इन –इन रूटों पर चलेंगी रोडवेज की बसे‚डी एम के प्रयास से जगी आस
चंदौली-प्रयागराज वाया मुगलसराय 150 किमी के सफर के लिए चार 40 सीटर बसें चलाई जाएंगी। नौगढ़, चकिया, अहरौरा होते हुए वाराणसी के लिए चार, जमानियां नौबतपुर, सैयदराजा, चंदौली, मुगलसराय, टेंगरामोड़, चुनार, मिर्जापुर, विंध्याचल के चार बसें चलाई जाएंगी। चकिया-अहरौरा, वाराणसी, जौनपुर के लिए 4 बसें, चंदौली-सोनभद्र वाया मुगलसराय, चकिया, नौगढ़ के लिए एक बस चलेगी। इसके अलावा टाड़ीघाट, जमानिया, नौबतपुर, सैयदराजा, चंदौली, वाराणसी वाया मोहनसराय, चहनिया, नौबतपुर, सैयदराजा, चंदौली, मुगलसराय, वाराणसी वाया मोहनसराय, सैयदराजा, चंदौली, मुगलसराय, चकिया, अहरौरा, चुनार वाया मिर्जापुर के लिए एक-एक बस चलाई जाएगी।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
26 साल से परिवहन सेवा से वंचित चंदौली के लोगों के लिए यह बड़ी सौगात
चंदौली। चंदौली में अंतरराज्यीय बस अड्डे को शासन ने मंजूरी दे दी है। करीब 26 साल से परिवहन सेवा से वंचित चंदौली के लोगों के लिए यह बड़ी सौगात है। जमीन के अभाव में छह महीने तक बस अड्डा की प्रस्ताव अटका हुआ था। परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार तेजी से इसकी प्रक्रिया पूरी कर अगले साल से यहां से 80-100 बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
चंदाैली जनपद का गठन 1997 में बुनियादी सुविधाओं का विकास आज तक नहीं
चंदौली जिले का गठन 1997 में हुआ था, लेकिन उसके अभी भी बुनियादी सुविधाओं का विकास नहीं हो सका। चंदौली के नाम से डिपो तो है लेकिन विडंबना यह है कि इसका संचालन वाराणसी के गोल गड्डा से अस्थायी तौर से होता है। वहां से अभी 39 बसें चलाई जा रही है। अब चंदौली में बस डिपो बनने के बाद लोगों को कम किराये में आसानी से परिवहन सुविधा उपलब्ध होने लगेगी। साथ बसों संख्या और उनका दायरा अंतरप्रांतीय स्तर पर किया जाएगा। इससे प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए बस सुविधा लोगों को उपलब्ध हो सकेगी। कई वर्षों से जनपद में रोडवेज बसों की हालत खस्ता है। यहां से अन्य जनपदों या राज्यों को जाने के लिए बसें नहीं मिलती हैं। इसके लिए लोगों को वाराणसी जाना पड़ता है।
2016 में कटसिला गांव में 2.7 एकड़ जमीन पर भूमि पूजन के बाद प्रस्ताव चला गया ठंडे बस्ते में जिलाधिकारी का प्रयास लाया रंग
जनपदवासी रोडवेज बस अड्डे के लिए कई वर्षों से आवाज उठा रहे थे। इस पर 2016 में कटसिला गांव में 2.7 एकड़ जमीन चिह्नित की गई। तत्कालीन मंडलायुक्त और डीएम ने भूमि पूजन कर परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक को बस अड्डे का नक्शा तैयार कराने और निर्माण कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया था। इसके बाद यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। इसके बाद चंदौली में लोगों की मांग को देखते हुए डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने छह महीने पहले चंदौली के बिछियां में कृषि विभाग की चार एकड़ जमीन को बस अड्डे के लिए चिह्नित कर शासन को प्रस्ताव भेजा था।बस अड्डा बनने के बाद चंदौली से विभिन्न मार्गों पर बसों का संचालन किया जाएगा।
बस अड्डा बनने के बाद बसों की संख्या 80-100 हो जाएगी – ए आर एम
उमाशंकर त्रिपाठी, एआरएम, चंदौली डिपो ने बताया कि चंदौली में अंतरराज्यीय बस अड्डे की मंजूरी मिल गई है। अगले साल बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। गोलगड्डा से संचालन चंदौली डिपो में अभी 39 बसें हैं। चंदौली में बस अड्डा बनने के बाद बसों की संख्या 80-100 हो जाएगी। चंदौली से आसपास के सभी जिलों के लिए बसें चलाई जाएंगी। रोडवेज बस अड्डे के बगल में दूसरी तरफ वर्कशाप की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि वहां पर सारी सुविधा मौजूद रहे।