जिम्मेदार माता पिता नहीं बल्कि इनकी गरीबी
रामयश चौबे
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
सोनभद्र। संसदीय क्षेत्र सोनभद्र के चतरा ब्लाक क्षेत्र के नौडीहा गांव में सरकार के द्वारा चलाए जा रहे विकास की डोर सर से काफी उंचाई पर है जिसे टेलीविजन पर ही देख सकते हैं जमीन पर नहीं।
ऐसी भी जगह जहाँ पर आबादी तो है‚ लोग भी है‚ उनके पाले जानवर है लेकिन उनके लिए सरकार के द्वारा जारी संसाधन आज तक देखने को नही
नौडीहा एक गांव ऐसा है जहां आबादी है लोग हैं उनके पाले जानवर है लेकिन उनके लिए सरकार के द्वारा जारी संसाधन आज तक देखने को नही मिला। एक तरफ सरकार स्वच्छता अभियान चला रही है जगह जगह मंत्री, प्रधान मंत्री हाथों में झाड़ू लेकर स्वच्छता का नारा लगा रहे है वहीं दूसरी तरफ इस गांव में एक भी शौचालय नहीं है।
विकास की किरणों से कोसो दूर आजादी के बाद भी यह गाँव
खुले में शौच न करने को लेकर सरकार हर गांव में सामुदायिक सौचालय बनवा रही है तो यहां कि जनता को खुले में शौच करना मजबूरी है, क्यों कि शौचालय बनवाने के लिए इनके पास इतने धन ही नहीं है।
घर में पानी पीने के लिए छोटे छोटे नौनिहाल बच्चे घर से सौ दो सौ मीटर की दूरी पर लगे हैंडपंप से पानी लाने को मजबूर हैं , जिस हाथों में खिलौने होने चाहिए आज उस हाथों में जिम्मेदारी का बोझ दे दिया है। इसका जिम्मेदार माता पिता नहीं बल्कि इनकी गरीबी है। और ऐसे लोगों तक सरकार का कोई संसाधन उपलब्ध नही है।