भारत ने T20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बारबाडोस में खेले गए टी20 विश्वकप के फाइनल मुकाबले को भारत ने 7 रनों से जीत लिया है. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 176 रन बनाए थे. जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका 169 रन ही बना सकी
- जब करोड़ों हिंदुस्तानियों सहित पूरी दुनिया ने मान लिया था कि विश्व कप गया भारत के हाथ से, तभी मानो एक चमत्कार हुआ. और सबकुछ बदल गया।
- हार्दिक-बुमराह और अर्शदीप ने द. अफ्रीका के जबड़े से छीनी जीत, 30 गेंद में नहीं बनाने दिए 30 रन।
- जीत के नायक रहे विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीत के साथ ही टी20 क्रिकेट को कहा अलविदा।
- ब्रिजटाउन में टीम इंडिया ने वो कर दिखाया, जिसका इंतजार 17 सालों से हर भारतीय को था इंतजार
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
ब्यूरो रिपोर्ट नई दिल्ली। भारत ने 11 साल का इंतजार खत्म करते हुए दक्षिण अफ्रीका को बेहद रोमांचक मैच में सात रन से हराकर टी20 विश्व कप जीत लिया। पिछले साल 19 नवंबर को अहमदाबाद में अधूरा रहा सपना आखिरकार वेस्टइंडीज में पूरा हुआ तो रोहित शर्मा की टीम के साथ टीवी के आगे नजरें गड़ाए बैठे भारतीय क्रिकेटप्रेमियों की आंखों में आंसू आ गए। इस आईसीसी खिताब के लिए 11 साल लंबा इंतजार जो था, शनिवार को वह खत्म हो गया। जीत के नायक रहे विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीत के साथ ही टी20 क्रिकेट को अलविदा भी कह दिया।
पहले और दूसरे टी 20विश्वकप जीतने में रहा ……..वर्षो का फासला
भारत ने 2007 में पहला टी20 विश्व कप जीता था और आखिरी आईसीसी खिताब 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में दक्षिण अफ्रीका में चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी । पिछले साल भारत में वनडे विश्व कप फाइनल में टीम आस्ट्रेलिया से हार गई थी। हालांकि, इस फाइनल में टीम इंडिया ने कोई चूक नहीं की। हालांकि, फाइनल में भारत की बैटिंग और बॉलिंग, दोनों में एक वक्त ऐसा आया था जब लगा कि मैच भारत के हाथ से निकल जाएगा।
हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह ने कमाल की गेंदबाजी की दक्षिण अफ्रीका के जबड़े से जीत छीन ली
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 34 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, इसके बाद विराट कोहली (76) ने अक्षर पटेल (47) और शिवम दुबे के साथ गजब की बल्लेबाजी की। विराट ने अक्षर के साथ 72 रन और शिवम के साथ 57 रन की साझेदारी निभाई और टीम इंडिया को चैंपियन बनने में मदद की। ऐसा ही गेंदबाजी के समय हुआ था, जब हेनरिक क्लासेन ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से मैच को दक्षिण अफ्रीका के पाले में डाल ही दिया था। तभी हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह ने कमाल की गेंदबाजी की दक्षिण अफ्रीका के जबड़े से जीत छीन ली।
आइए जानते हैं कौन – कौन रहे टर्निग प्वाइंट
दरअसल, 14 ओवर में दक्षिण अफ्रीका ने चार विकेट पर 123 रन बना लिए थे। 15वें ओवर में कप्तान रोहित ने अक्षर पटेल को गेंद सौंपी। इस ओवर में क्लासेन ने चौके से शुरुआत की और कुल दो चौके और दो छक्के लगाते हुए 24 रन बटोरे। 15 ओवर के बाद दक्षिण अफ्रीका का स्कोर चार विकेट पर 147 रन बना लिए थे। हर फैंस इस वक्त कप्तान रोहित के अक्षर को गेंदबाजी देने को कोस रहा था। तब क्लासेन 22 गेंद में 49 रन और डेविड मिलर 14 रन बनाकर क्रीज पर थे। यही वो पल था जहां से मैच बदल गया।
