खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। खोराबार के छितौना गांव के 77 साल के एक बुजुर्ग को अपनी पहचान साबित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराना होगा। पुलिस इसकी तैयारी कर रही है। उनके सामने यह संकट उसके भतीजे के कारण आया है। क्याेंकि भतीजे के अनुसार, उसके चाचा 50 साल पहले घर से गायब हो गए थे फिर नहीं लौटे।
भतीजे का आरोप-गलत ब्यक्ति को चाचा बनाकर भू माफियाओं ने करा ली रजिस्ट्री
अब अचानक जो व्यक्ति उसका चाचा बनकर सामने आया है वह उसका चाचा नहीं है। गलत व्यक्ति को उसका चाचा बनाकर भू माफिया ने 30 डिसमिल जमीन अपनी पत्नी के नाम लिखवा ली है। भतीजे की तहरीर पर जब पुलिस ने जांच की तो पांच महीने बाद पुलिस ने भी माना कि जमीन बैनामा करने वाला व्यक्ति सही है। पर भतीजा इसे मान नहीं रहा। इसलिए अब डीएनए टेस्ट से पहचान कराई जाएगी।
खोराबार पुलिस ने छितौना गांव निवासी रामसरन की तहरीर गांव के ही राम सिंह निषाद, उसकी पत्नी गुड्डी और रामसरन का चाचा रामकेवल बनकर जमीन लिखने वाले कौड़ीराम निवासी बुजुर्ग रामकवल पर केस दर्ज किया था। रामसरन का आरोप है कि दिसंबर 2023 में चोरी से जमीन का बैनामा कराया गया।
फर्जी रजिस्ट्री का पता चलने पर दर्ज कराया मुकदमा
इसका पता चलने पर उसने सात फरवरी को केस दर्ज कराया। पांच माह से इस मामले की जांच चल रही है। पुलिस विवेचना में नया मोड़ सामने आया है कि रामकवल ही रामकेवल है। इसके बाद से ही पीड़ित ने दौड़भाग शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि कई रिश्तेदारों ने रामकवल को ही रामकेवल बताया है।
रामकवल द्वारा एक ही फोटो से बनवाए गए आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड की जांच चल रही है। आधार कार्ड में किन-किन कागजों का इस्तेमाल किया गया है। इसकी जानकारी दिल्ली से जुटाई जा रही है।