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जो शव वाहन पहले मैदागिन से गोदौलिया मार्ग होते हुए मणिकर्णिका घाट पहुंचते थे. अब वे शव वाहन भदऊ चुंगी होते हुए पहले महिषासुर घाट पर पहुंचेंगे. इसके बाद मणिकर्णिका घाट पहुंचेगे. महिषासुर घाट पर शव यात्रा में आए लोगों के लिए तीन एनडीआरएफ बोट भी लगाईं गईं हैं.

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

वाराणसी।मणिकर्णिका घाट पर जाने वाले शव वाहनों का रास्ता बदल दिया गया है। अब तक मैदागिन-गोदौलिया मार्ग से घाट पर पहुंचते थे। अब नई व्यवस्था में भदऊ चुंगी, राजघाट होकर महिषासुर घाट जाना होगा। यहां से मणिकर्णिका घाट पहुंच सकेंगे। डीएम एस राजलिंगम ने निरीक्षण कर इस संबंध में निर्देश दिए।

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शव वाहनों को भदऊ चुंगी होते हुए महिषासुर घाट पर जाना होगा–डी एम

डीएम एस राजलिंगम, एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर एस चनप्पा ने चौकाघाट, महिषासुर घाट, मैदागिन चौराहा का निरीक्षण किया। कहा कि शव वाहनों को भदऊ चुंगी होते हुए महिषासुर घाट पर जाना होगा। यहां पर तीन एनडीआरएफ की बोट लगाई गई है। यह पूरी तरह निशुल्क रहेगी, यह शव व शव के साथ आए लोगों को जल मार्ग के रास्ते मणिकर्णिका घाट पर पहुंचाएंगे।

शव यात्रा के लिए लगाई गई तीन एनडीआरएफ बोट

जो शव वाहन पहले मैदागिन से गोदौलिया मार्ग होते हुए मणिकर्णिका घाट पहुंचते थे. अब वे शव वाहन भदऊ चुंगी होते हुए पहले महिषासुर घाट पर पहुंचेंगे. इसके बाद मणिकर्णिका घाट पहुंचेगे. महिषासुर घाट पर शव यात्रा में आए लोगों के लिए तीन एनडीआरएफ बोट भी लगाईं गईं हैं।

पुलिस और ट्रेफिक के जवान करेंगे शव लेकर आने वालों को डायवर्ट

बोटें निशुल्क होंगी. महिषासुर घाट से इन बोट में बैठाकर शव के साथ आए लोगों को पानी के रास्ते मणिकर्णिका घाट पर पहुंचाया जायेगा. ताकि लोग शव यात्रा को संम्पन्न कर पांए. इस मामले में एडीशनल सीपी ने जानकारी देते हुए बताया कि शव लेकर आने वाले लोगों को सहानुभूतिपूर्वक समझा कर उन्हें इस रास्ते की ओर डायवर्ट किया जाएगा. पुलिस की ओर से इसके लिए सम्बन्धित पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और सभी सम्भावित जगहों पर ड्यूटी के दौरान शव वाहनों को डायवर्ट करेंगे. यह क्रम रोजाना सुगमतापूर्वक चलाया जायेगा। नगर निगम को निर्देश दिए गए कि शव लेकर आने वालों के विश्राम के लिए महिषासुर घाट पर एक बड़ा शेड लगवाएं। इस दौरान दोनों अफसरों ने खुद की मौजूदगी में कई शवों को बोट के माध्यम से मणिकर्णिका घाट पर पहुंचाया।

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