16, 17 और 18वें ओवर का रोमांच
- दक्षिण अफ्रीका को आखिरी 30 गेंद में 30 रन की जरूरत थी। 15वें ओवर में बुमराह गेंदबाजी के लिए आए और चार रन देकर दबाव बनाया। इसका फायदा अगले ओवर में हार्दिक को मिला। आखिरी 24 गेंद में दक्षिण अफ्रीका को 26 रन की जरूरत थी।
- 17वें ओवर में हार्दिक ने पहली ही गेंद पर क्लासेन को पंत के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा। क्लासेन 27 गेंद में 52 रन की तूफानी पारी खेलकर आउट हुए। इस ओवर में हार्दिक ने सिर्फ चार रन खर्च किए और क्लासेन का विकेट लिया। क्लासेन के आउट होने पर मिलर और यानसेन क्रीज पर थे।
- आखिरी 18 गेंद में दक्षिण अफ्रीका को 22 रन की जरूरत थी। 18वें ओवर में बुमराह गेंदबाजी के लिए आए और उन्होंने ओवर की चौथी गेंद पर यानसेन को पवेलियन भेजा। इस ओवर में बुमराह ने सिर्फ दो रन दिए। आखिरी 12 गेंद पर दक्षिण अफ्रीका को 20 रन चाहिए थे। मिलर और केशव महाराज क्रीज पर थे।
- 19वें ओवर में अर्शदीप सिंह गेंदबाजी के लिए आए। ऐसा कहा जाता है कि चेज में कोई भी बल्लेबाज 19वें ओवर में अटैक करता है। हालांकि, अर्शदीप ने चुनौती स्वीकार की और सिर्फ चार रन खर्च किए।
जब दक्षिण अफ्रीका को आखिरी ओवर में जीत के लिए बनाने थे 16 रन
अब सारा दारोमदार हार्दिक पांड्या पर था। आखिरी ओवर में उन्हें 16 रन बचाने थे। हार्दिक ने फैंस को निराश नहीं किया और पहली ही गेंद पर मिलर को सूर्यकुमार के हाथों कैच कराया। मिलर 21 रन बना सके। दूसरी गेंद पर रबाडा ने चार रन बटोरे। तीसरी गेंद पर रबाडा ने एक रन लिया। चौथी गेंद पर महाराज ने एक रन लिया। इसकी अगली गेंद वाइड रही। पांचवीं गेंद पर हार्दिक ने रबाडा को आउट किया। आखिरी गेंद पर एक रन आया और भारत ने सात रन से जीत हासिल की। मैच जीतते ही हार्दिक घुटने के बल बैठ गए और रोने लगे।
हार्दिक ने अपनी आलोचनाओं का दिया करारा जबाव
कुछ महीने पहले तक हार्दिक को काफी आलोचना मिल रही थी और मुंबई इंडियंस का कप्तान बनने पर उन्हें आलोचना मिल रही थी। वहीं, इस मैच को जिताकर वह नेशनल हीरो बन गए। कप्तान रोहित ने खुद आकर हार्दिक को चूमा और उनका आभार जताया। आखिरी 30 गेंद में दक्षिण अफ्रीका की टीम 30 रन नहीं बना सकी और चोक कर गई। 20 ओवर के बाद दक्षिण अफ्रीका का स्कोर आठ विकेट पर 169 रन था और भारतीय टीम ने इस मैच को सात रन से जीता।
हमने जो झेला है…”, दक्षिण अफ्रीका को रौंदने के बाद टी20 वर्ल्ड चैंपियन टीम के कप्तान रोहित का भावुक बयान
पिछले 3-4 सालों में हमने जो कुछ भी झेला है, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है. ईमानदारी से कहूं तो हमने व्यक्तिगत रूप से और एक टीम के रूप में बहुत मेहनत की है, आज यहां तक पहुंचने और यह गेम जीतने के लिए पर्दे के पीछे बहुत कुछ हुआ है.
भारत ने 11 साल का इंतजार खत्म करते हुए दक्षिण अफ्रीका को बेहद रोमांचक मैच में सात रन से हराकर टी20 विश्व कप जीत लिया. पिछले साल 19 नवंबर को अहमदाबाद में अधूरा रहा सपना आखिरकार वेस्टइंडीज में पूरा हुआ तो रोहित शर्मा की टीम के साथ टीवी के आगे नजरें गड़ाये बैठे भारतीय क्रिकेटप्रेमियों की आंखें भी नम हो गई. इस आईसीसी खिताब के लिये 11 साल लंबा इंतजार जो था और जीत के नायक रहे विराट कोहली जिन्होंने जीत के साथ ही टी20 क्रिकेट को अलविदा भी कह दिया.
