इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए अब भारत सरकार ने एक ऐप लॉन्च किया है. जिसमें अलग-अलग गांवो के किसानों की जानकारी कृषि विभाग द्वारा इस ऐप में अपलोड करनी होगी. इस एग्रीस्टैग योजना के तहत सभी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री करनी होगी. इसी के साथ किसानों की ई-केवाईसी भी करवाई जाएगी
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली। उप कृषि निदेशक भीमसेन ने बताया कि भारत सरकार द्वारा किसान भाईयों के मदद के लिए कृषि विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके इस क्रम में अब किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जायेगी। किसान भाईयों को किसी भी सुविधा का लाभ उठाने के लिए फार्मर रजिस्ट्री कराना अनिवार्य होगा इसके अन्तर्गत किसानों का आनलाईन डाटा तैयार किया जायेगा।
किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए हर किसानों को इस योजना में पंजीकरण करना अनिवार्य
भारत सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए हर किसान को इस योजना में पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए भारत सरकार ने समय सीमा भी निर्धारित कर दी है। इसके तहत अब तक 4 लाख 60 हजार किसान पंजीकृत हो चुके हैं।
जन सुविधा केंद्र में जाकर फार्मर रजिस्ट्री की करानी होगी प्रक्रिया
इस योजना के संबंध में सहायक कृषि निदेशक ने पत्र जारी कर दिया है. अब यह योजना पहले चरण में 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगी. फिर दूसरे चरण में 1 दिसंबर से सभी किसानों को मोबाइल ऐप पर जन सुविधा केंद्र में जाकर फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया को करना होगा. यह बरेली जिले के सभी किसानों को करना अनिवार्य होगा. जिससे भारत सरकार की तरफ से दी गई किसान सम्मान निधि सीधे उनके खाते में पहुंच सकेगी। ऐसा नहीं करने पर इसका लाभ किसानों को नहीं मिलेगा।
किसान को इन अभिलेखों की होगी आवश्यकता
सभी भू-खण्डों की खतौनी, मूल आधार कार्ड, आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नम्बर, मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी कैम्प में टीम को साझा करना होगा।
फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने हेतु कृषि विभाग, राजस्व विभाग एवं पंचायत विभाग की संयुक्त टीम का गठन किया गया है, जो गॉव- गॉव में जाकर कैम्प का आयोजन करेगी।
उप कृषि निदेशक की किसानों से अपील
अतः आप सभी किसान भाइयों से अनुरोध है कि उक्त कैम्प में आप सभी अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करें एवं अपनी फार्मर रजिस्ट्री तैयार करा लें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19 वीें किस्त भी उन्हीं किसानों को मिलेगी जो फार्मर रजिस्ट्री करायेंगे।