सरदार महेन्द्र सिंह
नवजात बच्चे के Smuggling मामले का मास्टर माइंड निकला डॉ जमील, सीज होंगे उसके अस्पताल!!
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
डी डी यू नगर ‚चंदौली। बाबतपुर एयर पोर्ट पर वहां के सुरक्षा बलों की सतर्कता से एक नवजात बच्चे को एक महिला के साथ बंगलौर की फ्लाईट पकड़ने से पहले गिरफ्तार कर लिया था महिला के साथ एक व्यक्ति भी पकड़ा गया था। पुलिस की जांच पड़ताल में जो कहानी निकल कर सामने आई है उससे ये साफ हो गया है कि इस पूरे रैकेट का मास्टर माइंड डॉ जमील और उसका अस्पताल है।
डा जमील के केबी हॉस्पिटल के नाम से दो अस्पताल रामनगर और चंदौली के दुलहीपुर क्षेत्र में स्थित
बतादें कि केबी हॉस्पिटल के नाम से उसके दो अस्पताल रामनगर और चंदौली के दुलहीपुर क्षेत्र में चलते हैं। पुलिस के अनुसार बाबतपुर एयरपोर्ट पर गुरुवार की शाम बंगलूरू जाने के लिए अपनी देवरानी वंदना के भाई अशोक पटेल के साथ वाराणसी के सूजाबाद, पड़ाव की रहने वाली निधि सिंह एक नवजात के साथ पकड़ी गई थी। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि अपनी नि:संतान देवरानी को देने के लिए बच्चे को वह डॉ. जमील खान से 50 हजार रुपये में खरीदी थी। उसके इस बयान के बाद निजी अस्पताल के संचालक डॉ. जमील खान की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ने लगी हैं । डॉ. जमील के केबी हॉस्पिटल के नाम से दो अस्पताल रामनगर और चंदौली के दुलहीपुर क्षेत्र में हैंं ।
वाराणसी और चंदौली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखा कि दोनों का लाइसेंस निरस्त करें
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी हुई है कि बच्चा किस अस्पताल से Smuggling किया गया है और बच्चे की मां कौन है। पुलिस ने वाराणसी और चंदौली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिख कर दोनों का लाइसेंस निरस्त करने के लिए आग्रह करेगी। साथ ही पुलिस बच्चे की मां और पहले भी डॉ. जमील ने इस तरह की घटनाओं को लेकर जांच पड़ताल में जुटी हुई है। निधि के बयान के आधार पर डॉ. जमील को गिरफ्तार किया गया। तीनों को शुक्रवार को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
साक्ष्य और तथ्य के आधार पर आरोपियों के खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई
इस संबंध में डीसीपी गोमती जोन मनीष कुमार शांडिल्य ने बताया कि फूलपुर थानाध्यक्ष को निर्देशित किया गया है कि वह इस मामले की तह तक जाएं, प्रकरण में यदि किसी अन्य की संलिप्तता उजागर हो तो उसके खिलाफ भी प्रभावी तरीके से कार्रवाई करें। साक्ष्य और तथ्य के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। सभ्य समाज के लिए इस तरह की घटनाएं कलंक के समान हैं।