चैंपियन टीम के चैंपियन कप्तान रोहित ने जीत पर क्या कहा
पिछले 3-4 सालों में हमने जो कुछ भी झेला है, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है. ईमानदारी से कहूं तो हमने व्यक्तिगत रूप से और एक टीम के रूप में बहुत मेहनत की है, आज यहां तक पहुंचने और यह गेम जीतने के लिए पर्दे के पीछे बहुत कुछ हुआ है. यह वह नहीं है जो हमने आज किया, यह वह है जो हम पिछले 3-4 सालों से कर रहे हैं. आज हमारे लिए यही नतीजा निकला है. हमने पहले भी कई हाई प्रेशर गेम खेले हैं और गलत साइड पर भी रहे हैं. लेकिन खिलाड़ी समझते हैं कि क्या करना है. आज का दिन इस बात का बेहतरीन उदाहरण था कि जब पीठ दीवार से सटी हो, तो क्या करना जरूरी है.
न्यूयॉर्क से लेकर बारबाडोस तक प्रशंसकों का हमारा समर्थन करना शानदार
न्यूयॉर्क से लेकर बारबाडोस तक प्रशंसकों का हमारा समर्थन करना शानदार है. और भारत के सभी लोग, अभी देर रात है लेकिन मुझे यकीन है कि वे सभी इसे देखने के लिए इंतज़ार कर रहे होंगे. वे भी हमारी तरह लंबे समय से इंतज़ार कर रहे हैं.
आधी रात को जागा देश…जब टी20 विश्वकप पर भारत ने किया कब्जा; हर किसी ने मनाया जीत का जश्न
जीत के बाद जश्न मनाती टीम इंडिया. ब्रिजटाउन में टीम इंडिया ने वो कर दिखाया, जिसका इंतजार 17 सालों से हर भारतीय को था. टीम इंडिया एक बार फिर टी20 विश्वकप विजेता बन गई. ब्रिजटाउन में टीम इंडिया की जीत तय होते ही अचानक भारत के सभी शहरों और कस्बों में पटाखे फूटने लगे
आईसीसी ने इस बार टी20 विश्व कप में अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि 11.25 मिलियन डॉलर घोषित की थी. यह भारतीय रुपये में करीब 93.80 करोड़ रुपये बैठती है.मगर इस इनामी राशि से भी ज्यादा बड़ी बात देशवासियों का दिल जीतना है.ब्रिजटाउन में टीम इंडिया ने वो कर दिखाया, जिसका इंतजार 17 सालों से हर भारतीय को था. टीम इंडिया एक बार फिर टी20 विश्वकप विजेता बन गई. ब्रिजटाउन में टीम इंडिया की जीत तय होते ही अचानक भारत के सभी शहरों और कस्बों में पटाखे फूटने लगे. शोर-गुल होने लगा. युवा जोर-जोर से इंडिया-इंडिया चीखने लगे. यह सब रात के करीब साढ़े ग्यारह हो रहा था. जो टीवी पर मैच पर देख रहे थे, वे तो माजरा समझ गए लेकिन जो क्रिकेट से दूर रहते हैं वे एक पल को सकपका गए. उन्हें समझ नहीं आया कि आखिर हुआ क्या? दुनिया के अमीर लोगों में शुमार गौतम अदाणी से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक…राहुल गांधी से लेकर राष्ट्रपति तक….उत्तर से लेकर दक्षिण भारत और पूरब से लेकर पश्चिम भारत तक हर किसी की जुबान पर विश्वविजेता टीम की तारीफ थी. हर कोई उस जीत में गौरव का एक एहसास कर रहा था।
16.1 ओवर: पहला सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट
क्लासेन ने 26 गेंदों पर 52 रन बनाकर मानो खिताबी जीत को औपचारिक बना दिया था, लेकिन 27वीं गेंद उन पर भारी पड़ी. क्लासेन ऑफ स्टंप के बाहर हार्दिक की गेंद पर शॉट खेलने गए, तो विकेट के पीछे पंत को कैच थमा बैठे. दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदों को पलीता लग चुका था. और क्लासेन का आउट होना टीम इंडिया की खिताबी जीत का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट बन गया.
19.1: ओवर: दूसरा सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट
मैच का दूसरा सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट भी हार्दिक पांड्या ने दिया. और यह आया पारी आखिरी ओवर की पहली गेंद पर. इस ओवर में दक्षिण अफ्रीका की जीत मुश्किल थी, लेकिन एक छोर पर 17 गेंदों पर 21 रन बनाकर डेविड मिलर जैसा बल्लेबाज जमा हुआ था, तो यह संभव थी. पांड्या की पहली ही गेंद पर मिलर ने प्रचंड शॉट लगाया, लेकिन सूर्यकुमार ने लांग-ऑफ पर हमेशा यादों में बस जाने वाला कैच लपक कर मिलकर की पारी का अंत किया, जो भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ, जिसने टीम इंडिया के लिए विश्व कप सुनिश्चित कर दिया।