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सलिल पांडेय

  • ◆घर-घर पहुंचा घण्टाघर तो वक्ता बोले वाह ‘श्यामसुन्दर’◆सालाना उत्सव में सबका अभिनन्दन
  • पहला फंक्शन जिसमें चकमक संचालक : आऊट रहे मंच के अतिथिगण

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

मिर्जापुर। नगरपालिका परिषद के गठन की पहली बैठक की सालाना-खुशी के लिए सम्पन्न हुए उत्सव भरे कार्यक्रम में अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरवानी पर विंध्यधाम में स्थित योगमाया के भाई ‘मुरलीवाले श्यामसुंदर’ की कृपा झलक रही थी। इसकी पहचान ऐसे हुई कि मंच पर कुल आठ अतिथि बैठे थे जिसमें नारीशक्ति के रूप में एक अतिथि मौजूद थीं। सभी जानते हैं कि द्वापर के श्यामसुंदर के कुल 8 भाई-बहन में एक मात्र योगमाया ही नारीशक्ति के रूप में थीं।

  • ◆इन आठ अतिथियों में जो मंचस्थ थे : पहले तो खुद नपा अध्यक्ष श्री केसरवानी थे, जबकि दूसरे मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया, तीसरे वरिष्ठतम पूर्व भाजपा अध्यक्ष लाल बहादुर सिंह, चौथे पूर्व भाजपा जिला संयोजक दिनेश तिवारी, पांचवें भाजपा पूर्वी नगर अध्यक्ष मनीष गुप्त, छठें पश्चमी नगर अध्यक्ष भावेश शर्मा, सातवें ईओ जी लाल तथा आठवीं जानी मानी और भारत सरकार से पद्मश्री से विभूषित उर्मिला श्रीवास्तव मौजूद थीं।
  • ◆कार्यक्रम की भव्यता : यह ऐसा कार्यक्रम था कि वपालिका के सभी सभासदों को मंच पर बुलाकर तो कमोवेश सभी के पास जा-जाकर अध्यक्ष श्री केसरवानी ने गले में गेंद के फूल का लंबा गजरा तथा दुपट्टा डाला और डायरी एवं कलम दिया। जिसमें शायद ही कोई कलमकार छूटा हो। देर से आए लोगों को भी खोज-खोज कर सम्मानित किया गया।
  • ◆घर-घर घण्टाघर और उसकी गूँज तथा हवाओं में तैरती नगरपालिका की तारीफ : लगभग सभी वक्ताओं में सभी ने एक साल के दरम्यान किए गए कार्यों की सराहना के लिए अध्यक्ष को सिर-माथे लगाया। कार्यक्रम में घण्टाघर की बन्द घड़ी की गूंज की जबर्दस्त गूँज कार्यक्रम स्थल पर भी हो रही थी। हवाओं तथा तरंगों में होती दुनियां के दौर में पालिका के विविध कार्यों के डिजिटाइजेशन की सराहना की गई। इंडियन बैंक के अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
  • ◆मंच तो मिला पर नहीं मिली माइक : मंच पर सिर्फ नगरपालिका एवं जिला पंचायत अध्यक्ष को छोड़कर अन्य किसी मंचस्थ अतिथि को उद्बोधन के लिए न बुलाए जाने का कारण यही तलाशा गया कि संचालक से बड़ा वक्ता कोई नहीं है। खुद जितना समय संचालन में उन्होंने लिया उतने समय में सभी मंचस्थ अतिथि अपने विचार व्यक्त कर सकते थे। पूर्व भाजपा अध्यक्ष शायद इसी से ऊबकर चले गए।
  • ◆मुख्य अतिथि का भाव और शब्द में फर्क : जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कनौजिया संभवतः नारी सशक्तिकरण के लिए निर्वाचित महिला सभासदों को स्वतंत्र काम करने एवं उनमें उत्साह भरने की कोशिश कर रहे थे लेकिन प्रथम दृष्ट्या ऐसा महसूस किया गया कि वे निर्वाचित महिला सभासदों को उनके परिवार द्वारा ही बंदिश में रखने का मन्तव्य प्रकट कर रहे हैं। इसलिए उनको यह भी कहना पड़ा कि कोई मेरे उद्बोधन को अन्यथा न ले।

ए-वन कार्यक्रम : बहरहाल सिटी क्लब का हाल खचाखच भरा था। अध्यक्ष केसरवानी की सौम्यता का यह असर दिख रहा था कि सभी उनके पास जाने के लिए लालायित थे।

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