गजटेड ऑफिसर एवं सेना के पूर्व इंस्पेक्टर के परिवारों में कराया गया मेल-मिलाप
सलिल पांडेय
मिर्जापुर परिवार परामर्श केंद्र का सफलतापूर्ण प्रयास
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
मिर्जापुर। उचित दवाएं बीमारियों का उपचार करती हैं तो सही सलाह विवादों का समाधान कर देती हैं। ऐसे ही सुझाव, सलाह और परामर्श से चटकते, दरकते और ढहते परिवारों को बिखरने से बचाया गया तथा आरोप-प्रत्यारोप से तौबा करने का संकल्प दिलाया गया ।
कटुता परित्याग कर मेलजोल का यह मामला यहाँ पुलिस लाइन में चल रहे परिवार परामर्श केंद्र का है। रविवार, 21 अप्रैल को महिला थानाध्यक्ष श्रीमती सीमा सिंह की देखरेख में पारिवारिक मिलन के तहत 18 पत्रावलियां प्रस्तुत हुईं जिसमें कुछ मामले पेंचीदें प्रतीत हो रहे थे। सामान्य एवं कम पढ़े-लिखे परिवारों की दम्पत्तियाँ तो कानूनी जटिलताओं से परेशान होकर एक साथ रहने के लिए राजी हो जा रहीं थी लेकिन सर्वाधिक गम्भीर कुछ ऐसे भी पति-पत्नी के बीच विवाद के मामले आए जिसे सुलझाव के मंजिल तक पहुंचाने में रोड़े दिख रहे थे लेकिन जब कई जटिल मामले हल हुए तब केन्द्र के समस्त स्टॉफ को इस बात से प्रसन्नता हुई कि उनका प्रयास सार्थक हो गया।
गजटेड ऑफिसर का मामला
बिहार प्रान्त में तहसीलदार के पद पर तैनात एक अधिकारी की शादी 11 वर्ष पूर्व मिर्जापुर के अति प्रतिष्ठित घर की महिला से हुई थी। इस बीच इन्हें दो संतानें हुई और दोनों बेटियां ही हुई। पति-पत्नी के बीच ‘शक’ के विषाणु का हमला हुआ और पत्नी को लगा कि उसका अधिकारी पति अन्य महिलाओं की गिरफ्त में आ गया है। यहीं से परिवार में विवादों का संक्रमण शुरू हो गया।
केंद्र में जब यह मामला हल करने के लिए आया तब महिला थाना प्रभारी श्रीमती सीमा सिंह, गैरसरकारी सदस्य डॉ कृष्णा सिंह एवं श्रीमती निर्मला राय ने तय किया कि इन दोनों के बीच एकता करानी ही है। श्रीमती सीमा सिंह ने पहले दोनों को अलग से आपस में वार्तालाप का निर्देश दिया क्योंकि इधर लंबे दिनों से महिला अपने मायके में ही थी। इसके बाद दिए गए सुझावों को मानकर पति-पत्नी एक साथ रहने के लिए राजी हुए और बिहार जाने की सहमति बनी।
सेना के रिटायर्ड इंस्पेक्टर के परिवार में एकता
कछवा की एक महिला का विवाह तीन साल पहले 25 अप्रैल ’21 को मिर्जामुराद में रहने वाले सेना से रिटायर्ड इंस्पेक्टर पुत्र से हुई थी। घर में सम्पन्नता के बावजूद विवाद पति के शराब पीने को लेकर हो गई थी। महिला मायके में आकर रहने लगी थी। डेढ़ वर्ष का बेटा लेकर जब वह केंद्र में हाज़िर हुई तब सही मशविरे के चलते सोमवार, 22 अप्रैल को विदाई के लिए सहमति बन गई।
18 वर्ष पूर्व विवाहित दम्पति में विवाद
भदोही जनपद के औराई क्षेत्र की एक महिला का विवाह वर्ष 2006 में हुआ था। तीन संतानें भी हैं। दो बेटियां क्रमशः 13 एवं 10 वर्ष की एवं बेटा 5 वर्ष का है। पति पक्ष के हाजिर न होने से अगली तारीख दी गई। इसी तरह अन्य समस्त मामलों के निस्तारण के लिए आवश्यक कार्रवाई की गई।
इस मौके पर गैरसरकारी सदस्य सलिल पाण्डेय, सुरेश कुमार जायसवाल, महिला आरक्षियों में सुनीता देवी, सावित्री देवी एवं पिंकी जायसवाल ने अहं भूमिका अदा की।
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