विधानसभा की कार्यवाही 30 जुलाई 2024 11 बजे तक के लिए स्थगित
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को विधानसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने योगी सरकार की उपलब्धियां तो गिनाई ही, साथ ही विपक्ष पर भी प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 70 साल तक जब सपा-कांग्रेस सत्ता में रही तब तो आपको चिंता नहीं हुई, अब विपक्ष में बैठकर आपके ज्ञान चक्षु खुल गए। पिछली सरकारों में हुई हाई कॉस्ट पीपीए भी प्रदेश पर अतिरिक्त भार का एक कारण हैं। उन्होंने, आगे कहा कि इस बबूल को काटने का प्रयास हम कर रहे हैं। इसके साथ ही, बलिया में पैसे लेकर कार्य करने वालों को सस्पेंड करने का जिक्र करते हुए सपा नेताओं पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि इस राज्य में जो बिजली की समस्या है, उसके ऐतिहासिक कारण भी हैं। एक ऐतिहासिक कारण तो ये भी है कि पिछली सरकारों ने ठीक काम नहीं किया, जो किया भी उसमें गुणवत्ता का पालन नहीं किया गया।
NCRB की रिपोर्ट पहनकर सदन पहुंचा सपा विधायक
समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग अपनी शर्ट पर NCRB की रिपोर्ट छपवाकर यूपी विधानसभा पहुंचे. बेग ने कहा कि यूपी सीएम को सदन चलाना नहीं आता. इसलिए मैं ये सब लेकर यहां आया हूं. ये मेरी रिपोर्ट नहीं है. ये NCRB की रिपोर्ट है. हत्या, बलात्कार, महिलाओं के खिलाफ अपराध, दलितों पर अत्याचार, पेपर लीक, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में यूपी नंबर वन पर है.”
बिजली के मुद्दे पर यूपी विधानसभा में हंगामा
उत्तर प्रदेश में बिजली के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा किया. विधायकों ने वेल में पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान स्पीकर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की इस मुद्दे पर नोटिस स्वीकार कर ली गई है. इस पर चर्चा होगी.
माता प्रसाद पांडेय ने उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि इस समय प्रदेश में बहुत गंभीर समस्याएं आ गईं हैं. बाढ़, कानून, विद्युत और भ्रष्टाचार भी है.
उर्जा मंत्री से माता प्रसाद पांडेय किया सवाल, मिला ये जवाब
माता प्रसाद पांडेय ने उर्जा विभाग के भी मंत्री से सवाल किया. उन्होंने पूछा कि मैं आपसे जानना चाहता हूं कि आज से कुछ दिन पहले आप बिजली प्रचुर मात्रा में दे रहे थे क्या कारण है कि आपको कटौती करने का निर्णय लेना पड़ा. क्या उत्पादन कम हो गया या क्षमता से कम बिजली केंद्र से मिली. इस पर उर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि 2021- 22 में जो बिजली मिलती थी 31 प्रतिशत का घाटा था. इतने बड़े लॉस के साथ किसी तंत्र सिस्टम को चलाना बड़ा मुश्किल होता है. हर यूनिट पर बिजली विभाग को घाटा होता है. हमको तो ये विरासत में मिला है. 1 लाख करोड़ रुपये के घाटे में बिजली विभाग चल रहा है. हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा बिजली दे सकें. इस पर माता प्रसाद पांडेय ने दोबारा कहा कि मैंने जो पूछा उसका कारण बता नहीं रहे हैं आप. फिर अरविंद ने कहा कि बिजली की कमी नहीं है लेकिन आपके जमाने से विरासत में मिली व्यवस्था का भुगतान हम कर रहे हैं।
पूरे देश में सबसे ज्यादा हो रही उत्तर प्रदेश में विद्युत आपूर्ति
एके शर्मा ने विधान सभा में जवाब देते हुए कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारी मुख्यमंत्री के निर्देश में दिन रात मेहनत करके प्रदेश में लगातार उत्तम सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। पूरे देश में सबसे ज्यादा विद्युत आपूर्ति उत्तर प्रदेश में हो रही है। 30,618 मेगावॉट की बिजली की आपूर्ति उत्तर प्रदेश में हो रही है। भारत के इतिहास में किसी भी राज्य में पहले कभी भी इतनी बड़ी आपूर्ति नहीं हुई। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि सपा सरकार के समय से ढाई गुना ज्यादा बिजली हम दे रहे हैं। वर्ष 2013-14 का मैक्सिमम लोड था 12,327 मेगावॉट। अब इसकी हमारे कार्यकाल से तुलना करें तो साफ देख सकते हैं कि ढाई गुना से ज्यादा यानी 30,618 मेगावॉट की आपूर्ति योगी सरकार में हो रही है। 2013-14 में 81,598 मिलियन यूनिट की सप्लाई की गई थी। जबकी, योगी सरकार ने वर्ष 2023-24 में 1,47,701 मिलियन यूनिट यानी दोगुनी बिजली सप्लाई की है।
राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने आरक्षण का मुद्दा उठाया
