पेड़ा भेजा जाता है।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद मेहमानों को शुद्ध देशी घी से बना महाप्रसाद दिया जाएगा

महाप्रसाद के पैकेट में दो लड्डू, सरयू नदी का जल, अक्षत, सुपारी की थैली और कलावा शामिल है। सनातनी परंपरा को ध्यान में रखकर महाप्रसाद तैयार किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को महाप्रसाद के 20 हजार पैकेट सौंपे गए हैं।

ताइवान में भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले भजन-कीर्तन

ताइवान में भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले जश्न मनाया जा रहा है। इस्कॉन से जुड़े लोग कीर्तन और भजन कर रहे हैं। वहीं इंडियन एसोसिएशन ऑफ ताइवान 22 जनवरी को होने वाले प्राणप्रतिष्ठा समारोह का लाइव टेलिकास्ट भी करेगा।

अयोध्या का कारसेवक पुरम फूलों और रंगीन लाइटों से सजाया गया

अयोध्या के कारसेवक पुरम को फूलों और रंगीन लाइटों से सजा दिया गया है। यहां पर पतंजलि योगपीठ के स्वामी रामदेव ठहरे हैं। साथ ही देश भर से आए कारसेवक और संघ के पदाधिकारी मौजूद हैं। यहां उत्सव का माहौल है। परिसर के अंदर लोगों के निशुल्क भंडारे की व्यवस्था की गई है। देश भर आ रहे उपहारों को यहीं रखा गया है। आज रात बाकी बचे उपहारों को राम जन्मभूमि स्थान पहुंचाया जा रहा है।