उत्तर प्रदेश स्थित बस्ती में रुधौली विधानसभा क्षेत्र से विधायक राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने आरक्षण का मुद्दा उठाया था. उन्होंने पूछा कि हमें मेडिकल कॉलेज और पैरा मेडिकल कॉलेज में जो आरक्षित सीटें हैं वह कितनी हैं. उन्होंने कहा कि क्या संविधान की मंशा के अनुरूप में एससी और एसटी छात्रों को सरकारी और प्राइवेट पैरामेडिकल कॉलेज और मेडिकल कॉलेज में 0 रुपये फीस पर एडमिशन मिलेगा या नहीं।
विपक्ष ने किसानों को हाशिए पर छोड़ा, योगी सरकार दे रही लाभ
एके शर्मा ने कहा कि सपा सरकार के समय जिन लोगों तक बिजली पहुंचाने का कार्य नहीं हुआ था, वह भी सीएम योगी के नेतृत्व में लाभान्वित हो रहे हैं। ऐसे डेढ़ लाख मजरे जिनकी तरफ सपा सरकार ने देखा ही नहीं था, इनमें से 1.21 लाख मजरे वर्ष 2017 के बाद विद्युतीकृत हुए हैं। उत्तर प्रदेश अब देश में किसानों को सबसे ज्यादा बिजली देने वाला प्रदेश बन चुका है। हमने इस साल भारत सरकार से गुजारिश करके 19,503 मजरों के लिए 917 करोड़ रुपए की योजना मंजूर करवाई है और जल्द ही यहां भी हम बिजली देने का कार्य करने जा रहे हैं। विपक्ष किसानों को लेकर बड़ी बड़ी बातें करता है, मगर हमारी सरकार में किसानों के बिजली का बिल माफ कर दिया गया है। विपक्ष ने वर्ष 2012-13 में किसानों को कुल 25 हजार कनेक्शन (25,112) दिए थे, 2013-14 में 18 हजार, 2014-15 में 34 हजार व 2015-16 में 29 हजार कनेक्शन दिए गए। वहीं, हमने 2022-23 में 70,545 तथा 2023-24 में 63 हजार कनेक्शन दिए हैं। फसलों की सिंचाई के लिए मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार, 10 घंटे की छूट को बढ़ाकर हमारे कार्यकाल में 12 घंटे कर दिया गया है।
पिछली सरकारों ने नहीं किया इन्फ्रास्ट्रक्चर में इनवेस्ट
मंत्री एके शर्मा ने कहा कि विपक्ष ने प्रक्रियाओं को सही ढंग से पूरा किया होता तो ऐसी दिक्कतें न होतीं। आपने इनफ्रास्ट्रक्चर में इनवेस्ट नहीं किया था इसलिए यह स्थिति बनी है। 2017-18 में 33/11 केवी के 4,092 उपकेंद्र थे, आज 4507 हैं। 765 केवी का जो सबसे बड़ा ट्रांसमिशन का सबस्टेशन होता है वह प्रदेश में 65-70 साल में केवल 4 थे। इनकी संख्या डबल करते हुए 7 कर दिया गया है। 400 केवी के ट्रांमिशन 2017-18 में 14 थे, जिसे अब बढ़ाकर 29 कर दिया गया है। 2017-18 में 20 केवी के ट्रांसमिशन 72 थे जिसे बढ़ाकर 166 कर दिया गया है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हमने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एनटीपीसी के साथ 800 मेगावॉट की 2 यूनिट स्थापित करने का एमओयू किया था, इस पर काम शुरू कर दिया गया है।
राज्य में बढ़ेगा प्रोडक्शन, सभी ऊर्जा माध्यमों की बढ़ेगी‚अनपरा में 800 मेगावॉट की दो यूनिट लगाने का एमओयू
एके शर्मा ने बताया कि अनपरा में 800 मेगावॉट की दो यूनिट लगाने का एमओयू हो गया है तथा धरातल पर काम होना शुरू हो गया है। 3 यूनिट के जरिए 1800 मेगावॉट प्रोडक्शन की ओर भी हम तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। हमने बाहर से और बिजली लेने के लिए भी तथा कोयले की खदानों का उपयोग करते हुए 1600 मेगावॉट के नए पावरप्लांट लगाने की निविदा जारी कर दी है। हम अपनी थर्मल एनर्जी कैपेसिटी को दोगुना बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं। सोलर ऊर्जा पर भी फोकस करके प्रदेश में हम यह कैपेसिटी बढ़ा रहे हैं। सोलर में हम 5000 की कैपेसिटी एड करने वाले हैं, पंप स्टोरेज में हम 2500 मेगावॉट व थर्मल में 10,600 मेगावॉट की कैपेसिटी बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं। वर्तमान क्षमता से 5 गुना ज्यादा क्षमता हम अगले 10 वर्षों में विकसित करने जा रहे हैं।
30 हजार से ज्यादा नए ट्रांसफॉर्मर्स और 21 लाख बिजली के पोल लगाए
ट्रांसफॉर्मर्स के बारे में विधान सभा में पूछे गये प्रश्न का जवाब देते हुए एके शर्मा ने कहा कि अनुरक्षण के कारण ट्रांसफॉर्मर गलने की स्थिति में भारी कमी आई है। हमने केवल 2 साल में 30 हजार से ज्यादा नए ट्रांसफॉर्मर व 40 हजार ट्रांस्फॉर्मर को उच्चीकृत किया है। 3511 नए विद्युत परिवर्तकों का कार्य हुआ है। इसके साथ ही प्रदेश में 21,43,981 बिजली के पोल लगाए गए हैं और इन पर तारों के उच्चीकरण की प्रक्रिया भी जारी है। किसी भी प्रकार की लापरवाही हुई तो कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस समय प्रदेश में 13-14 हजार करोड़ रुपए की परियोजना पर कार्य चल रहे हैं। इस साल का भी हमने 50 हजार करोड़ का बिजनेस प्लान सैंक्शन कर दिया है। उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग के बजट से बिजली विभाग के लिए एक हजार करोड़ रुपए दिया है।